चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुण

  1. चुंबकीय बल रेखाएं किसे कहते हैं, क्षेत्र रेखाएं, गुण, परिभाषा एवं विद्युत बल रेखाओं में अंतर
  2. चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के तीन गुणों को लिखिए। (उत्तर अधिकतम 50 शब्दों
  3. NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 13 Magnetic Effects of Electric Current (Hindi Medium)
  4. चुम्बकीय पदार्थ क्या है? प्रकार, गुण और उपयोग
  5. चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुणों की सूची बनाइए।
  6. चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के 2 गुण लिखिए
  7. चुंबकीय बल रेखाएं किसे कहते हैं, क्षेत्र रेखाएं, गुण, परिभाषा एवं विद्युत बल रेखाओं में अंतर
  8. चुम्बकीय पदार्थ क्या है? प्रकार, गुण और उपयोग
  9. चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के 2 गुण लिखिए
  10. चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुणों की सूची बनाइए।


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चुंबकीय बल रेखाएं किसे कहते हैं, क्षेत्र रेखाएं, गुण, परिभाषा एवं विद्युत बल रेखाओं में अंतर

किसी चुंबक के चारों ओर का वह क्षेत्र, जिसमें किसी चुंबकीय बल का अनुभव किया जा सकता है इस क्षेत्र को चुंबक का चुंबकीय क्षेत्र कहा जाता है। चुंबकीय बल रेखाएं जब किसी चुंबक के पास कोई चुंबकीय सुई (कम्पास सुई) लायी जाती है। तो चुंबकीय सुई घूमकर एक निश्चित दिशा में रूक जाती है। अब यदि चुंबक की दिशा की परिवर्तन कर दें, तो चुंबकीय सुई की दिशा भी परिवर्तित हो जाती है। चुंबकीय सुई एक वक्र पथ पर विचलित होती रहती है। अतः इस प्रकार स्पष्ट होता है कि चुंबकीय क्षेत्र की रेखाएं वक्र रेखाओं के रूप में होती हैं। इन वक्र रेखाओं को चुंबकीय बल रेखाएं अथवा चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं (magnetic field lines in Hindi) कहते हैं। चुंबकीय बल रेखाएं चुंबक के उत्तरी ध्रुव से प्रारंभ होकर दक्षिणी ध्रुव पर समाप्त हो जाती हैं। यह रेखाएं बंद वक्र बनाती हैं। चुंबकीय बल रेखाएं चुंबकीय बल रेखाओं के गुण • चुंबकीय बल रेखाएं सदैव चुंबक के उत्तरी ध्रुव से प्रारंभ होकर दक्षिणी ध्रुव में प्रवेश करती हैं। तथा दक्षिणी ध्रुव से चुंबक के अंदर होते हुए उत्तरी ध्रुव पर पुनः वापस लौट आती है। अर्थात् यह रेखाएं बंद वक्र बनाती हैं। • चुंबकीय बल रेखाएं एक दूसरे को नहीं काटती हैं। ऐसा इसलिए होता है चूंकि अगर चुंबकीय बल रेखाएं एक दूसरे को काटती है तो कटान बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशाएं एक से अधिक होंगी। जो लगभग असंभव है। • चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के किसी बिंदु पर खींची गईं स्पर्श रेखाएं उस बिंदु पर परिणामी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा बताती हैं। • चुंबक के ध्रुव के समीप चुंबकीय बल रेखाएं पास-पास होती हैं। जिस कारण यहां चुंबकीय क्षेत्र प्रबल होता है। तथा चुंबक के ध्रुव के दूर चुंबकीय बल रेखाएं दूर-दूर होती है। जिस कारण वहां चुंबकीय क्...

चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के तीन गुणों को लिखिए। (उत्तर अधिकतम 50 शब्दों

Solution चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुण (a) ध्रुवों के समीप क्षेत्र रेखाएँ घनी होती है। (b) क्षेत्र रेखाओं की निकटता चुंबकीय क्षेत्र की प्रबलता की द्योतक होती है। जिस स्थान पर क्षेत्र रेखाएँ एक दूसरे के बहुत निकट होती है वहाँ चुंबकीय क्षेत्र अधिक प्रबल होता है। (c) ये चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ .बंद. वक्र होते हैं। अथवा (a) जब हम विद्युत परिपथ में फ्यूज तार का उपयोग नहीं करते हैं तब विद्युत परिपथ में लघुपथन होता है। (b) भू-संपर्क तार घर के निकट जमीन के अंदर बहुत नीचे स्थित धातु की प्लेट के साथ जुड़ा होता है। यह सुरक्षा का साधन है और विद्युत सप्लाई (आपूर्ति) को किसी प्रकार प्रभावित नहीं करता है। धातु के साधित्रों को भू-संपर्कित करने पर पृथ्वी धारा के प्रवाह के लिए लगभग शून्य प्रतिरोध का पर्थ प्रदान करती है और धारा हमारे शरीर से नहीं गुजरती है और हम गंभीर झटके से बच जाते हैं। नमस्कार दोस्तों दिया गया प्रश्न है चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की तीन गुणों को लिखिए और अथवा में प्रश्न दिया गया है कि किसी विद्युत परिपथ में लघुपथन और अति भारत कब होता है तू बात करते हैं हम लोग चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं मतलब पहला जो हमारा है वह है दोस्तों किसके बारे में चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के बारे में तुझे के चित्र दिखाएं जो होती पर एक प्रकार की दोस्तों चुंबकीय क्षेत्र को निरूपित करने वाली जो रेखाएं होती है आप कह सकते हैं कि जब चुंबक के आस पास आकर करते हैं तो चुंबकीय सुई है उसके मार्ग को क्या कर देते दोस्त अंकित कर देते हैं तो वहां पर आपको चुंबक क्षेत्र रेखाएं प्राप्त होती है यह एक प्रकार की काल्पनिक क्षेत्र रेखाएं या बल रेखाएं होती है तो यह आप चित्र में दिखाई दे तो एक हमारा क्षेत्र चुं...

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 13 Magnetic Effects of Electric Current (Hindi Medium)

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चुम्बकीय पदार्थ क्या है? प्रकार, गुण और उपयोग

चुम्बकीय पदार्थ (Magnetic Material in Hindi) -: ऐसे पदार्थ जो अपने अंदर चुंबकीय गुण रखते हैं उन्हें चुंबकीय पदार्थ (Magnetic Material) कहते हैं। चुंबकीय पदार्थों का व्यवहार उनकी सूक्ष्म संरचना पर निर्भर करता है। पदार्थ की फेज बनावट और उनकी संरचना भी पदार्थ के चुंबकीय व्यवहार को प्रभावित करती हैं। इन पदार्थ के द्वारा चुंबकीय बल रेखाओं को आकर्षित और प्रतिकर्षित भी किया जा सकता है। किसी भी चुंबकीय पदार्थ की अपूर्णता या दोष भी चुंबकीय पदार्थों के व्यवहार को प्रभावित कर देती हैं। लगभग सभी पदार्थों में किसी न किसी प्रकार से चुम्बकीय गुण होता है। चुम्बकत्व पदार्थ का वह गुण है जो किसी पदार्थ में अधिक पाया जाता है तो किसी में कम पाया है और किसी में बिल्कुल विपरीत पाया जाता है। चुंबकीय पदार्थ के प्रकार (Types of Magnetic Materials in Hindi) -: सामान्यतः चुंबकीय पदार्थ को तीन प्रकार से बांटा गया है - 1. लौहचुम्बकीय पदार्थ (Ferromagnetic Materials) 2. अनुचुम्बकीय पदार्थ (Paramagnetic Materials) 3. प्रतिचुम्बकीय पदार्थ (Diamagnetic Materials) 1. लौहचुम्बकीय पदार्थ (Ferromagnetic Materials) -: ऐसे पदार्थ जो चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर चुंबकीय क्षेत्र की ओर अधिक तेजी से आकर्षित होते हैं उन्हें लौह चुंबकीय पदार्थ या फरोमैग्नेटिक मटेरियल कहते हैं। सामान्य भाषा में यह पदार्थ चुंबक की ओर बहुत ही तेजी के साथ आकर्षित होते हैं। जब लौह चुंबकीय पदार्थों को चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है तो चुंबकीय क्षेत्र का मान अधिक हो जाता है। यह गुण ठोस पदार्थो में पाया जाता है। निकिल, कोबाल्ट और लोहा को सबसे प्रबल लौह चुंबकीय पदार्थ माना जाता है। इन पदार्थों में चुंबकीय प्रवृत्ति बहुत अधिक होती है तथा इन...

चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुणों की सूची बनाइए।

चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के निम्नलिखित गुण हैं- • चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ उत्तरी ध्रुव से निकलकर दक्षिणी ध्रुव में समाहित हो जाती है। • चुंबक के अंदर, चुंबकीय क्षेत्र की दिशा इसके दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर होता है। • चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ बंद वक्र होती हैं। • जहाँ चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ घनी होती हैं वहाँ चुंबकीय क्षेत्र मजबूत होता है। • दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ कभी एक दुसरे को प्रतिच्छेद नहीं करती हैं।

चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के 2 गुण लिखिए

नमस्कार दोस्तों दिया गया प्रश्न है चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की तीन गुणों को लिखिए और अथवा में प्रश्न दिया गया है कि किसी विद्युत परिपथ में लघुपथन और अति भारत कब होता है तू बात करते हैं हम लोग चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं मतलब पहला जो हमारा है वह है दोस्तों किसके बारे में चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के बारे में तुझे के चित्र दिखाएं जो होती पर एक प्रकार की दोस्तों चुंबकीय क्षेत्र को निरूपित करने वाली जो रेखाएं होती है आप कह सकते हैं कि जब चुंबक के आस पास आकर करते हैं तो चुंबकीय सुई है उसके मार्ग को क्या कर देते दोस्त अंकित कर देते हैं तो वहां पर आपको चुंबक क्षेत्र रेखाएं प्राप्त होती है यह एक प्रकार की काल्पनिक क्षेत्र रेखाएं या बल रेखाएं होती है तो यह आप चित्र में दिखाई दे तो एक हमारा क्षेत्र चुंबक एंड और एसटीएफ तुझे हमारा क्या है चुंबक है तो यह तुझे दंड चुंबक है इसमें आप देख सकते कि चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं है वह चुंबक के बाहर से निकल कर दे विषयसूची Show • • • • कहां जा रही है इसकी ओर जबकि चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं जूस चुंबक के अंदर जो होती है वह एस्से एंड की ओर गति करती है सबसे पहले इसका गुण होता है भैया होता है कि चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं जो होती है दोस्तों स्पष्ट के कैसी होती है सदैव लंबवत होती है कहने का मतलब है जैसे कि क्या दंड चुंबक है दंड चुंबक से कैसे निकलेगी हर्षद लंबा बाद बाहर निकलेगी और तबियत कैसे करेगी लंबवत प्रवेश करती है तो कहने का मतलब यह है कि पृष्ठ से सदैव कैसे निकलेगी या पृष्ठ से सदैव लंबवत बाहर निकलती है तो आप इसको कहेंगे या इसका पहला मुख्य गुण था ठीक है दूसरा गोयनका यह होता है कि तू चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं होती है क्षेत्र रेखाएं होती है वे एक दूसरे...

चुंबकीय बल रेखाएं किसे कहते हैं, क्षेत्र रेखाएं, गुण, परिभाषा एवं विद्युत बल रेखाओं में अंतर

किसी चुंबक के चारों ओर का वह क्षेत्र, जिसमें किसी चुंबकीय बल का अनुभव किया जा सकता है इस क्षेत्र को चुंबक का चुंबकीय क्षेत्र कहा जाता है। चुंबकीय बल रेखाएं जब किसी चुंबक के पास कोई चुंबकीय सुई (कम्पास सुई) लायी जाती है। तो चुंबकीय सुई घूमकर एक निश्चित दिशा में रूक जाती है। अब यदि चुंबक की दिशा की परिवर्तन कर दें, तो चुंबकीय सुई की दिशा भी परिवर्तित हो जाती है। चुंबकीय सुई एक वक्र पथ पर विचलित होती रहती है। अतः इस प्रकार स्पष्ट होता है कि चुंबकीय क्षेत्र की रेखाएं वक्र रेखाओं के रूप में होती हैं। इन वक्र रेखाओं को चुंबकीय बल रेखाएं अथवा चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं (magnetic field lines in Hindi) कहते हैं। चुंबकीय बल रेखाएं चुंबक के उत्तरी ध्रुव से प्रारंभ होकर दक्षिणी ध्रुव पर समाप्त हो जाती हैं। यह रेखाएं बंद वक्र बनाती हैं। चुंबकीय बल रेखाएं चुंबकीय बल रेखाओं के गुण • चुंबकीय बल रेखाएं सदैव चुंबक के उत्तरी ध्रुव से प्रारंभ होकर दक्षिणी ध्रुव में प्रवेश करती हैं। तथा दक्षिणी ध्रुव से चुंबक के अंदर होते हुए उत्तरी ध्रुव पर पुनः वापस लौट आती है। अर्थात् यह रेखाएं बंद वक्र बनाती हैं। • चुंबकीय बल रेखाएं एक दूसरे को नहीं काटती हैं। ऐसा इसलिए होता है चूंकि अगर चुंबकीय बल रेखाएं एक दूसरे को काटती है तो कटान बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशाएं एक से अधिक होंगी। जो लगभग असंभव है। • चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के किसी बिंदु पर खींची गईं स्पर्श रेखाएं उस बिंदु पर परिणामी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा बताती हैं। • चुंबक के ध्रुव के समीप चुंबकीय बल रेखाएं पास-पास होती हैं। जिस कारण यहां चुंबकीय क्षेत्र प्रबल होता है। तथा चुंबक के ध्रुव के दूर चुंबकीय बल रेखाएं दूर-दूर होती है। जिस कारण वहां चुंबकीय क्...

चुम्बकीय पदार्थ क्या है? प्रकार, गुण और उपयोग

चुम्बकीय पदार्थ (Magnetic Material in Hindi) -: ऐसे पदार्थ जो अपने अंदर चुंबकीय गुण रखते हैं उन्हें चुंबकीय पदार्थ (Magnetic Material) कहते हैं। चुंबकीय पदार्थों का व्यवहार उनकी सूक्ष्म संरचना पर निर्भर करता है। पदार्थ की फेज बनावट और उनकी संरचना भी पदार्थ के चुंबकीय व्यवहार को प्रभावित करती हैं। इन पदार्थ के द्वारा चुंबकीय बल रेखाओं को आकर्षित और प्रतिकर्षित भी किया जा सकता है। किसी भी चुंबकीय पदार्थ की अपूर्णता या दोष भी चुंबकीय पदार्थों के व्यवहार को प्रभावित कर देती हैं। लगभग सभी पदार्थों में किसी न किसी प्रकार से चुम्बकीय गुण होता है। चुम्बकत्व पदार्थ का वह गुण है जो किसी पदार्थ में अधिक पाया जाता है तो किसी में कम पाया है और किसी में बिल्कुल विपरीत पाया जाता है। चुंबकीय पदार्थ के प्रकार (Types of Magnetic Materials in Hindi) -: सामान्यतः चुंबकीय पदार्थ को तीन प्रकार से बांटा गया है - 1. लौहचुम्बकीय पदार्थ (Ferromagnetic Materials) 2. अनुचुम्बकीय पदार्थ (Paramagnetic Materials) 3. प्रतिचुम्बकीय पदार्थ (Diamagnetic Materials) 1. लौहचुम्बकीय पदार्थ (Ferromagnetic Materials) -: ऐसे पदार्थ जो चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर चुंबकीय क्षेत्र की ओर अधिक तेजी से आकर्षित होते हैं उन्हें लौह चुंबकीय पदार्थ या फरोमैग्नेटिक मटेरियल कहते हैं। सामान्य भाषा में यह पदार्थ चुंबक की ओर बहुत ही तेजी के साथ आकर्षित होते हैं। जब लौह चुंबकीय पदार्थों को चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है तो चुंबकीय क्षेत्र का मान अधिक हो जाता है। यह गुण ठोस पदार्थो में पाया जाता है। निकिल, कोबाल्ट और लोहा को सबसे प्रबल लौह चुंबकीय पदार्थ माना जाता है। इन पदार्थों में चुंबकीय प्रवृत्ति बहुत अधिक होती है तथा इन...

चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के 2 गुण लिखिए

नमस्कार दोस्तों दिया गया प्रश्न है चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की तीन गुणों को लिखिए और अथवा में प्रश्न दिया गया है कि किसी विद्युत परिपथ में लघुपथन और अति भारत कब होता है तू बात करते हैं हम लोग चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं मतलब पहला जो हमारा है वह है दोस्तों किसके बारे में चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के बारे में तुझे के चित्र दिखाएं जो होती पर एक प्रकार की दोस्तों चुंबकीय क्षेत्र को निरूपित करने वाली जो रेखाएं होती है आप कह सकते हैं कि जब चुंबक के आस पास आकर करते हैं तो चुंबकीय सुई है उसके मार्ग को क्या कर देते दोस्त अंकित कर देते हैं तो वहां पर आपको चुंबक क्षेत्र रेखाएं प्राप्त होती है यह एक प्रकार की काल्पनिक क्षेत्र रेखाएं या बल रेखाएं होती है तो यह आप चित्र में दिखाई दे तो एक हमारा क्षेत्र चुंबक एंड और एसटीएफ तुझे हमारा क्या है चुंबक है तो यह तुझे दंड चुंबक है इसमें आप देख सकते कि चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं है वह चुंबक के बाहर से निकल कर दे विषयसूची Show • • • • कहां जा रही है इसकी ओर जबकि चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं जूस चुंबक के अंदर जो होती है वह एस्से एंड की ओर गति करती है सबसे पहले इसका गुण होता है भैया होता है कि चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं जो होती है दोस्तों स्पष्ट के कैसी होती है सदैव लंबवत होती है कहने का मतलब है जैसे कि क्या दंड चुंबक है दंड चुंबक से कैसे निकलेगी हर्षद लंबा बाद बाहर निकलेगी और तबियत कैसे करेगी लंबवत प्रवेश करती है तो कहने का मतलब यह है कि पृष्ठ से सदैव कैसे निकलेगी या पृष्ठ से सदैव लंबवत बाहर निकलती है तो आप इसको कहेंगे या इसका पहला मुख्य गुण था ठीक है दूसरा गोयनका यह होता है कि तू चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं होती है क्षेत्र रेखाएं होती है वे एक दूसरे...

चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुणों की सूची बनाइए।

चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के निम्नलिखित गुण हैं- • चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ उत्तरी ध्रुव से निकलकर दक्षिणी ध्रुव में समाहित हो जाती है। • चुंबक के अंदर, चुंबकीय क्षेत्र की दिशा इसके दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर होता है। • चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ बंद वक्र होती हैं। • जहाँ चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ घनी होती हैं वहाँ चुंबकीय क्षेत्र मजबूत होता है। • दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ कभी एक दुसरे को प्रतिच्छेद नहीं करती हैं।