Hindi diwas par kavita

  1. हिंदी दिवस पर कविताएँ
  2. हिंदी भाषा पर कविता
  3. हिंदी दिवस पर 10 कविता
  4. राष्ट्रीय एकता पर कविता, Rashtriya Ekta Poem in Hindi
  5. हिन्दी दिवस पर कविता
  6. विश्व हिन्दी दिवस पर कविता
  7. { हिंदी में } हिंदी दिवस पर कविता


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हिंदी दिवस पर कविताएँ

हमारे प्यारे देश भारत में कई भाषाएँ बोली जाती है जिसमें हिंदी एकमात्र भाषा है जो कि पूरे भारत में प्रचलित है। वैसे कहने को भारत देश भाषाओं का देश कहा जाता है और हिंदी यहाँ कि मुख्यता भाषा है। भारत में हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। इसको 14 सितम्बर सं 1949 को संविधान सभा में राजभाषा का दर्जा दिया गया। उसके बाद से हिंदी के महत्व को बताने और इसके प्रचार प्रसार के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के अनुरोध पर 1953 से प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। अगर हम एक नज़रिये से देखें तो हिंदी भाषा हमारी अतुल्य संस्कृति की नींव है। यह हमारी विरासत है। जिसको हम सबको सहेज के रखना है और यह हम सबका पहला कर्तव्य भी है। हमें आशा है कि आप सबको यह Poem on Hindi Diwas in Hindi अवश्य पसंद आयी होंगी, यदि अच्छी लगी हो तो इन्हें अपने मित्रों के साथ साझा अवश्य कर दें, पेज पर उपस्थित सोशल मीडिया बटन्स के माध्यम से, ताकि वह भी हमारी राष्ट्रभाषा को सर्वोपरि करने में योगदान दें सकें। PoetryAdventure.in provides a vast collection of Poems, Thoughts and Other Knowledgeable Articles on Social Issues, Girls Education, Women Empowerment, Nature Love and other present scenario to Readers. And PoetryAdventure.in is continuously adding new and rich content which makes users visit back again.

हिंदी भाषा पर कविता

(1) जन-जन की भाषा है हिंदी भारत की आशा है हिंदी जिसने पूरे देश को जोड़े रखा है वो मजबूत धागा है हिंद हिन्दुस्तान की गौरवगाथा है हिंदी एकता की अनुपम परम्परा है हिंदी जिसके बिना हिन्द थम जाए ऐसी जीवनरेखा है हिंदी जिसने काल को जीत लिया है ऐसी कालजयी भाषा है हिंदी सरल शब्दों में कहा जाए तो जीवन की परिभाषा है हिंदी… (2) हिंदी हमारी आन है हिंदी हमारी शान है, हिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है, हिंदी हमारी वर्तनी हिंदी हमारा व्याकरण, हिंदी हमारी संस्कृति हिंदी हमारा आचरण, हिंदी हमारी वेदना हिंदी हमारा गान है, हिंदी हमारी आत्मा है भावना का साज़ है, हिंदी हमारे देश की हर तोतली आवाज़ है, हिंदी हमारी अस्मिता हिंदी हमारा मान है।, हिंदी निराला, प्रेमचंद की लेखनी का गान है, हिंदी में बच्चन, पंत, दिनकर का मधुर संगीत है, हिंदी में तुलसी, सूर, मीरा जायसी की तान है।, जब तक गगन में चांद, सूरज की लगी बिंदी रहे, तब तक वतन की राष्ट्रभाषा ये अमर हिंदी रहे, हिंदी हमारा शब्द, स्वर व्यंजन अमिट पहचान है, हिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है। (3) भारत के हृदय का भाव हो तुम, हिंदुस्तां की आवाज हो तुम। तुमसे ही सभी हुए साक्षर, इस राष्ट्र का आधार हो तुम। मनोभाव साकार हुए तुमसे, साहित्य रचे इतिहास लिखा, मानव किससे कहो सभ्य बन। किया हर भाषा को आत्मसात, भारत की तरह शरणागत हो।। आस्तित्व बिना तेरे है कहाँ? जिसने तेरा सम्मान किया, प्रेमचंद, द्विवेदी, प्रसाद, पंत, महादेवी, निराला और है अनंत, सबको कहा किसने समर्थ किया।। विस्मृत कर तुमको जो भी गए, वो क्या विकसित हो पायेंगे, जड़ से कटकर भी वृक्ष कभी क्या हरे भरे रह पाएं है। उठो जागो संकल्प करो, विकसित करके निज भाषा को, भारत की शान बढ़ायेंगे, हिंदी भाषी कहलायें...

हिंदी दिवस पर 10 कविता

2 हिंदी दिवस पर कविता Hindi Diwas Poems: प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है क्योंकि संविधान सभा न्यूज़ 14 सितंबर 1949 को यह निर्णय लिया था कि हिंदी भारत की साथ ही साथ संघ की भी आधिकारिक भाषा होगी भारत में हिंदी का एक बहुत बड़ा इतिहास है और हिंदी को राष्ट्रीय भाषा बनाने को लेकर भी कई बार मांग हुई है लेकिन हिंदी को अभी तक भारत की राष्ट्रीय भाषा घोषित नहीं किया गया है क्योंकि भारत में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती है जिनकी कुल संख्या 23 है और इन सभी भाषाओं को अधिकारिक भाषा कहा जाता है। • अब आपको बता देते हैं कि हिंदी को भारत में सबसे ज्यादा बोला जाता है यानी भारत के अधिकतम राज्यों में हिंदी भाषा का प्रयोग किया जाता है इसीलिए यह भाषा सबसे खास हो जाती है। हिंदी भाषा के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए संविधान में भी इसका वर्णन किया गया है संविधान में कहा गया है कि हिंदी भाषा को बनाए रखना यहां सरकार की जिम्मेदारी है इसीलिए तब से लेकर आज तक हिंदी दिवस को मनाया जाता है। अब दिन प्रतिदिन यहां देखा जा रहा है कि हिंदी भाषा का महत्व घटता जा रहा है क्योंकि अब हिंदी का स्थान अंग्रेजी भाषा नहीं ले लिया है सरकारी दफ्तरों में भी अंग्रेजी का इस्तेमाल किया जाता है धीरे-धीरे सभी क्षेत्रों में हिंदी का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है इस अस्तित्व को समाप्त होने से बचाने के लिए 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है इस पर सरकार भी बहुत ज्यादा जोर देती है हिंदी भाषा को सदैव बचाए रखने के लिए हम आपको 10 कविताएं दे रहे हैं इनमें से कुछ कविताएं स्वरचित हैं जिन्हें किसी ना किसी व्यक्ति में स्वयं बनाया है तथा कुछ कविताएं महान हिंदी रचयिताओं के द्वारा रचित की हुई है इन कविताओं के माध्यम से आपको हिं...

राष्ट्रीय एकता पर कविता, Rashtriya Ekta Poem in Hindi

Rashtriya Ekta Poem in Hindi – यहाँ पर आपको कुछ बेहतरीन राष्ट्रीय एकता पर कविता का संग्रह दिया गया हैं. एकता का अर्थ एक साथ होना होता हैं. अपने देश के प्रति सभी व्यक्ति को राष्ट्रीय हित में एकता को बनाए रखनी चाहिए. राष्ट्रीय एकता को अधार मानकर हमारे लोकप्रिय कवियों ने अनेकों Hindi Poem on Rashtriya Ekta Diwas पर लिखी हैं. भारत में प्रत्येक वर्ष भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्ल्भ भाई पटेल के जन्म दिन 31 अक्तूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं. भारत के एकजुट राष्ट्र बनाने में सरदार वल्ल्भ भाई पटेल की अहम भूमिका रही हैं. इन्होने 562 रियासतों को एकरिकरण किया था. इस योगदान के लिए इन्हें लोह्पुरुष की उपाधि से सम्मानित किया जाता हैं. राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत 2014 में हुई थी. अब आइए Rashtriya Ekta Poem in Hindi को पढ़ते हैं. यह सभी Hindi Poem on Rashtriya Ekta Diwas आपको पसंद आएगी. यह सभी राष्ट्रीय एकता पर कविता हमें एक साथ मिलजुल कर रहने के लिए प्रेरित करते हैं. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें. राष्ट्रीय एकता पर कविता, Rashtriya Ekta Poem in Hindi 1. Rashtriya Ekta Poem in Hindi – राष्ट्र की एकता ही हैं उसका आधार राष्ट्र की एकता ही हैं उसका आधार न थोपों उस पर सांप्रदायिक विचार क्यूँ करते हो भेद ईश्वर के बन्दों में हर मज़हब सिखाता हैं प्रेम बाँटो सब में क्यूँ करते हो वैचारिक लड़ाई बनता हैं यह भारत माँ के लिए दुखदाई एक भूमि का टुकड़ा नहीं हैं मेरा देश मेरी माँ का हैं यह सुंदर परिवेश इसके उद्धार में ही हैं अलौकिक प्रकाश सबके साथ में ही हैं सबका विकास एकता ही हैं अंत दुखों का एकता में ही हैं कल्याण अपनों का 2. राष्ट्रीय एकता पर कविता – राष्ट्रीय एकता ह...

हिन्दी दिवस पर कविता

आजाद भारत में भी इसका कम नही योगदान, इसलिए हिंदी दिवस के रुप में इसे मिला यह विशेष स्थान | विनती बस यही हिंदी को ना दो तुम यह दोयम दर्जे का मान, हिंदी से सदा करो प्रेम तुम दो इसे विशेष सम्मान | रोज मनाओ तुम हिंदी दिवस बनाओ इसे अपना अभिमान, हिंदी है हमारी राजभाषा इसलिए दो इसे अपने ह्रदयों में विशेष स्थान | अंग्रेजी की माला जपकर ना करो हिंदी का अपमान, आओ मिलकर सब प्रण ले नित्य करेंगे हिंदी का सम्मान | हिन्दी दिवस पर कविता Hindi Diwas Kavita Poem हिंदी हमारी जान है आन बान और शान है मातृत्व पर मारने वालों की यही तो पहचान है हिंदी से है हिंदुस्तान यही अपना अभिमान है सबकी सखी सबसे सरल जैसे सबका सम्मान है यही तो है अपनी धरती पर प्रेम का दूज नाम है बोली में ये अपनापन देती अखंडता इसका ईमान है संविधान में पारित कॉलेज से विधालयों तक पूजित जन जन का गौरव लेखको के बीच सर्वशक्तिमान है आओ सब बढ़ाए इसका मान तभी होगी ये हर बोली में विद्यमान। हिन्दी दिवस पर कविता Hindi Diwas Kavita Poem हिंदी थी वह जो लोगो के ह्रदयों में उमंग भरा करती थी, हिंदी थी वह भाषा जो लोगो के दिलों मे बसा करती थी | हिंदी को ना जाने क्या हुआ रहने लगी हैरान परेशान, पूछा तो कहती है अब कहां है मेरा पहले सा सम्मान | मैं तो थी लोगो की भाषा, मैं तो थी क्रांति की परिभाषा, मैं थी विचार-संचार का साधन मैं थी लोगो की अभिलाषा | मुझको देख अपनी दुर्दशा आज होती है बड़ी निराशा, सुन यह दुर्दशा व्यथा हिंदी की ह्रदय में हुआ बड़ा आघात, बात तो सच है वास्तव में हिंदी के साथ हुआ बड़ा पक्षपात | हिंदी जो थी जन-जन की भाषा और क्रांति की परिभाषा, वह हिंदी कहती है लौटा दो उसका सम्मान यही हैं उसकी अभिलाषा | अपने ही देश में हिंदी दिवस को तुम बस एक दि...

विश्व हिन्दी दिवस पर कविता

हिन्दी भाषा हो हर मन की। भाषा बन जाये यह जन जन की।। हिन्दी भाषा अपनी भाषा , सब में यह समृद्ध बने हिन्दी भाषा , कहीं नहीं अपमान हो।। हिन्दी भाषी हम भारत वासी , इसका सबको भान हो। अखिल विश्व में हिन्दी छाये , हिन्दी का सम्मान हो।। चाह मेरी है यही बन्धुओं , विश्व की भाषा हिन्दी हो। सम्पूर्ण विश्व के शुभ्र पटल पर , हिन्दी की विन्दी हो।। हिन्दी भाषा हो हर मन की। भाषा बन जाये यह जन जन की।।

{ हिंदी में } हिंदी दिवस पर कविता

मै आपको बता दूं कि 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा (constituent assembly) द्वारा हिन्दी को केन्द्र सरकार की आधिकारिक भाषा (Official Language) घोषित किया गया था। इस महत्वपूर्ण घटना के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को देश भर में हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ाने और इसके महत्व पर प्रकाश डालने के लिए राष्ट्रीय हिंदी दिवस (National Hindi Diwas) मनाया जाता है। सांस्‍कृतिक व भाषाई विविधता से भरे भारत देश में - पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण के बीच, सदियों से, कई भाषाओं ने संपर्क बनाए रखने का काम किया है। हिंदी इसमें सबसे प्रमुख भाषाओं में से एक रही है और हिंदी भाषा के योगदान को समय-समय पर सराहा भी गया है। इसके अलावा हिंदी ने भारत को एकता के सूत्र में पिरोने का काम किया है। हिंदी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के समय से राष्ट्रीय एकता और अस्मिता का प्रभावी व शक्तिशाली माध्यम रही है। हिंदी की सबसे बड़ी शक्ति इसकी वैज्ञानिकता, मौलिकता, सरलता, सुबोधता और स्‍वीकार्यता भी है। हिंदी को जन-जन की भाषा कहा गया है। हिन्दी में कवियों की परंपरा बहुत लम्बी है। हिंदी के महान कवियों ने कालजयी रचनाएं लिखी हैं। हिंदी भाषा के प्रमुख कवि एवं कवियत्रियाँ इस प्रकार हैं: अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना, अमीर ख़ुसरो, अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध', अटल बिहारी वाजपेयी, संत कबीर, काका हाथरसी, कुमार विश्वास, कुँवर बेचैन, गोपालदास नीरज, जयशंकर प्रसाद, तुलसीदास, नागार्जुन, भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, महादेवी वर्मा, मैथिलीशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी, मीरा बाई, रामधारी सिंह 'दिनकर', सुभद्रा कुमारी चौहान, सुमित्रानंदन पंत, सूरदास, सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला', सोहन लाल द्विवेदी, हरिवंशराय बच्चन आदि हैं। इन्होंने अपनी क...