Ecosystem in hindi

  1. CBSE Class 12 Biology NCERT Solutions 2023
  2. Paris:वीवाटेक में इंडिया पवेलियन का उद्घाटन, यूरोप के सबसे बड़े टेक इवेंट में भारतीय स्टार्टअप की प्रदर्शनी
  3. घास का मैदान पारिस्थितिकी तंत्र
  4. पारितंत्र किसे कहते है
  5. पर्यावरण
  6. जलीय पारितंत्र किसे कहते हैं


Download: Ecosystem in hindi
Size: 14.45 MB

CBSE Class 12 Biology NCERT Solutions 2023

Class 12 Biology in Hindi will need vivid material to complete studying all the chapters in Hindi. This study material is completed when the respective solutions for all the chapter exercises are added. Add the solutions for Class 12 Biology Chapters in Hindi prepared by the experts to make your study sessions more productive. Learn to answer fundamental biological questions perfectly from the solutions and score more in the exams. Class 12 Biology in Hindi Overview Biology as a subject covers many lengthy theoretical concepts. Several important topics and concepts like Genetics, Evolution, and Biotechnology have been Class 12 biology Biology Class 12 becomes even more important if the student wants to opt for a medical career or wants to do a specialization in Biology. It not only helps build a foundation but also gives them an idea of what they can expect in the future. Therefore, having a stronghold on the chapter becomes mandatory. NCERT Biology Class 12 has extensive information on the subject. The books are written in such a way that it will help students to understand the concepts and topics easily. However, when it comes to Biology, right from understanding the concepts thoroughly, diagrams, and memorizing the important terms are also necessary from an exam point of view and this is made easy by Vedantu. There are a total of 10 chapters available for NCERT Biology Class 12 . These chapters include topics such as reproduction in organisms, human welfare, genetics an...

Paris:वीवाटेक में इंडिया पवेलियन का उद्घाटन, यूरोप के सबसे बड़े टेक इवेंट में भारतीय स्टार्टअप की प्रदर्शनी

Paris: वीवाटेक में इंडिया पवेलियन का उद्घाटन, यूरोप के सबसे बड़े टेक इवेंट में भारतीय स्टार्टअप की प्रदर्शनी विस्तार फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने बुधवार को यहां शुरू हुए यूरोप के सबसे बड़े स्टार्ट-अप और टेक्नोलॉजी इवेंट वीवा टेक्नोलॉजी में इंडिया पवेलियन का उद्घाटन किया। उन्होंने, भारत के बुनियादी ढांचा विकास, डिजिटीकरण, लॉजिटिक्स विकास, संप्रभुता और समायोजन प्रयासों का उल्लेख किया। भारत और फ्रांस के संबंध पारंपरिक रूप से मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। राजदूत अशरफ ने कहा कि हम निश्चित रूप से डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में एक क्रांति कर रहे हैं जो वास्तव में सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। हमारे पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा पारिस्थितिकी तंत्र और दूसरा सबसे बड़ा पूल है। उन्होंने कहा भारत में दुनिया के सभी अनुसंधान एवं विकास और इंजीनियरिंग हब का 40 प्रतिशत है। 70 भारतीय स्टार्टअप ले रहे हिस्सा यूरोप का सबसे बड़ा स्टार्ट-अप सम्मेलन वीवाटेक ने भारत को वर्ष का देश के रूप में मान्यता दी थी। इस साल इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, विभाग (एमईआईटीवाई) और उद्योग संवर्धन विभाग के नेतृत्व में लगभग 70 भारतीय स्टार्टअप इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। स्टार्टअप निभा रहे महत्वपूर्ण भूमिका एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जितेंद्र विजय ने कहा कि वीवाटेक पर भारत का ध्यान डिजिटल पब्लिक गुड्स और डीप टेक प्लेटफॉर्म के क्षेत्र में भारतीय स्टार्टअप्स के नवाचारों को प्रदर्शित करना है, जिस पर ऐसे समाधान बनाए जाते हैं जो मानवता की सबसे अधिक दबाव वाली जरूरतों को हल कर रहे हैं। विजय ने कहा ...

घास का मैदान पारिस्थितिकी तंत्र

More • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • घास का मैदान पारिस्थितिकी तंत्र घास के मैदान घास के प्रभुत्व वाले क्षेत्र हैं। वे पृथ्वी की सतह पर लगभग 20% भूमि पर कब्जा करते हैं। घास के मैदान उष्णकटिबंधीय और समशीतोष्ण दोनों क्षेत्रों में होते हैं जहां वर्षा पेड़ों के विकास का समर्थन करने के लिए पर्याप्त नहीं है। घास के मैदान अच्छी तरह से परिभाषि...

पारितंत्र किसे कहते है

ecosystem meaning in hindi पारितंत्र किसे कहते है | पारितंत्र की परिभाषा क्या है अर्थ मीनिंग उदाहरण दीजिये | कुछ महत्वपूर्ण तथ्य – इस इकाई में आपने सीखा कि ऽ सजीव जीवधारियों में स्वयं एक-दूसरे के बीच तथा उनके एवं भौतिक पर्यावरण के बीच के परस्परसंबंधों के अध्ययन को पारिस्थितिकी कहते हैं। ऽ विभिन्न स्पीशीज की समष्टियों को एक मिलाकर जैविक समुदाय कहलाते हैं। जैविक समुदायों की भौतिक पर्यावरण के साथ लगातार जारी परस्परक्रिया से परिस्थितिक तंत्र (पारितंत्र) बनता है। ऽ पारितंत्र को पर्यावरण का एक समग्रात्मक (holistic) घटक माना जाता है क्योंकि इसमें जैविक समुदाय तथा पर्यावरण के भौतिक (अजैविक) घटक दोनों ही शामिल होते हैं। जैविक समुदाय की भौतिक पर्यावरण के साथ लगातार परस्परक्रिया के कारण सुनिश्चित होता है कि समुदाय के भीतर सतत् ऊर्जा-प्रवाह बना रहे और समुदाय की सुस्पष्ट पोषण संरचना भी गठित रह सके। ब्रह्मांड में ऊर्जा का अंतिम स्रोत सूर्य ही है। सूर्य की ऊर्जा को हरे पौधे अपने भीतर पकड़ लेते हैं और फिर विषमपोषी जीव अपने लिए आवश्यक ऊर्जा को सीधे अथवा परोक्ष रूप में पौधों से ही प्राप्त करते हैं । ऽ एक स्पीशीज के खाने और पलट कर स्वयं के खाए जाने में ऊर्जा के प्रवाह को खाद्य-श्रृंखला कहते हैं। खाद्य श्रृंखलाओं की परस्पर जुड़े ताने-बाने को खाद्य जाल कहते हैं। खाद्य जालों के बनने से पारितंत्र को स्थायित्व प्रदान होता है। जैसे-जैसे ऊर्जा का एक पोषण स्तर से दूसरे पोषण स्तर पर स्थानांतरण होता है वैसे-वैसे उसकी 90 प्रतिशत की हानि होती जाती है। ऊर्जा की उपलब्धता में कमी होने पर उच्चतर पोषण स्तरों पर जैव संहति में कमी आती जाती है। ऽ जीवों में बहुत उच्च जैविक विभव पाया जाता है परंतु पर्यावरण में प्रत...

पर्यावरण

पर्यावरण ( Environment) शब्द का निर्माण दो शब्दों से मिल कर हुआ है। "परि" जो हमारे चारों ओर है"आवरण" जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है,अर्थात पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ होता है चारों ओर से घेरे हुए। पर्यावरण उन सभी भौतिक, रासायनिक एवं जैविक कारकों की समष्टिगत एक इकाई है जो किसी जीवधारी अथवा सामान्य अर्थों में यह हमारे जीवन को प्रभावित करने वाले सभी जैविक और अजैविक तत्वों, तथ्यों, प्रक्रियाओं और घटनाओं के समुच्चय से निर्मित इकाई है। यह हमारे चारों ओर व्याप्त है और हमारे जीवन की प्रत्येक घटना इसी के अन्दर सम्पादित होती है तथा हम मनुष्य अपनी समस्त क्रियाओं से इस पर्यावरण को भी प्रभावित करते हैं। इस प्रकार एक जीवधारी और उसके पर्यावरण के बीच अन्योन्याश्रय संबंध भी होता है। पर्यावरण के जैविक संघटकों में सूक्ष्म अनुक्रम • 1 परिचय • 2 नामोत्पत्ति • 3 पर्यावरण का ज्ञान • 4 पर्यावरण और पारितंत्र • 5 पर्यावरणीय समस्याएँ • 5.1 संसाधन न्यूनीकरण • 5.2 प्रदूषण • 5.3 जलवायु परिवर्तन • 5.4 जैवविविधता ह्रास • 5.5 प्राकृतिक आपदाएँ • 6 पर्यावरण संरक्षण • 7 पर्यावरण प्रबंधन • 8 भारतीय संस्कृति में पर्यावरण चिंतन • 9 पर्यावरण के प्रकार • 10 भौतिक पर्यावरण • 11 अभौतिक पर्यावरण • 11.1 पर्यावरण विधि • 11.1.1 भारत में • 11.1.2 अन्तर्राष्ट्रीय • 11.2 इन्हेंभीदेखें • 11.3 सन्दर्भ • 11.4 बाहरी कड़ियाँ परिचय [ ] सामान्यतः पर्यावरण को मनुष्य के संदर्भ में परिभाषित किया जाता है और मनुष्य को एक अलग इकाई और उसके चारों ओर व्याप्त अन्य समस्त चीजों को उसका पर्यावरण घोषित कर दिया जाता है। किन्तु यहाँ यह भी ध्यातव्य है कि अभी भी इस धरती पर बहुत सी मानव सभ्यताएँ हैं, जो अपने को पर्यावरण से अलग नहीं मानतीं और उनकी नज...

जलीय पारितंत्र किसे कहते हैं

aquatic ecosystem in hindi जलीय पारितंत्र किसे कहते हैं | वन पारितंत्र की परिभाषा क्या है अर्थ मतलब ? पारितंत्रों के प्ररूप (Types of Ecosystems) पारितंत्रों को मोटे तौर पर दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है – स्थलीय पारितंत्र तथा जलीय पारितंत्र। स्थलीय पारितंत्र (Terrestrial ecosystems) थल पर पाए जाते हैं। इनको और आगे घास स्थल पारितंत्र, वन पारितंत्र तथा कृषि-पारितंत्र आदि में वर्गीकृत किया जा सकता है। जलीय पारितंत्र (Aquatic ecosystems) जल के भीतर पाए जाते है। इन्हें और आगे अलवणजलीय (नदी) पारितंत्र, समुद्री, पारितंत्र अथवा ज्वारनदमुख (estuarine) पारितंत्रों में विभाजित किया जा सकता है। ज्वारनदमुख वहां बनते हैं जहां नदी समुद्र में आकर मिलती है। जलीय पारितंत्र (Aquatic ecosystems) जलीय पारितंत्रों में आते हैं तालाब, झील, नदी अथवा महासागर। इसके अजैविक पदार्थों में ये आते हैं मूलभूत अकार्बनिक एवं कार्बनिक यौगिक जैसे जल, कार्बन डाइआक्साइड, ऑक्सीजन, मृदा, कैल्शियम, नाइट्रोजन, गंधक, फॉस्फोरस, ऐमीनो अम्ल, आदि। कुछ जीवनावश्यक पोषक विलयन में पाए जाते हैं और जीवधारियों को तुरंत उपलब्ध हो जाते हैं। मगर उनका एक बहुत बड़ा अंश निर्जीव पदार्थ में और साथ ही साथ स्वयं जीवों के भीतर भी सुरक्षित रहता है। जलीय पारितंत्र के विविध जैविक घटक इस प्रकार हैंरू क) स्वपोषी (Autotrop s) पद तालाब पारितंत्र में उत्पादक जीव दो मुख्य प्रकार के होते हैं – प) बृह्तपादप (Macrophytes) – ये जड़युक्त पौधे होते हैं अथवा बड़े तिरते पौधे । ये केवल उथले जल में उगते हैं। पप) पादपप्लवक (Playtoplankton) – ये सूक्ष्म तिरते हुए पौधे होते हैं जिनमें प्रायरू शैवाल (algae) होते हैं जो जल की उन गहराइयों तक फैले रहते हैं जह...