Eknath shinde news in hindi

  1. HM Amit Shah has asked Maharashtra CM Eknath Shinde to drop…: Sanjay Raut makes big claim
  2. Eknath Shinde Latest News, Updates in Hindi
  3. Maharashtra Political Crisis Live:शिंदे का शिवसैनिकों को संदेश, बोले
  4. Shivsena:सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र में शिंदे सरकार का क्या होगा? आंकड़ों से समझें पूरा गणित


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HM Amit Shah has asked Maharashtra CM Eknath Shinde to drop…: Sanjay Raut makes big claim

In a bold claim, Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut on Friday said that Union Home Minister Amit Shah had asked Maharashtra Chief Minister Eknath Shinde to drop four key ministers of the Shinde-led Shiv Sena. Raut told media that a political "explosion" is in the offing over the long-expected Maharashtra cabinet expansion.

Eknath Shinde Latest News, Updates in Hindi

एकनाथ शिंदे, राजनेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) महाराष्ट्र सरकार में शहरी विकास और लोक निर्माण विभाग के कैबिनेट मंत्री हैं (Eknath Shinde ministry). वह शिवसेना के सदस्य के रूप में ठाणे, महाराष्ट्र के कोपरी-पछपाखडी निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के सदस्य हैं (MLA from Kopri-Pachpakhadi constituency of Thane). वह 2004, 2009, 2014 और 2019 के लिए महाराष्ट्र विधानसभा में लगातार 4 बार निर्वाचित हुए हैं. एकनाथ शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 को हुआ था (Eknath Shinde age). उनका परिवार महाराष्ट्र के सतारा में पहाड़ी जवाली तालुका के मराठा समुदाय से हैं. ठाणे शहर आने के बाद, उन्होंने मंगला हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज, ठाणे से 11वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. उन्हें अपने परिवार की आजीविका के लिए शिक्षा छोड़नी पड़ी. हालाँकि, 2014 में भाजपा-शिवसेना सरकार में मंत्री बनने के बाद, उन्होंने अपनी पढ़ाई फिर से शुरू की और यशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय से दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से स्नातक की उपाधि प्राप्त की (Eknath Shinde education. उनके बेटे डॉ. श्रीकांत शिंदे कल्याण निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए संसद सदस्य के रूप में चुने गए. वह एक एक आर्थोपेडिक सर्जन भी हैं (Eknath Shinde son). वह 1980 के दशक में शिवसेना में शामिल हुए और 1997 में पहली बार ठाणे नगर निगम के लिए पार्षद चुने गए. वे 2001 में ठाणे नगर निगम में सदन के नेता के पद पर निर्वाचित हुए. 2002 में, दूसरी बार ठाणे नगर निगम के लिए चुने गए. 2004 में, वह पहली बार महाराष्ट्र विधान सभा के लिए चुने गए. 2005 में, शिवसेना के ठाणे जिला प्रमुख के रूप में नियुक्त किए गए. शिंदे 2009 में महाराष्ट्र विधान सभा के लिए दूसरी बार निर्वाचित हुए और 2014 में उन्ह...

Maharashtra Political Crisis Live:शिंदे का शिवसैनिकों को संदेश, बोले

Maharashtra Political Crisis Live: शिंदे का शिवसैनिकों को संदेश, बोले- MVA के अजगर के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहे खास बातें Maharashtra Political Crisis Live Updates In Hindi: महाराष्ट्र में सियासी खींचातान जारी है। एक तरफ गुवाहाटी में बैठे एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं तो सीएम उद्धव ठाकरे ने भी बगावत करने वाले विधायकों के खिलाफ सख्त एक्शन की चेतावनी जारी कर दी है। ऐसे में सभी की नजरें आज होने वाले घटनाक्रम पर होंगी। महाराष्ट्र की पल-पल की अपडेट के लिए जुड़े रहिए अमर उजाला के साथ... शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि "यह महाराष्ट्र का दुर्भाग्य है कि जब बेरोजगारी और महंगाई है, तो कुछ लोगों को केवल सत्ता में आने की चिंता है। शिवसेना प्रमुख के बिना उनका (बागी विधायक) अस्तित्व भी नहीं रह सकता और उनको कोई पूछेगा भी नहीं।" सावंत ने कहा कि "उनमें से कुछ दबाव और भय के कारण चले गए इसलिए उन्हें इतनी दूर असम ले जाया गया। कई विधायक हमें बोल रहे हैं कि वे वापस आना चाहते हैं।" ठाणे के पूर्व मेयर और शिवसेना के ठाणे जिला प्रमुख नरेश म्हस्के ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। नरेश म्हस्के ने कहा कि महा विकास अघाड़ी के साथ राज्य में सत्ता में आने के बाद पिछले ढाई साल से शिवसेना के ‘राष्ट्रवादी’ का गला घोंट दिया गया है और वह विरोध में जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं। पूर्व मेयर नरेश म्हस्के ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। 10:48 PM, 25-Jun-2022 शिवसेना प्रमुख के बिना उनका विद्रोही विधायक भी नहीं रह सकता: सावंत शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि यह महाराष्ट्र का दुर्भाग्य है कि जब बेरोजगारी और महंगाई है, तो कुछ लोगों को केवल स...

Shivsena:सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र में शिंदे सरकार का क्या होगा? आंकड़ों से समझें पूरा गणित

Shivsena: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र में शिंदे सरकार का क्या होगा? आंकड़ों से समझें पूरा गणित विस्तार महाराष्ट्र में शिवसेना में बगावत और शिंदे सरकार के गठन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने पूरे घटनाक्रम को लेकर तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल की भूमिका को लेकर जरूर सवाल खड़े किए।कोर्ट ने कहा कि राज्यपाल ने कानून के तहत काम नहीं किया। कोर्ट ने ये भी कहा कि अगर उद्धव ठाकरे फ्लोर टेस्ट का सामना करते और इस्तीफा नहीं देते तो आज स्थिति कुछ और ही होती। महाराष्ट्र में शिवसेना में बगावत और शिंदे सरकार के गठन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने पूरे घटनाक्रम को लेकर तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल की भूमिका को लेकर जरूर सवाल खड़े किए।कोर्ट ने कहा कि राज्यपाल ने कानून के तहत काम नहीं किया। कोर्ट ने ये भी कहा कि अगर उद्धव ठाकरे फ्लोर टेस्ट का सामना करते और इस्तीफा नहीं देते तो आज स्थिति कुछ और ही होती। कोर्ट ने स्पीकर की भूमिका को लेकर भी टिप्पणी की। कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने इस पूरे मामले को सही से नहीं लिया। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि चूंकि उद्धव ठाकरे ने बहुमत परीक्षण का सामना किए बिना ही इस्तीफा दे दिया ऐसे में पुरानी स्थिति बहाल नहीं हो सती है। उद्धव गुट ने बागी हुए शिंदे समेत 15 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की थी। इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने सात जजों की बेंच को ट्रांसफर कर दिया। हालांकि, जब तक बेंच का फैसला नहीं आता है तब तक विधानसभा अध्यक्ष को फैसला लेने के लिए कहा। हालांकि, ये तय नहीं है कि वह कब तक फैसला लेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने चीफ व्हिप को लेकर भी बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि विधायक चीफ व्हिप तय...