चंदा मामा लोरी

  1. Chanda Mama Door Ke Lyrics
  2. Chanda mama aao na Lyrics
  3. चंदा मामा पर कविताएँ, Chanda Mama Poem In Hindi
  4. पास कब आए दूर वाले 'चंदा मामा'
  5. चंदा मामा पर कविताएँ, Chanda Mama Poem In Hindi
  6. पास कब आए दूर वाले 'चंदा मामा'
  7. Chanda Mama Door Ke Lyrics
  8. Chanda mama aao na Lyrics
  9. पास कब आए दूर वाले 'चंदा मामा'
  10. चंदा मामा पर कविताएँ, Chanda Mama Poem In Hindi


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Chanda Mama Door Ke Lyrics

1955 मे प्रदर्शित फिल्म ‘वचन’ का लोरी बालगीत ‘चंदा मामा दूर के’ छोटे बच्चों को रात में सुलाने के लिए प्रयुक्त होने वाले सबसे प्रसिद्ध गीतों में से एक है। गीतकार व संगीतकार रवि और राजेन्द्र कुमार द्वारा रचित यह गीत निश्चित ही एक अनुपम रचना है जिसे नन्हे मुन्ने बच्चे बड़े ही चाव से सुनना पसंद करते हैं, सुप्रसिद्ध गायिका आशा भोसले की आवाज से सजा यह गीत माओं का पसंदीदा गीत है। बच्चों के इस बालगीत में नन्हे-मुन्ने बच्चे की चंदा मामा से दोस्ती को दर्शाया गया है कि कैसे वह दोनों साथ में बैठकर बूर में पकाए हुए पुओं को खा रहे हैं। इस बीच जब बच्चे की प्याली टूट जाती है तो कैसे चंदा मामा उसे मनाते हैं तथा उसे अपने साथ उड़न खटोले में बैठा कर अपने घर ले जाते हैं जहां पर वह बच्चा खूब खेलता कूदता है तथा खुश होकर वापस अपने घर लौट आता है। चंदा मामा दूर के, पुए पकाये बूर के आप खाए थाली में, मुन्ने को दे प्याली में प्याली गई टूट, मुन्ना गया रूठ लायेंगे नई प्यालिया, बजा-बजा कर तालियां मुन्ने को मनाएंगे, दूध मलाई खायेंगे चंदा मामा दूर के… उड़नखटोला बैठ के मुन्ना, चंदा के घर जायेगा तारो के संग आँख मिचोली, खेल के दिल बहलायेगा खेल कूद से जब मेरे मुन्ने का दिल भर जायेगा ठुमक-ठुमक मेरा मुन्ना वापस घर को आएगा चंदा मामा दूर के… Chanda mama door ke, pue pakaye boor ke aap khaye thali me, munne ko de pyali me pyali gayi toot, munna gaya rooth layenge nai pyaliya, baja baja kar taliya, munne ko manayenge, doodh malai khayenge chanda mama door ke… udan khatola baith ke munna, chanda ke ghar jayega taro ke sang ankh micholi, khel ke dil behlayega khel- kood se jab mere munne ka dil bhar jayega thumek-thumr...

Chanda mama aao na Lyrics

Releasd on :- 2021 Duration :- 1:14 language :- English Genre :- “चंदा मामा आओ ना” Chanda mama aao na Lyrics In Hindi चंदा मामा आओ ना, दुध-बटाशा खाओ ना, मीठी लोरी गाओ ना, बिस्तर में सोजाओ ना। चंदा मामा आओ ना, दुध-बटाशा खाओ ना, मीठी लोरी गाओ ना, बिस्तर में सोजाओ ना। Chanda mama aao na Lyrics In English chanda maama aao na, dudh-bataasha khao na, meethee loree gao na, bistar mein sojao na. what kind of song Chanda Mama Door? Chanda Mama Door is a nursery poem. निष्कर्ष दोस्त! अगर आपको “Chanda Mama Door” वाला यह आर्टिकल पसंद है तो कृपया इसे अपने दोस्तों को सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें। आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए गाने के बोल लाने के लिए प्रेरित करता है हमे उम्मीद हे की आपको “Chanda Mama Door lyrics “ वाला यह आर्टिकल पसंद आया होगा | अगर कुछ क्षति दिखे तो हमारे लिए छोड़ दे और हमे कमेंट करके जरूर बताइए ताकि हम आवश्यक बदलाव कर सके | अगर आप अपने किसी पसंदीदा गाने के बोल चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें बेझिझक बताएं हम आपकी ख्वाइस पूरी करने की कोशिष करेंगे धन्यवाद!🙏 जय श्रीराम 🙏 जय बजरंगबली हनुमान

चंदा मामा पर कविताएँ, Chanda Mama Poem In Hindi

चंद्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह हैं. इसके रोज आकर बदलते रहते हैं. कभी छोटा तो कभी आधा गोल तो कभी पूरा गोल बन जाता हैं. बचपन में तो सभी ने चंदामामा की कविताएँ और गीत गुनगुनाएं होंगे. चंदामामा को सभी बच्चों का मामा कहा जाता हैं. अब आइए कुछ नीचे Chanda Mama Poem In Hindi में दिया गया हैं. इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी चंदा मामा पर कविताएँ आपको पसंद आएगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें. चंदा मामा पर कविताएँ, Chanda Mama Poem In Hindi जाड़े में भी प्रतिदिन मम्मी हमें रगड़ नहलाती जब भी मैं रोने लगता हूँ यह कहकर समझाती मत रो मेरे मुन्ने राजा तू दम दम दमकेगा रोज नहाएगा तो तू भी चंदा सा चमकेगा 2. चंदा मामा पर कविताएँ – चंदा मामा चंदा मामा चंदा मामा चंदा मामा मटक मटक कर घूम रहे क्यूँ न पहनों तुम पाजामा शरमा कर तब बोले मामा हर दिन नाप बदलता जाए पाजामा कैसे पूरा आए 3. Poem on Chanda Mama in Hindi – चंदा मामा धरती पर चंदा मामा धरती पर बस्ती नई बसाने किसे किसे चलना है बोलो मिलकर मौज मनाने शेर सिंह का सुन सवाल भालू जी पहले आए बोले मन करता जाकर चंदा पर नांच दिखाएं फिर लोमड़ी उछलकर बोली ठहरों हम चलते हैं पर क्या अंगूरों के गुच्छे वहां खूब फलते हैं बोला हाथी हमें चाँद पर जाना है तो माता देखें हमें कौनसा राकेट ऊपर ले जा पाता घोड़ा बोला हम चेतक के वंशज है जाएगे एक नया इतिहास वीरता का हम गढ़ आएँगे सबने तय पाया चंदा पर बस्ती नई बसाएं बड़े मजे से वहां पहुंचकर मंगल खूब मनाएं 4. Hindi Poem On Chanda Mama – रात का ज़ब है घऩघोर सा़या रात का ज़ब है घऩघोर सा़या तब़ आका़श़ में चाँद जग़मगा़या टि़मटिमा़ते ता़रों के आँग़़न में गो़ल च़कोर मऩ को भा़या चाँद की़ शीत़ल़ चांदनी़ ने द़बी आ़काँक्षा़ओं को...

पास कब आए दूर वाले 'चंदा मामा'

बच्चे को सदियों से लोरियां सुनाई जाती रही हैं. लोरी अंग्रेजी के शब्द ‘ललबाई’ (lullaby) का हिंदी अनुवाद है. ‘ललबाई’ यानी ‘लल’ और ‘बाई’ का मिश्रण, जिसका अर्थ होता है बच्चा शांत हो जाए और फिर सो जाए. लोरी के इतिहास को खंगाला गया तो पता चला कि करीब चार हज़ार साल पहले बेबीलोनिया में पहली बार किसी मां ने अपने बच्चे को लोरी सुनाई थी. ये लोरी आज दुनिया भर में गाई-सुनाई जाने वाली लोरियों का स्रोत हो सकता है. पहली बार लोरी बच्चे को सुलाने के लिए ही गाया गया था. ईसा पूर्व 2000 में मिट्टी के एक छोटे से टुकड़े पर गहरे खुदे लोरियों के ये शिलालेख बताते है कि लोरियाँ गुनगुनाने का इतिहास कितना पुराना है. बेबीलोनिया से लोरी का नाता हथेलियों में समा जाने वाला मिट्टी का ये नन्हा शिलालेख ‘क्यूनीअफार्म स्क्रिप्ट’ यानी स्फानलिपि का उदाहरण है और लोरियों का पहला लिखित सबूत भी है. मिट्टी के शिलालेख पर लिपि को बहुत बारीकी से लिखा गया है. इसे लेखन कला की पहली लिपि कहते हैं जिसे बेबीलोनिया के लेखकों ने गढ़ा. इस लोरी को जहां तक पढ़ा जा सका है उसका मतलब ये निकलता है कि, “जब एक बच्चा रोता है तो ईश्वर विचलित हो जाते हैं और फिर उसका परिणाम घातक होता है.” यानी पहली लोरी में प्रेम से अधिक डर का स्वाद था. इस शिलालेख को लंदन के ब्रिटिश संग्रहालय में रखा गया है. क्या कहती हैं लोरियां ज़ोय पलमर,संगीतकार प्राचीन संगीत के ज्ञाता और विशेषज्ञ रिचर्ड डंब्रिल कहते हैं, “इस काल में लोरियों में भय और डर की विशिष्टता थी.” एक लोरी का उल्लेख करते हुए संगीतकार ज़ोय पामर कहते हैं, “वो लोग बच्चों को नसीहत देते थे कि बहुत शोर कर चुके हो और इस शोर से बुरी आत्माएं जाग गई हैं और अगर वह अभी तुरंत नहीं सोया तो प्रेत आत्माएं उसे खा ...

चंदा मामा पर कविताएँ, Chanda Mama Poem In Hindi

चंद्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह हैं. इसके रोज आकर बदलते रहते हैं. कभी छोटा तो कभी आधा गोल तो कभी पूरा गोल बन जाता हैं. बचपन में तो सभी ने चंदामामा की कविताएँ और गीत गुनगुनाएं होंगे. चंदामामा को सभी बच्चों का मामा कहा जाता हैं. अब आइए कुछ नीचे Chanda Mama Poem In Hindi में दिया गया हैं. इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी चंदा मामा पर कविताएँ आपको पसंद आएगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें. चंदा मामा पर कविताएँ, Chanda Mama Poem In Hindi जाड़े में भी प्रतिदिन मम्मी हमें रगड़ नहलाती जब भी मैं रोने लगता हूँ यह कहकर समझाती मत रो मेरे मुन्ने राजा तू दम दम दमकेगा रोज नहाएगा तो तू भी चंदा सा चमकेगा 2. चंदा मामा पर कविताएँ – चंदा मामा चंदा मामा चंदा मामा चंदा मामा मटक मटक कर घूम रहे क्यूँ न पहनों तुम पाजामा शरमा कर तब बोले मामा हर दिन नाप बदलता जाए पाजामा कैसे पूरा आए 3. Poem on Chanda Mama in Hindi – चंदा मामा धरती पर चंदा मामा धरती पर बस्ती नई बसाने किसे किसे चलना है बोलो मिलकर मौज मनाने शेर सिंह का सुन सवाल भालू जी पहले आए बोले मन करता जाकर चंदा पर नांच दिखाएं फिर लोमड़ी उछलकर बोली ठहरों हम चलते हैं पर क्या अंगूरों के गुच्छे वहां खूब फलते हैं बोला हाथी हमें चाँद पर जाना है तो माता देखें हमें कौनसा राकेट ऊपर ले जा पाता घोड़ा बोला हम चेतक के वंशज है जाएगे एक नया इतिहास वीरता का हम गढ़ आएँगे सबने तय पाया चंदा पर बस्ती नई बसाएं बड़े मजे से वहां पहुंचकर मंगल खूब मनाएं 4. Hindi Poem On Chanda Mama – रात का ज़ब है घऩघोर सा़या रात का ज़ब है घऩघोर सा़या तब़ आका़श़ में चाँद जग़मगा़या टि़मटिमा़ते ता़रों के आँग़़न में गो़ल च़कोर मऩ को भा़या चाँद की़ शीत़ल़ चांदनी़ ने द़बी आ़काँक्षा़ओं को...

पास कब आए दूर वाले 'चंदा मामा'

बच्चे को सदियों से लोरियां सुनाई जाती रही हैं. लोरी अंग्रेजी के शब्द ‘ललबाई’ (lullaby) का हिंदी अनुवाद है. ‘ललबाई’ यानी ‘लल’ और ‘बाई’ का मिश्रण, जिसका अर्थ होता है बच्चा शांत हो जाए और फिर सो जाए. लोरी के इतिहास को खंगाला गया तो पता चला कि करीब चार हज़ार साल पहले बेबीलोनिया में पहली बार किसी मां ने अपने बच्चे को लोरी सुनाई थी. ये लोरी आज दुनिया भर में गाई-सुनाई जाने वाली लोरियों का स्रोत हो सकता है. पहली बार लोरी बच्चे को सुलाने के लिए ही गाया गया था. ईसा पूर्व 2000 में मिट्टी के एक छोटे से टुकड़े पर गहरे खुदे लोरियों के ये शिलालेख बताते है कि लोरियाँ गुनगुनाने का इतिहास कितना पुराना है. बेबीलोनिया से लोरी का नाता हथेलियों में समा जाने वाला मिट्टी का ये नन्हा शिलालेख ‘क्यूनीअफार्म स्क्रिप्ट’ यानी स्फानलिपि का उदाहरण है और लोरियों का पहला लिखित सबूत भी है. मिट्टी के शिलालेख पर लिपि को बहुत बारीकी से लिखा गया है. इसे लेखन कला की पहली लिपि कहते हैं जिसे बेबीलोनिया के लेखकों ने गढ़ा. इस लोरी को जहां तक पढ़ा जा सका है उसका मतलब ये निकलता है कि, “जब एक बच्चा रोता है तो ईश्वर विचलित हो जाते हैं और फिर उसका परिणाम घातक होता है.” यानी पहली लोरी में प्रेम से अधिक डर का स्वाद था. इस शिलालेख को लंदन के ब्रिटिश संग्रहालय में रखा गया है. क्या कहती हैं लोरियां ज़ोय पलमर,संगीतकार प्राचीन संगीत के ज्ञाता और विशेषज्ञ रिचर्ड डंब्रिल कहते हैं, “इस काल में लोरियों में भय और डर की विशिष्टता थी.” एक लोरी का उल्लेख करते हुए संगीतकार ज़ोय पामर कहते हैं, “वो लोग बच्चों को नसीहत देते थे कि बहुत शोर कर चुके हो और इस शोर से बुरी आत्माएं जाग गई हैं और अगर वह अभी तुरंत नहीं सोया तो प्रेत आत्माएं उसे खा ...

Chanda Mama Door Ke Lyrics

1955 मे प्रदर्शित फिल्म ‘वचन’ का लोरी बालगीत ‘चंदा मामा दूर के’ छोटे बच्चों को रात में सुलाने के लिए प्रयुक्त होने वाले सबसे प्रसिद्ध गीतों में से एक है। गीतकार व संगीतकार रवि और राजेन्द्र कुमार द्वारा रचित यह गीत निश्चित ही एक अनुपम रचना है जिसे नन्हे मुन्ने बच्चे बड़े ही चाव से सुनना पसंद करते हैं, सुप्रसिद्ध गायिका आशा भोसले की आवाज से सजा यह गीत माओं का पसंदीदा गीत है। बच्चों के इस बालगीत में नन्हे-मुन्ने बच्चे की चंदा मामा से दोस्ती को दर्शाया गया है कि कैसे वह दोनों साथ में बैठकर बूर में पकाए हुए पुओं को खा रहे हैं। इस बीच जब बच्चे की प्याली टूट जाती है तो कैसे चंदा मामा उसे मनाते हैं तथा उसे अपने साथ उड़न खटोले में बैठा कर अपने घर ले जाते हैं जहां पर वह बच्चा खूब खेलता कूदता है तथा खुश होकर वापस अपने घर लौट आता है। चंदा मामा दूर के, पुए पकाये बूर के आप खाए थाली में, मुन्ने को दे प्याली में प्याली गई टूट, मुन्ना गया रूठ लायेंगे नई प्यालिया, बजा-बजा कर तालियां मुन्ने को मनाएंगे, दूध मलाई खायेंगे चंदा मामा दूर के… उड़नखटोला बैठ के मुन्ना, चंदा के घर जायेगा तारो के संग आँख मिचोली, खेल के दिल बहलायेगा खेल कूद से जब मेरे मुन्ने का दिल भर जायेगा ठुमक-ठुमक मेरा मुन्ना वापस घर को आएगा चंदा मामा दूर के… Chanda mama door ke, pue pakaye boor ke aap khaye thali me, munne ko de pyali me pyali gayi toot, munna gaya rooth layenge nai pyaliya, baja baja kar taliya, munne ko manayenge, doodh malai khayenge chanda mama door ke… udan khatola baith ke munna, chanda ke ghar jayega taro ke sang ankh micholi, khel ke dil behlayega khel- kood se jab mere munne ka dil bhar jayega thumek-thumr...

Chanda mama aao na Lyrics

Releasd on :- 2021 Duration :- 1:14 language :- English Genre :- “चंदा मामा आओ ना” Chanda mama aao na Lyrics In Hindi चंदा मामा आओ ना, दुध-बटाशा खाओ ना, मीठी लोरी गाओ ना, बिस्तर में सोजाओ ना। चंदा मामा आओ ना, दुध-बटाशा खाओ ना, मीठी लोरी गाओ ना, बिस्तर में सोजाओ ना। Chanda mama aao na Lyrics In English chanda maama aao na, dudh-bataasha khao na, meethee loree gao na, bistar mein sojao na. what kind of song Chanda Mama Door? Chanda Mama Door is a nursery poem. निष्कर्ष दोस्त! अगर आपको “Chanda Mama Door” वाला यह आर्टिकल पसंद है तो कृपया इसे अपने दोस्तों को सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें। आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए गाने के बोल लाने के लिए प्रेरित करता है हमे उम्मीद हे की आपको “Chanda Mama Door lyrics “ वाला यह आर्टिकल पसंद आया होगा | अगर कुछ क्षति दिखे तो हमारे लिए छोड़ दे और हमे कमेंट करके जरूर बताइए ताकि हम आवश्यक बदलाव कर सके | अगर आप अपने किसी पसंदीदा गाने के बोल चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें बेझिझक बताएं हम आपकी ख्वाइस पूरी करने की कोशिष करेंगे धन्यवाद!🙏 जय श्रीराम 🙏 जय बजरंगबली हनुमान

पास कब आए दूर वाले 'चंदा मामा'

बच्चे को सदियों से लोरियां सुनाई जाती रही हैं. लोरी अंग्रेजी के शब्द ‘ललबाई’ (lullaby) का हिंदी अनुवाद है. ‘ललबाई’ यानी ‘लल’ और ‘बाई’ का मिश्रण, जिसका अर्थ होता है बच्चा शांत हो जाए और फिर सो जाए. लोरी के इतिहास को खंगाला गया तो पता चला कि करीब चार हज़ार साल पहले बेबीलोनिया में पहली बार किसी मां ने अपने बच्चे को लोरी सुनाई थी. ये लोरी आज दुनिया भर में गाई-सुनाई जाने वाली लोरियों का स्रोत हो सकता है. पहली बार लोरी बच्चे को सुलाने के लिए ही गाया गया था. ईसा पूर्व 2000 में मिट्टी के एक छोटे से टुकड़े पर गहरे खुदे लोरियों के ये शिलालेख बताते है कि लोरियाँ गुनगुनाने का इतिहास कितना पुराना है. बेबीलोनिया से लोरी का नाता हथेलियों में समा जाने वाला मिट्टी का ये नन्हा शिलालेख ‘क्यूनीअफार्म स्क्रिप्ट’ यानी स्फानलिपि का उदाहरण है और लोरियों का पहला लिखित सबूत भी है. मिट्टी के शिलालेख पर लिपि को बहुत बारीकी से लिखा गया है. इसे लेखन कला की पहली लिपि कहते हैं जिसे बेबीलोनिया के लेखकों ने गढ़ा. इस लोरी को जहां तक पढ़ा जा सका है उसका मतलब ये निकलता है कि, “जब एक बच्चा रोता है तो ईश्वर विचलित हो जाते हैं और फिर उसका परिणाम घातक होता है.” यानी पहली लोरी में प्रेम से अधिक डर का स्वाद था. इस शिलालेख को लंदन के ब्रिटिश संग्रहालय में रखा गया है. क्या कहती हैं लोरियां ज़ोय पलमर,संगीतकार प्राचीन संगीत के ज्ञाता और विशेषज्ञ रिचर्ड डंब्रिल कहते हैं, “इस काल में लोरियों में भय और डर की विशिष्टता थी.” एक लोरी का उल्लेख करते हुए संगीतकार ज़ोय पामर कहते हैं, “वो लोग बच्चों को नसीहत देते थे कि बहुत शोर कर चुके हो और इस शोर से बुरी आत्माएं जाग गई हैं और अगर वह अभी तुरंत नहीं सोया तो प्रेत आत्माएं उसे खा ...

चंदा मामा पर कविताएँ, Chanda Mama Poem In Hindi

चंद्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह हैं. इसके रोज आकर बदलते रहते हैं. कभी छोटा तो कभी आधा गोल तो कभी पूरा गोल बन जाता हैं. बचपन में तो सभी ने चंदामामा की कविताएँ और गीत गुनगुनाएं होंगे. चंदामामा को सभी बच्चों का मामा कहा जाता हैं. अब आइए कुछ नीचे Chanda Mama Poem In Hindi में दिया गया हैं. इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी चंदा मामा पर कविताएँ आपको पसंद आएगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें. चंदा मामा पर कविताएँ, Chanda Mama Poem In Hindi जाड़े में भी प्रतिदिन मम्मी हमें रगड़ नहलाती जब भी मैं रोने लगता हूँ यह कहकर समझाती मत रो मेरे मुन्ने राजा तू दम दम दमकेगा रोज नहाएगा तो तू भी चंदा सा चमकेगा 2. चंदा मामा पर कविताएँ – चंदा मामा चंदा मामा चंदा मामा चंदा मामा मटक मटक कर घूम रहे क्यूँ न पहनों तुम पाजामा शरमा कर तब बोले मामा हर दिन नाप बदलता जाए पाजामा कैसे पूरा आए 3. Poem on Chanda Mama in Hindi – चंदा मामा धरती पर चंदा मामा धरती पर बस्ती नई बसाने किसे किसे चलना है बोलो मिलकर मौज मनाने शेर सिंह का सुन सवाल भालू जी पहले आए बोले मन करता जाकर चंदा पर नांच दिखाएं फिर लोमड़ी उछलकर बोली ठहरों हम चलते हैं पर क्या अंगूरों के गुच्छे वहां खूब फलते हैं बोला हाथी हमें चाँद पर जाना है तो माता देखें हमें कौनसा राकेट ऊपर ले जा पाता घोड़ा बोला हम चेतक के वंशज है जाएगे एक नया इतिहास वीरता का हम गढ़ आएँगे सबने तय पाया चंदा पर बस्ती नई बसाएं बड़े मजे से वहां पहुंचकर मंगल खूब मनाएं 4. Hindi Poem On Chanda Mama – रात का ज़ब है घऩघोर सा़या रात का ज़ब है घऩघोर सा़या तब़ आका़श़ में चाँद जग़मगा़या टि़मटिमा़ते ता़रों के आँग़़न में गो़ल च़कोर मऩ को भा़या चाँद की़ शीत़ल़ चांदनी़ ने द़बी आ़काँक्षा़ओं को...