Dalchini ki chai kaise banaen

  1. व्रत का खाना
  2. दालचीनी की चाय के फायदे, जानें कैसे बनाएं
  3. जानिए अर्जुन की छाल और दालचीनी के फायदे [8 फायदे]
  4. दालचीनी की चाय के फायदे और बनाने की विधि
  5. Dalchini Ke Fayde Aur Nuksan
  6. Gudhal Ke Phool ke Fayde
  7. दालचीनी की चाय की रेसिपी


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व्रत का खाना

See this page in व्रत का खाना भारत में व्रत की परंपरा सदियों से है. व्रत कई तरह के होते हैं- कुछ व्रत ऐसे होते हैं जिनमें पानी तक नही पिया जाता है जैसे कि, करवा चौथ, सकट चौथ, तीज , इत्यादि. कुछ व्रत ऐसे होते हैं जिनमे खाली फलाहार खाया जाता है, जैसे कि- जन्माष्टमी, नवरात्रि, एकादशी वग़ैरह-वग़ैरह.... नवरात्रि के दिनों में बहुत से लोग आठ दिनों के लिए व्रत रखते हैं (पड़वा से अष्टमी), और केवल फलाहार पर ही आठों दिन रहते हैं. फलाहार का अर्थ है, फल एवं और कुछ अन्य विशिष्ट सब्जियों से बने हुए खाने. फलाहार में सेंधा नमक का इस्तेमाल होता है. नवरात्रि के नौवें दिन भगवान राम के जन्म की रस्म और पूजा (रामनवमी) के बाद ही उपवास खोला जाता है. जो लोग आठ दिनों तक व्रत नहीं रखते, वे पहले और आख़िरी दिन उपवास रख लेते हैं (यानी कि पड़वा और अष्टमी को). अब यह आपकी श्रद्धा, और हिम्मत पर है कि आप कौन सा व्रत रखते है. और किस तरह से रखते हैं. फलाहार - फलाहार की परिभाषा भी बहुत व्यापक है - जहाँ कुछ लोग केवल हरी मिर्च को ही फलाहार मानते हैं वहीं कुछ और लोग काली और लाल मिर्च को भी व्रत में खाते हैं. ऐसा ही कुछ सब्जियों के साथ भी है- कुछ परिवारों में खाली आलू, शकरकंद, और लौकी को ही फलाहारी माना जाता है , वहीं कुछ और लोग अरबी को भी व्रत में खाते हैं. खैर.... आप श्रद्धा से व्रत रखें और बनाए फलाहारी खाना अपने परिवार की परंपरा के मुताबिक..... कुछ हल्के फुल्के फलाहारी व्यंजन • अरबी के फलाहारी कबाब अरबी जिसे उत्तर भारत में घुइयाँ के नाम से भी जाना जाता है आलू और शकरकंद के जैसे आमतौर पर सभी परिवारों में व्रत के दिनों में खाई जाती है. अरबी से कई प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं. अरबी के कबाब बहुत आसानी से बनने वाला ...

दालचीनी की चाय के फायदे, जानें कैसे बनाएं

Cinnamon Tea Benefits In Hindi: दालचीनी की चाय का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह कई गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम करने और उन्हें दूर रखने में बहुत फायदेमंद है। दालचीनी कई जरूरी पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत है। यह मैग्नीशियम, आयरन, फास्फोरस, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, मैंगनीज, कॉपर, जिंक, नियासिन, थायमिन और लाइकोपीन जैसे शरीर के लिए पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है। जिससे यह शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करने में भी बहुत लाभकारी है। दालचीनी के फायदों को बारे में अधिक जानने के लिए हमने क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन गरिमा गोयल से बात की। उनकी मानें तो अगर आप नियमित रूप से दालचीनी का सेवन करते हैं, तो इससे सेहत को अद्भुत फायदे मिलते हैं। बहुत से लोग अक्सर पूछते हैं कि दालचीनी की पीने के क्या फायदे मिलते हैं और दालचीनी की चाय कैसे बनाएं (dalchini ki chai kaise banaye)? इस लेख में हम आपको दालचीनी की चाय पीने के 10 फायदे (dalchini ki chai peene ke fayde) और बनाने का तरीका बता रहे हैं। दालचीनी चीनी की चाय पीने के फायदे- Cinnamon Tea Benefits In Hindi • वजन घटाने में मददगार है: अगर आप सुबह की शुरुआत दालचीनी की चाय से करते हैं, तो यह मेटाबॉलिज्म को तेज करने और तेजी से कैलोरी बर्न करने में मदद करती है, जिससे वजन प्रबंधन में मदद मिलती है। • अनहेल्दी फूड्स की क्रेविंग नहीं होती है: दालचीनी की चाय कुछ मीठा या जंक फूड्स की क्रेविंग को रोकने में मदद करती है। इसमें सीलोन दालचीनी की चाय बहुत लाभकारी है। • त्वचा के लिए फायदेमंद है: दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में टॉक्सिन्स और फ्री रेडिकल्स से लड़ने मदद करते हैं। यह कील-मुंहासे, दाग-धब्बों को कम करने में म...

जानिए अर्जुन की छाल और दालचीनी के फायदे [8 फायदे]

अर्जुन की छाल और दालचीनी के फायदे (Arjun Ki Chhal Aur Dalchini Ke Fayde)– अर्जुन की छाल की तरह ही दालचीनी भी अपने औषधीय गुणों के कारण हमारे शरीर को बहुत से रोगो में फायदा पहुँचाती है। और इसलिए ही अर्जुन की छाल और दालचीनी को मिलाकर तैयार किया गया मिश्रण स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता हैं। आइये जानते है क्या है इसके फायदे। अर्जुन की छाल और दालचीनी के फायदे | Arjun Ki Chhal Aur Dalchini Ke Fayde अर्जुन की छाल और दालचीनी, दोनों ही औषधीय हमारे शरीर को अनेको रोगो से बचाव करने और उन्हें दूर करने काफी फायदेमंद होती है। इन दोनों को मिलाकर बनाई गई औषधि हाई B.P., कोलेस्ट्रॉल, TRIGLYCERIDE की परेशानी में फायदा पहुंचाने के साथ-2 मोटापा कम करती है , हार्ट की ARTERIES में मौजूद ब्लोकेज को दूर करने में फायदेमंद होती है। अर्जुन की छाल का काढ़ा या अर्जुन की छाल की चाय बनाते समय दालचीनी का इस्तेमाल करना सोने पे सुहागे वाली बात हो जाती है तो आइये जानते है अर्जुन की छाल और दालचीनी के फायदे ( Arjun Ki Chhal Aur Dalchini Ke Fayde ), अर्जुन की छाल और दालचीनी का काढ़ा पीने के फायदे (Arjun Ki Chaal Or Dalchini ka Kadha Pine ke Fayde ) और अर्जुन की छाल, दालचीनी और शहद को मिलाकर तैयार किया गया फेसमास्क के फायदे।। Table of Contents • • • • • • • अर्जुन की छाल और दालचीनी अर्जुन की छाल आयुर्वेदा में एक जानी मानी औषधि है जो ह्रदय यानि दिल से जुडी बीमारीओं में बहुत ही फायदेमंद होती है। वहीँ दालचीनी खाने में स्वाद और सुगंध बढ़ाने के साथ-2 अनेको रोगो में फायदेमंद औषधि भी है। इन दोनों को मिलाकर जो मिश्रण बनता है वह बहुत ही फायदेमंद होता है लेकिन उसके बारे में जानने से पहले थोड़ी सी बात हो जाये अर्...

दालचीनी की चाय के फायदे और बनाने की विधि

हममें से ज्यादातर लोग अपने दिन की शुरुआत चाय के साथ करते हैं। नींद को दूर भगाने और शरीर में ताजगी भर देनेवाले पेय पदार्थों में चाय सबसेपसंदीदा है। क्या आप जानते हैं, इसी चाय में कुछ आसानी से उपलब्ध औषधियों को मिलाकर कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी लाभभी प्राप्त कर सकते हैं। ऐसी ही एक औषधि है- दरअसल दालचीनी का पेड़ होता है, जिसकी छाल को प्रयोग में लाया जाता है। यह छाल सूख जाने के बाद रोलनुमा हो जाते हैं, जिसे आसानी से पहचाना जा सकता है। छाल के इस रोल को गरम पानी में उबालकर या इसके पाउडर को चाय में मिलाकर सेवन किया जा सकता है। अगर बात दालचीनी की चाय की करें तो इसके सेवन से कई प्रकार के लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। वजन कम करने, हृदय की स्थिति में सुधार, मासिक धर्म में ऐंठन को कम करने के साथ मधुमेह रोगियों में ब्लड शुगर को कम करने में भी यह काफी लाभकारी है। इस लेख में हम आपको दालचीनी की चाय बनाने की विधि के साथ उसके विज्ञान-आधारित स्वास्थ्य लाभ के बारे में विस्तार से बताएंगे। • • • • • • • • दालचीनी की चाय में बहुत सारे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो आपको स्वस्थ बनाए रखने में काफी सहायक होते हैं। दालचीनी में विशेष रूप से पॉलीफेनोल एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं। एक अध्ययन में 26 मसालों के एंटीऑक्सीडेंट गुणों की तुलना की गई, जिसमें पाया गया कि लौंग और अजवायन की तरह दालचीनी भी कई प्रकार से फायदेमंद है। इसके अलावा, शोध से पता चलता है कि दालचीनी की चाय कुल एंटीऑक्सिडेंट क्षमता (टीएसी) को बढ़ा सकती है। जो आपके शरीर को अंदुरूनी तौर पर शक्तिशाली बनता है। myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule ब...

Dalchini Ke Fayde Aur Nuksan

Cinnamon in Hindi : आयुर्वेद में दालचीनी का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है जो अनेक बीमारियों से लड़ने में मदद करती है। जिसकारण यह स्वस्थ के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है। इस पोस्ट में – दालचीनी के फायदे (Dalchini Ke Fayde) , दालचीनी के उपयोग और इसके अधिक सेवन से होने वाल नुकसान (दालचीनी के नुकसान) को विस्तार से बताया है। 9 References (सन्दर्भ) दालचीनी क्या है? | Cinnamon in hindi meaning दालचीनी (सिनेमन) मुख्यतः पेड़ की एक छाल है। यह भूरे रंग की मुलायम और चिकनी होती है। जो सूख जाने के बाद रोलनुमा हो जाती है। इसकी हल्की मीठी खुशबू और स्वाद ही इसकी पहचान है। दालचीनी की तासीर गर्म होती है। घरों में दालचीनी का उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है। जो भोजन के स्वाद और खुशबू दोनों को बढ़ाता है साथ ही इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की दवाएँ बनाने में भी किया जाता है। आज के समय में दालचीनी का उपयोग चाय के रूप में भी होता है। जो बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक होती है। हालांकि इसका अधिक सेवन स्वस्थ के लिए हानिकारक भी हो सकता है। और पढ़ें- और पढ़ें- दालचीनी में मौजूद पौष्टिक तत्व (Cinnamon Nutritional Value in Hindi) दालचीनी में कई प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक पोषक तत्व (Cinnamon in Hindi) होते हैं, जिनमें निम्नलिखित विटामिन और खनिज शामिल हैं: 100 ग्राम दालचीनी में पोषक तत्व पो षक तत्व मात्रा प्रोटीन 0.08 g फैट 0.06 g कोलेस्ट्रॉल 0 mg कार्बोहाइड्रेट 1.89 g विटामिन A 295 IU विटामिन C 3.85 mg विटामिन E 2.31 mg विटामिन K 31.15 µg फोलेट्स 6.15 µg आयरन 8.46 mg कैल्शियम 1001.92 mg मैग्नीशियम 60 mg जिंक 1.92 mg मैंगनीज 17.31 mg फॉस्फोरस 63.85 mg दालचीनी चाय के फायदे | Dalchini Ke Fayde दालचीनी में एंटी-बैक...

Gudhal Ke Phool ke Fayde

गुड़हल (Gudhal) के फूल को आपने देखा होगा। गुुड़हल के फूल को अड़हुल का फूल भी बोलते हैं। अधिकांशतः गुड़हल के फूल का इस्तेमाल पूजा-पाठ आदि कामों के लिए किया जाता है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि गुड़हल के फूल का सेवन भी किया जाता है, और रोगों के इलाज में भी गुड़हल के फूल के फायदे (gudhal ke fayde) मिलते हैं। आयुर्वेद में गुड़हल के फूल (gudhal ke phool) को एक बहुत ही उत्तम औषधि बताया गया है। पतंजलि के अनुसार, गंजेपन की समस्या, बालों को बढ़ाने में अड़हुल से फायदे मिलते हैं। इतना ही नहीं कई गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए अड़हुल का उपयोग किया जाता है। आइए जानते हैं। Contents • 1 गुड़हल क्या है ?(What is Gudhal in Hindi?) • 2 अन्य भाषाओं में गुड़हल के नाम (Name of Gudhal in Different Languages) • 3 गुड़हल के फायदे (Gudhal Benefits and Uses in Hindi) • 3.1 बालों को बढ़ाने में गुड़हल के फायदे (Hibiscus Leaves Uses in Hair Fall Problem in Hindi) • 3.2 रूसी (डैंड्रफ) की समस्या में गुड़हल के फायदे (Hibiscus Flower Benefits in Dandruff Treatment in Hindi) • 3.3 गंजेपन की समस्या में गुड़हल के फायदे (Uses of Arhul to Cure Baldness in Hindi) • 3.4 नींद न आने की परेशानी में गुड़हल से लाभ (Hibiscus Flower Benefits in Fighting with Insomnia in Hindi) • 3.5 ल्यूकोरिया के इलाज में गुड़हल से लाभ (Arhul Benefits in Leucorrhoea Treatment in Hindi) • 3.6 याददाश्त बढ़ाने के लिए गुड़हल का उपयोग (Hibiscus Leaves Benefits in Increasing Memory power in Hindi) • 3.7 एनीमिया (खून की कमी) रोग में गुड़हल से लाभ (Hibiscus Powder Uses to Treat Anemia in Hindi) • 3.8 गर्भधारण रोकने के लिए गुड़हल का गुण लाभद...

दालचीनी की चाय की रेसिपी

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