Durga chalisa aur aarti

  1. Durga Chalisa in English and Hindi
  2. Durga Chalisa दुर्गा चालीसा Aarti आरती Lyrics With HD Image
  3. श्री दुर्गा चालीसा : नमो नमो दुर्गे सुख करनी...
  4. Shri Durga Mata ki Aarti


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Durga Chalisa in English and Hindi

Durga Chalisa in English and Hindi | Shardiya Navratri 2022 Shardiya Navratri 2022: It is believed that if a person chants Durga Chalisa during Navratri, the goddess is pleased and showers her blessings on her devotees. Its recitation is considered auspicious in the scriptures. Here's Durga Chalisa in both Hindi and English! Image Source : FREEPIK Durga Chalisa Navratri 2022: The festivities of Shardiya Navratri have begun from September 26 and will last till Oct 5. This festival is celebrated to mark the mighty valour of the different avatars of Goddesses Durga. During these nine holy days, devotees seek the blessings of nine forms of Goddess to bestow happiness, strength and knowledge on them. Fast are observed for nine days during which Durga Chalisa is recited to please Goddess. It is believed that if a person chants Durga Chalisa during Navratri, the goddess is pleased and showers her blessings on her devotees. Its recitation is considered auspicious in the scriptures. Here's Durga Chalisa in both Hindi and English: Sharadiya Navratri 2022: Durga Chalisa In English Namo namo Durge sukh karani, Namo namo Ambe dukh harani. Nirankar hai jyoti tumhari Tihun lok pheli ujayari. Shashi lalat mukh maha vishala, Netra lal brikuti vikrala. Roop matu ko adhika suhave, Daras karat jan ati sukh pave. Tum sansar shakti laya kina, Palan hetu anna dhan dina. Annapurna hui jag pala, Tumhi adi sundari bala. Pralaya kal sab nashan hari, Tum Gauri Shiv Shankar pyari. Shiv yogi tumhare gu...

Durga Chalisa दुर्गा चालीसा Aarti आरती Lyrics With HD Image

Download Durga Aarti Photo नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अम्बे दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥ शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥ रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे॥ तुम संसार शक्ति लै कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना॥ अन्नपूर्णा हुई जग पाला। तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥ प्रलयकाल सब नाशन हारी। तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥ शिव योगी तुम्हरे गुण गावें। ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥ रूप सरस्वती को तुम धारा। दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥ धरयो रूप नरसिंह को अम्बा। परगट भई फाड़कर खम्बा॥ रक्षा करि प्रह्लाद बचायो। हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥ लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं। श्री नारायण अंग समाहीं॥ क्षीरसिन्धु में करत विलासा। दयासिन्धु दीजै मन आसा॥ हिंगलाज में तुम्हीं भवानी। महिमा अमित न जात बखानी॥ मातंगी अरु धूमावति माता। भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥ श्री भैरव तारा जग तारिणी। छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥ केहरि वाहन सोह भवानी। लांगुर वीर चलत अगवानी॥ कर में खप्पर खड्ग विराजै। जाको देख काल डर भाजै॥ सोहै अस्त्र और त्रिशूला। जाते उठत शत्रु हिय शूला॥ नगरकोट में तुम्हीं विराजत। तिहुंलोक में डंका बाजत॥ शुंभ निशुंभ दानव तुम मारे। रक्तबीज शंखन संहारे॥ महिषासुर नृप अति अभिमानी। जेहि अघ भार मही अकुलानी॥ रूप कराल कालिका धारा। सेन सहित तुम तिहि संहारा॥ परी गाढ़ संतन पर जब जब। भई सहाय मातु तुम तब तब॥ अमरपुरी अरु बासव लोका। तब महिमा सब रहें अशोका॥ ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी। तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥ प्रेम भक्ति से जो यश गावें। दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥ ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई। जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥ जोगी सुर मुनि कहत पुकारी। योग न हो...

श्री दुर्गा चालीसा : नमो नमो दुर्गे सुख करनी...

Pitro ki shanti ke upay : हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास हिंदू वर्ष का चौथा महीना होता है। आषाढ़ माह की अमावस्या के दिन का बहुत महत्व माना गया है। इस हलहारिणी अमावस्या भी कहते हैं। इसके बाद गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ हो जाता है। इस अमावस्या को दान-पुण्य और पितरों की शांति के लिए किए जाने वाले तर्पण के लिए बहुत ही उत्तम एवं विशेष फलदायी माना गया है। Vastu tips fro shoe and slipper: पहले के जमाने में लोग अपने जूते चप्पल घर के बाहर उतारक ही घर में जाते थे। घर में सभी बगैर चप्पल के रहते थे। परंतु आजकल कई लोग घर में चप्पल पहनकर रहते हैं। कुछ लोग तो घर में ही ही बाहर के जूते पहनकर आ जाते हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि वास्तु के अनुसार घर में चप्पल पहनना चाहिए या नहीं। अशोक बहुत पवित्र पेड़ माना जाता है। इसके पत्तों का पूजा में इ्तेमाल होता है। अ शोक-अशोक नाम से ही स्पष्ट है कि जो शोक मिटाता है। दुख दूर करता है, संताप हरता है। कष्टों से मुक्ति देता है। अशोक के वृक्ष के कई लाभ हैं सबसे पहला तो यही कि शोक यानी दुख को सोख लेता है। अगर यह घर में है तो नकारात्मक ऊर्जाएं दूर हो जाती हैं। चाणक्य नीति आज भी प्रासंगिक है, जिन्होंने भी इस नीति का पालन किया वह सुखी हो गया है। आचार्य चाणक्य ने धर्म, राजनीति, अर्थ, राज्य, देश, जीवन, स्त्री, पुरुष सभी विषयों पर अपने विचार चाणक्य नीति में व्यक्त किए हैं। चाणक्य के अनुसार कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनके साथ रहने से जीवन नरक के रहने जैसा बन जाता है। अत: तुरंत ही ऐसे लोग और स्थान को छोड़ देने में ही भलाई है। Yogini Ekadashi 2023 Date And Muhurat : आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार इस एका...

Shri Durga Mata ki Aarti

ॐ जय अम्बे गौरी..॥ केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्पर धारी । सुर-नर-मुनिजन सेवत, तिनके दुखहारी ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती । कोटिक चंद्र दिवाकर, सम राजत ज्योती ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ शुंभ-निशुंभ बिदारे, महिषासुर घाती । धूम्र विलोचन नैना, निशदिन मदमाती ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ चण्ड-मुण्ड संहारे, शोणित बीज हरे । मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ ब्रह्माणी, रूद्राणी, तुम कमला रानी । आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ चौंसठ योगिनी मंगल गावत, नृत्य करत भैरों । बाजत ताल मृदंगा, अरू बाजत डमरू ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरता, भक्तन की दुख हरता । सुख संपति करता ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ भुजा चार अति शोभित, खडग खप्पर धारी । मनवांछित फल पावत, सेवत नर नारी ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती । श्रीमालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योती ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ श्री अंबेजी की आरति, जो कोइ नर गावे । कहत शिवानंद स्वामी, सुख-संपति पावे ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । श्री दुर्गा माता की आरती – विडियो आइए दोस्तों अब श्री दुर्गा माता की आरती का आनंद विडियो के माध्यम से लेते हैं। श्री दुर्गा माता की आरती का आनंद विडियो के माध्यम से लेने के लिए नीचे क्लिक करें :- डाउनलोड श्री दुर्गा आरती MP3 रिंगटोन आइए दोस्तों अब श्री दुर्गा माता की आरती जय अम्बे गौरी का MP3 रिंगटोन डाउनलोड करते हैं। श्री दुर्गा माता की आरती का रिंगटोन डाउनलोड करने के लिए नीचे क्लिक करें :- डाउनलोड – श्री दुर्गा आरती रिंगटोन – Click Here Jai Ambe Gauri Aarti Lyrics in English श्री दुर्गा माता की आरती English में Jai Ambe Gaur...