ग्राम पंचायत नल जल योजना

  1. नल जल योजना की लाइन लीकेज होने से पेयजल सप्लाई में हो रही समस्या
  2. मछेराकलां ग्राम पंचायत में नल जल योजना अधूरी
  3. सरकार के वादे खोखले
  4. झारखंड में "हर घर नल
  5. शुरू नहीं हो पाई नल जल योजना, ग्रामीण परेशान
  6. भीषण गर्मी में बूंद
  7. हवाकोल पंचायत में हर घर नल जल योजना कारगर नहीं


Download: ग्राम पंचायत नल जल योजना
Size: 40.15 MB

नल जल योजना की लाइन लीकेज होने से पेयजल सप्लाई में हो रही समस्या

ग्राम पंचायत बरखेड़ा गिर्द के ग्रामीणों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। नल जल योजना की लाइन लीक होने पर ग्रामीण खुद उसकी मरम्मत कर रहे हैं। ग्रामवासियों ने बताया कई लोगों के घर पानी नहीं पहुंच रहा है और गांव में कई जगह नल जल योजना की लाइन लीकेज है जिससे ग्रामीण परेशान हो रहे हैं और कनेक्शन भी लीकेज हो गए हैं। जिससे कई गरीब परिवारों नल जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार ने नल जल योजना का काम पंचायत को सौंप दिया है, लेकिन पंचायत का नल जल योजना संचालन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस वजह से ग्रामीण लीकेज होने पर खुद ही मरम्मत का कार्य करवा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि नल जल योजना की लाइन चालू करने वाले ऑपरेटर से कई बार गांव के लोगों ने बोला लाइन लीकेज हो गई है, इसे सुधरवा दो तो इस और उसने भी ध्यान नहीं दिया।

मछेराकलां ग्राम पंचायत में नल जल योजना अधूरी

• मुख्यपृष्ठ • हमारे बारे में • संपर्क • जिला देखें • नर्मदापुरम संभाग • • • • भोपाल संभाग • • • • • • ग्वालियर संभाग • • • • • • सागर संभाग • • • • • • जबलपुर संभाग • • • • • • • • • शहडोल संभाग • • • • इंदौर संभाग • • • • • • • • • रीवा संभाग • • • • • उज्जैन संभाग • • • • • • • • चम्बल संभाग • • • • खेती किसानी... • • • • धर्म समाज भोपाल।नर्मदापुरम जिले की बनखेड़ी जनपद पंचायत के मछेरीकलां ग्राम पंचायत में नलजल योजना बनी गंभीर समस्या। पंचायत के सरपंच रूपनारायण पटेल ने बताया की गांव में नल जल योजना के दौरान पूरी पंचायत की सड़कों की खुदाई हो चुकी है। ठेकेदारों द्वारा नलजल योजना का काम गलत हुआ है। पानी का त्राहिमाम तो है ही साथ ही सी सी सड़कों को भी ख़राब कर दिया गया है। जिसके चलते ना तो पंचायत में पानी आ रहा है और ना हीं सड़कों के आवागमन की स्थिति ठीक है। नलजल योजना सफल न होने से पंचायत को इस भीषण गर्मी में गंभीर समस्या का सामना करना पर रहा है। पंचायत के पास टेंकर और हैंडपंप का बस साधन है पानी के लिए। इसके चलते पी.एच. इ. विभाग को कई बार इसकी जानकारी दी जा चुकी है पर अभी तक नलजल योजना का काम दूसरे ठेकेदारों को नहीं दिया गया है और ना हीं सड़कों का दोबारा निर्माण हुआ है।पंचायत के सरपंच का कहना है की नलजल योजना दोबारा चालू करवांने में और दोबारा सड़कों का निर्माण करवाने में उनका लगातार प्रयास जारी है। इसके अलाबा पंचायत में एक अआंगनबाड़ी भवन है। दूसरे आंगनबाड़ी के बच्चों की पढ़ाई किराए कमरों में हो रही है। बच्चों के लिए बनवाना है प्ले ग्राउंड सरपंच रूपनारायण पटेल का कहना है कि वे पंचायत में बच्चों के खेलने के लिए प्ले ग्राउंड बनवाना चाहते हैं। इसका प्रस्ताव तैयार करवा लिया है। इसके अलाव...

सरकार के वादे खोखले

ग्राम पंचायत बख्तरी में कुआ बावड़ी हैंडपंपों में जल नहीं बंद पड़ी हैं नल जल योजना बंद है नल जल योजना पवन पाठक/पन्ना-विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बख्तरी जहां की आबादी लगभग 2000 के ऊपर है अभी से हुआ हैंडपंप मैं पेयजल नहीं है अगर कहीं का हैंडपंप चालू भी है तो शुद्ध पेय जल नहीं है हैंडपंपों से गंदा दूषित पानी कचरा मिट्टी से पेयजल प्राप्त हो रहा है जिससे बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। शुद्ध पेयजल एकमात्र सहारा नल जल योजना है जो बिगड़ी पड़ी है इसकी शिकायत ग्राम वासियों ने सचिव ग्राम पंचायत धन्य प्रसाद यादव की ज्यादातर सचिव ग्राम पंचायत में कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते अगर फोन किया जाए तो जनता का फोन भी रिसीव नहीं करते महिला सरपंच होने के नाते सचिव धन प्रसाद यादव मनमाने तरीके से पंचायत चलाते हैं कई बार आम जनता ने सीएम हेल्पलाइन एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों से शिकायतें की हैं पर धन बल की ताकत पर सचिव धन प्रसाद यादव पर विभागीय कार्यवाही नहीं होती। ग्राम की आम जनता ने सचिव धन प्रसाद यादव का स्थानांतरण करने की मांग की है तथा

झारखंड में "हर घर नल

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 19 जनवरी 2023 को राज्य में संचालित जल जीवन मिशन (हर घर नल-जल योजना ) एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक में कहा था कि वर्तमान राज्य सरकार के गठन के पहले तक झारखंड में केवल 3.45 लाख (05%) घरों में नल से जल उपलब्ध हो पाया था। जबकि हमारी सरकार के पिछले तीन साल के कार्यकाल में 14.12 लाख परिवारों को हर घर नल से जल के तहत जोड़ा गया है। यानी अब तक लगभग राज्य के 17.57 लाख (28.73%) ग्रामीण परिवारों तक नल से जल पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री की माने तो झारखंड के 630 गांव, 105 ग्राम पंचायत तथा एक प्रखंड में यह योजना शत-प्रतिशत पहुंची है। झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में हुई इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की थी, जिसमें केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी उपस्थित थे। हर घर नल-जल योजना के सफलता के दावों के बीच राज्य जिस तरह का जल संकट से जूझ रहा है वह सरकार की घोषणाओं और दावों की पोल खोल रहा है। पानी के संकट की स्थिति पर नजर दौड़ाएं तो झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत तिसरी प्रखंड मुख्यालय से सटा तिसरी चौक से लेकर चिलगीली, केन्वटाटांड, भुराई रोड तक की लगभग दो हजार से अधिक जनसंख्या जल संकट से जूझ रही है। स्थिति यह है कि काफी दूर से पुरूषों को साइकिल से और महिलाओं को सिर पर बर्तन रखकर पानी ढोना पड़ रहा है। वैसे तो यहां लाखों की लागत से बनी पानी की एक भव्य टंकी है लेकिन वह केवल शोभा की वस्तु है, उसमें कभी पानी रहा ही नहीं। दूर कुंए से पानी लाते ग्रामीण वैसे तो यहां सालों भर पानी की किल्लत रहती है लेकिन गर्मी में यह समस्या विकराल रूप ले लेती है। उक्त क्षेत्र के लोग जमुनियाटांड़ स्थित एक कुआं से पानी...

शुरू नहीं हो पाई नल जल योजना, ग्रामीण परेशान

गांव में दो हैंडपंप हैं लेकिन दोनों ही हैंडपंप में पानी कम मात्रा में है। महिलाओं को दूर-दूर से पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि नल-जल योजना के तहत जो लाइन 6 महीने पहले बिछाई गई थी उस लाइन में अभी तक पानी की सप्लाई चालू नहीं की गई है। जब इस संबंध में संबंधित अधिकारियों ने बात की जाती है तो केवल आश्वासन मिलता है। पहाड़ वाले हनुमान जी का बहुत पुराना मंदिर है वहां मंदिर पर जाने वाले बीच रास्ते पर बनाई जा रही पानी की टंकी ग्रामीणों में आक्रोश है वही गांव के निवासी सुग्रीव सिंह फूल सिंह ने बताया जल निगम से जल निगम के कर्मचारी आए थे उन्होंने आकर कहा कि आप इस कोरे कागज पर साइन कर दीजिए आपके यहां कनेक्शन दिया जाएगा लेकिन बाद में पता चला कि वह पंचनामा बनाकर लगा दिया कि यह नल जल योजना का काम और टंकी का काम सही जगह हो रहा है हम चाहते हैं इस काम की जांच कराई जाए और पंचनामा की भी जांच कराई जाए पानी की टंकी का काम बंद करा कर दूसरी जगह पानी की टंकी बनवाई जाए

भीषण गर्मी में बूंद

जबेरा की ग्राम पंचायत भाट खमरिया के ग्राम मगरई में ग्रामीण भीषण गर्मी के दौर में बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। स्थिति इतनी विकट है कि ग्राम के जल स्रोत सूख चुके हैं। महिलाएं पानी के लिए दिन हो या रात इधर उधर भटक रहीं हैं। गांव में जल जीवन मिशन के द्वारा पानी की सप्लाई तो शुरू कर दी गई है लेकिन सप्ताह में एक बार ही पेयजल की सप्लाई होती है। वहीं ग्राम पंचायत द्वारा संचालित नल जल योजना भी लोगों को पीने का पानी नहीं दे पा रही है।

हवाकोल पंचायत में हर घर नल जल योजना कारगर नहीं

जबकि पंचायत समिति सदस्य सोनावती देवी ने (क्षेत्र संख्या 9) से विगत 11 मार्च 2023 को कुवाड़ी में आयोजित जिला प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम में डीएम किशनगंज को एक आवेदन देकर उक्त गांव के गरीब परिवारों को नल जल योजना का लाभ देने की मांग की थी। लेकिन अबतक इन गांव में नल जल योजना शुरू नहीं हुआ। एक ही पंचायत में आधा दर्जन गांवों के लोगों को नल जल की सुविधाएं नहीं रहने के बाबजूद भी जिला प्रशासन बेखबर है। इस गांव में अभीतक नल जल का प्लांट नहीं लगा है। जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री को आवेदन देने के बाद भी गांव में नल जल योजना का काम शुरू नहीं होने से ग्रामीणों में कई सवाल उठना लाजमी है। पंचायत समिति सदस्य सोनावती देवी ने बताया जबतक हवाकोल ऋषिदेव टोला, गढ़ीटोला खजुरबाड़ी, दर्जन टोला एवं बेतबाड़ी में नल जल योजना शुरू नहीं किया जाएगा तबतक मांग जारी रहेगा।