छठ पूजा कितना दिन बाकी है

  1. छठ पूजा क्यों मनाया जाता है? Chhath Puja 2023 क्या है इसका पौराणिक महत्व, लाभ और छठ पूजा की
  2. Chhath Puja 2021: जानें इस बार कब है छठ पूजा, नहाय
  3. Chhath Puja 2023: कब है छठपूजा तिथि व पूजा मुहूर्त 2023
  4. Chhath Puja 2022: सोसायटी में कैसे मनाएं छठ पूजा 2022? जानिए घर में छठ मनाने की पूरी विधि
  5. छठ पूजा की शुभकामनाये
  6. Chhath Puja 2021 Date: छठ पूजा की तैयारियां शुरू, जानें कब है नहाय खाय, खरना और सूर्य पूजा का शुभ मुहुर्त


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छठ पूजा क्यों मनाया जाता है? Chhath Puja 2023 क्या है इसका पौराणिक महत्व, लाभ और छठ पूजा की

Last Updated on May 18, 2023 by छठ पूजा क्यों मनाया जाता है | छठ पूजा का महत्त्व , छठ पूजा का पौराणिक महत्त्व | छठ पूजा का लाभ | खड़ना कब होता है ? नहाय खाय कब होता है ? kab hai chhath puja | Chhath Puja Vidhi | Chhath Puja Kyon Manaya Jata hai | Chhath Puja ka mahatva भारत की एक विशेष बात यह हैं कि यहा कई धर्मो और सभ्यताओं को मानने वाले लोग एक साथ मिलकर रहते है और देश की अखंडता का प्रमाण देते हैं। क्योंकि देश मे कई धर्मो और मान्यताओं को मानने वाले लोग निवास करते हैं तो जाहिर है कि वह कई तरह के त्यौहार भी मनाते हैं और इसी वजह से भारत को त्यौहारों का देश भी कहा जाता हैं। भारत के एक बड़े भूभाग बिहार में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाने वाला एक प्रमुख और लोकप्रिय त्यौहार छठ पूजा का त्यौहार भी हैं, जिसके बारे में हम इस लेख में बात करेंगे। इस लेख में हम ‘छठ पूजा क्या होती हैं’, ‘छठ पूजा क्यों मनाया जाता हैं’, ‘ छठ पूजा का पौराणिक महत्व‘, ‘ छठ पूजा के लाभ‘, ‘ छठ पूजा से सम्बंधित कथाएं और ‘ छठ पूजा के महत्व‘ Chhath puja kab hai जैसे विषयों पर बात करेंगे। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनायें छठ पूजा क्या हैं? छठ पूजा क्यों मनाया जाता है? Chhath Puja Kya hai छठ पूजा सनातन धर्म से जुड़ा हुआ एक प्रमुख त्यौहार हैं जिसमे सूर्य व प्रकति की उपासना और आराधना को महत्व दिया जाता हैं। छठ पूजा का त्यौहार कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की षष्ठी को दीवाली के बाद मनाया जाता हैं। यह देश मे मनाए जाने वाले उन पर्वो में से एक हैं जो वैदिक काल से चले आ रहे हैं। इस पर्व में मूर्ति पूजा का कोई महत्व नहीं है। छठ पूजा के त्यौहा...

Chhath Puja 2021: जानें इस बार कब है छठ पूजा, नहाय

Chhath Puja 2021, Nahay-Khay: दिवाली सम्पन्न होते ही लोगों को छठ पूजा (Chhath Puja) का इंतजार रहता है. यह पर्व उत्तर भारत सहित देश के विभिन्न हिस्सों में पारंपरिक विधि-विधान के साथ मनाया जाता है. उत्तर भारतीय लोग विदेश में भी भिन्न-भिन्न जगहों पर इस इस त्योहार को मनाते हैं. कठिन नियम-निष्ठा के कारण छठ को सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. यह त्योहार चार दिनों तक मनाया जाता है. इसकी शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है. इस त्योहार पर छठी मैया और सूर्यदेव की उपासना की जाती है. छठ के त्योहार पर महिलाएं परिवार की सुख-समृद्धि और सुहाग व संतान की लंबी उम्र की कामना के साथ 36 घंटे निर्जला व्रत रखती हैं. दूसरा दिन-खरना छठ पर्व का दूसरा दिन खरना कहलाता है और इस पूरे दिन महिलाएं व्रत होती हैं. शाम को खासतौर पर इस दिन गुड़ की खीर बनाई जाती है. खीर को मिट्टी के चूल्हे पर बनाने की परंपरा है. तीसरा दिन-छठ छठ पूजा का तीसरा दिन खास छठ कहलाता है. इस दिन शाम के समय महिलाएं किसी तालाब या नदी के घाट पर जाती हैं. यहां छठ पूजा बेदी पर छठी मैया की पूजा-अर्चना करने के बाद पानी में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देती हैं. अर्घ्य देने के बाद घाट से वापस जाकर घर पर कोसी भरने की परंपरा भी निभाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति मन्नत मांगता है और वह पूरी हो जाती है तो वह कोसी भरता है. ये भी पढ़ें: चौथा दिन-पारण छठ पूजा के चौथे दिन व्रत का पारण किया जाता है और इसके बाद छठ पर्व का समापन होता है. इस दिन सुबह के समय महिलाएं घाट पर जाकर उगते हुए सूर्य की पूजा करती हैं और फिर पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य अर्पित करती हैं. इसके बाद घर आकर प्रसाद खाकर व्रत का पारण करती हैं. छठ पूजा का महत्त्व और इससे जुड़ी पौ...

Chhath Puja 2023: कब है छठपूजा तिथि व पूजा मुहूर्त 2023

भारत को त्यौहारों का देश कहा जाता है क्योंकि यहाँ होली, दिवाली, रक्षाबंधन, भाईदूज आदि का अपना महत्व है। इन्ही पर्वों में से एक है छठ पूजा जो सनातन धर्म की सबसे शुभ एवं प्रसिद्ध पूजा है। छठ पूजा बिहारवासियों के लिए विशेष महत्व रखता है और इस दिन भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए पूजा की जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, छठ पूजा को कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से शुरू होकर कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि तक किया जाता है। ग्रेगोरिन कलेंडर के अनुसार, छठ पूजा सामान्यरूप से हर साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में आता है। इस पर्व को सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। छठ पूजा 2023 की तिथि एवं मुहूर्त इस दिन मनाया जाएगा चैती छठ: छठ पूजा के त्यौहार को चार दिन तक मनाया जाता है और इस दौरान महिलाओं द्वारा 36 घंटों का उपवास किया जाता है। छठ पूजा के प्रत्येक दिन का अपना महत्व हैं जो इस प्रकार है: नहाय खाये नहाय खाये छठ पूजा का प्रथम दिन होता है। इस दिन स्नान करने के बाद घर की साफ-सफाई की जाती है और शाकाहारी भोजन का सेवन किया जाता है। खरना छठ पूजा का दूसरा दिन होता है खरना। इस दिन व्रतधारी द्वारा निर्जला व्रत का पालन किया जाता है। संध्याकाल में भक्तजन गुड़ की खीर, घी की रोटी और फलों का सेवन करते हैं, साथ ही परिवार के सदस्यों को इसे प्रसाद के रूप में दिया जाता है। संध्या अर्घ्य छठ पर्व के तीसरे दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देने का विधान है। सूर्य देव को अर्घ्य के समय जल और दूध अर्पित किया जाता है और छठी मैया की प्रसाद भरे सूप से पूजा की जाती है। सूर्य देव की आराधना के पश्चात रात में छठी मैया की व्रत कथा सुनी जाती है। उषा अर्घ्य छठ पर्व के अंतिम दिन प्रातःकाल में सूर्य देव को अर्घ्य...

Chhath Puja 2022: सोसायटी में कैसे मनाएं छठ पूजा 2022? जानिए घर में छठ मनाने की पूरी विधि

छठ पूजा (Chhath Puja 2022) एक प्राचीन हिंदू उत्सव है जो सूर्य भगवान और उनकी बहन छठी माया को समर्पित है। इसे सूर्य षष्ठी के रूप में भी जाना जाता है और यह बिहार, ओडिशा, झारखंड, यूपी, पश्चिम बंगाल और नेपाल के कुछ हिस्सों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। छठ पूजा 2022(Chhath Puja 2022) त्योहार महिलाओं द्वारा अपने परिवार की भलाई के लिए एक सख्त उपवास के रूप में मनाया जाता है। इस व्रत को सबसे कठिन परहेजों में से एक माना जाता है क्योंकि व्रती 36 घंटे तक न तो खा-पी सकते हैं और न ही पी सकते हैं। अन्य महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में घुटने के गहरे पानी में खड़े होकर छठ पूजा 2022: नई जानकारी दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि वह 1,100 स्थलों परछठ पूजा 2022 (Chhath Puja 2022)की व्यवस्था करेगी। 30 अक्टूबर, 2022 और 31 अक्टूबर, 2022 (Chhath Puja 2022 Date) को बनाए जाने वाले छठ पूजा के लिएसरकार ने 25 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं। इस वर्ष इन जगहों पर एंबुलेंस, वॉशरूम, प्राथमिक उपचार और पावर बैकअप की व्यवस्था की जाएगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि,"संक्रमण की तीव्रता भले ही कम हो गई है लेकिन संक्रमण अभी भी हो रहा है। इसलिए कृपया कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करें और मास्क पहनें। जुर्माना लगाया जा सकता है लेकिन कृपया नियमों का पालन करें। पिछले दो वर्षों से, महामारी की वजह सेत्योहार प्रभावित हुए हैं। 2014 में हमारी सरकार के गठन के बाद से, त्योहार बड़े धूमधाम से मनाये जा रहे हैं। हमारे सत्ता में आने से पहले, सरकार 69 स्थलों पर तैयारी के लिए 2.5 करोड़ रुपये आवंटित करती थी, लेकिन अब, बजट 25 करोड़ हो गया है और घाटो की संख्या को 1,100 कर दिया गया है। छठ पूजा 2022 (Chhath Puja 2022): बिहार के...

छठ पूजा की शुभकामनाये

सुख संपति मिले आपको अपार, छठ 2022 की शुभकामनाएं करे मेरी स्वीकार. आपको Chhath Puja Wishes 4:- छठ पूजा के महापर्व पर छठ मां की जय हो धन और समृद्धि से भरा रहे घर हर कार्य में आपकी विजय हो 5:- सदा दूर रहो गम की परछाईयों से सामना न हो कभी तन्हाइयों से हर अरमान हर ख्वाब पूरा हो आपका यही दुआ है दिल की गहराइयों छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ 6:- आया है भगवान सूर्य का रथ आज हे मनभावन सुनहरी छठ और मिले आपको सुख संपति अपार छठ 2022 की शुभकामनाये करे स्वीकार! 7:- सात घोड़ों की है जिनकी सवारी न कभी रूके, न कभी देर करें ऐसे ही हमारे सूर्य देव आओ मिलकर करें इस सबको हमारी तरफ से Chhath Puja Wishes 8:- कुमकुम भरे कदमोँ से आए सूर्य देव आपके द्वार सुख संपति मिले आपको अपार छठ 2022 की शुभकामनाएं करे मेरी स्वीकार आपको छठ पूजा की बहुत बहुत शुभकामनाएं Chhath Puja Wishes 9:- आया है भगवान सूर्य का रथ आज हे मनभावन सुनहरी छठ और मिले आपको सुख संपति अपार Chhath Puja Wishes 10:- जो हैं जगत के तारण हार , सात घोड़ों की है जिनकी सवारी, ना कभी रुके, ना कभी देर करे, ऐसे हैं हमारे सूर्य देव , आओ मिल कर करें, इस छठ पूजा पर उनकी पूजा हैपी छठ पूजा.. 11:- सबके दिलो मे हो सबके लिए प्यार आनेवाला हर दिन लाए खुशियों का त्योहार इस उम्मीद के साथ आओ भुलाकर सारे ग़म छठ पूजा का हम सब करे वेलकम 12:- छठ पूजा के महापर्व पर छठ माँ की जय हो, धन ,धन, समृद्धि से भरा रहे घर, हर कार्य में आपकी विजय हो, छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ… 13:- सदा दूर रहो गम की परछाईयों से सामना न हो कभी तन्हाइयों से हर अरमान हर ख्वाब पूरा हो आपका यही दुआ है दिल की गहराइयों 14:- एक खूबसूरती…! एक ताजगी…! एक सपना….! एक सचाई…! एक कल्पना…! एक अहसास…! एक आस्था…...

Chhath Puja 2021 Date: छठ पूजा की तैयारियां शुरू, जानें कब है नहाय खाय, खरना और सूर्य पूजा का शुभ मुहुर्त

Chhath Puja 2021 Date : हिन्दू कैलेंडर के कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्टी तिथि को यानी दिवाली के छठे दिन (Chhath Puja 2021 Date) छठ पूजा मनाया जाता है. अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक, इस बार छठ पूजा 10 नवंबर को मनाया जाएगा. ऐसे में दिवाली खत्‍म होते ही घाटों को साफ करने और सजाने का काम भी शुरू हो गया है. सबसे कठिन व्रतों में से एक छठ को लेकर मान्यता है कि छठी मइया का व्रत रखने वाले व विधि-विधान से पूजा करने वाले दम्पति को संतान सुख की प्राप्ति होती है और परिवार में सुख समृद्धि आती है. सूर्य देव और उनकी बहन छठी मइया को समर्पित इस महापर्व की तैयारी (Preparation) शुरू हो चुकी है. मुख्यरूप से तीन दिनों को पर्व को सादगी और पवित्रता के साथ मनाया जाता है. दिवाली के बाद की षष्टी तिथि को सूर्य षष्ठी भी कहा जाता है. तो आइए जानते हैं कि छठ पूजा 2021 के पूरे कार्यक्रम का शुभ मुहूर्त कब है. -11 नवंबर 2021यानी गुरुवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा का समापन होगा. इसे भी पढ़ें : Vastu Tips: कहीं बिगड़े हुए वास्तु ने बंद तो नहीं कर रखे आपकी तरक्‍की के रास्‍ते, जानें 5 बातें क्‍या है नहाय खाय नहाय खाय के दिन घर की विस्‍तार से सफाई की जाती है और पूजा सामग्री को पवित्र स्थान पर रखा जाता है. इस दिन से सभी घर के सदस्‍या सात्विक आहार करते हैं. क्‍या है खरना छठ पूजा का दूसरा यानी सबसे महत्वपूर्ण दिन खरना का होता है. खरना वाले दिन से व्रत का प्रारंभ होता है और और रात में पूरी पवित्रता के साथ बनी गुड की खीर का सेवन किया जाता है. खीर खाने के बाद अगले 36 घंटे का कठिन व्रत रखा जाता है. खरना के दिन छठ पूजा का प्रसाद भी तैयार किया जाता है. इसे भी पढ़ें : घर में जरूर रखें शंख, वास्तु और से...