ई-मेल लेखन

  1. ईमेल क्या है, इसके प्रकार और विशेषताएं
  2. ईमेल क्या है, इसके प्रकार और विशेषताएं
  3. ईमेल लेखन – ई
  4. छात्र मेरे ईश्वर! शिक्षा, साहित्य एवं ज्ञान सेवा!
  5. छात्र मेरे ईश्वर! शिक्षा, साहित्य एवं ज्ञान सेवा!
  6. ईमेल क्या है, इसके प्रकार और विशेषताएं
  7. ईमेल क्या है, इसके प्रकार और विशेषताएं
  8. ईमेल क्या है, इसके प्रकार और विशेषताएं
  9. छात्र मेरे ईश्वर! शिक्षा, साहित्य एवं ज्ञान सेवा!
  10. छात्र मेरे ईश्वर! शिक्षा, साहित्य एवं ज्ञान सेवा!


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ईमेल क्या है, इसके प्रकार और विशेषताएं

ज्यादातर लोग अपने email account को पूरा दिन check करते रहते हैं, emails का इस्तमाल official work में करते हैं। बहुत से websites में sign up करने के लिए करते हैं, ऐसे बहुत से काम में वो इसका इस्तमाल करते हैं। एक हिसाब से देखा जाये तब Email address हम सभी का एक Virtual address होता है। और ये अभी के समय में Communication करने का सबसे बड़ा रूप होता है। ये ज्यादा professionally इस्तमाल किया जाता है phones और postal mail के स्थान पर। इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों Email क्या है के समबन्ध में सभी जानकारी प्रदान की जाये इससे यदि आपका कोई doubts रह गया हो तब article के ख़त्म होने तक ये solve भी हो जाएगी। तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की eMail Address क्या होता है हिंदी में। इस email में text, files, images, या कोई attachments भी हो सकता है, जिसे की network के माध्यम से किसी specific individual या group of individuals को भेजा जा सकता है। • यह email को pen और paper की जगह keyboards से type किया जाता है और Email Client के माध्यम से भेजा जाता है। Email addresses में एक custom username होता है beginning में उसके बाद email service provider का domain name, जिसमें एक @ sign होता है जिसे की दोनों को separate किया जाता है। उदाहरण के लिए : ईमेल के प्रकार आज की दुनिया में आपको कई तरह के ईमेल मिल सकते हैं। यहाँ सबसे आम हैं: • Welcome Emails: वे आपकी ईमेल सूची में एक नए सदस्य के शामिल होने के 24 घंटे के भीतर भेजे जाते हैं और भविष्य के पत्राचार के लिए टोन सेट करने के शानदार तरीके हैं। • Newsletter Emails: आप इन ईमेल का उपयोग अपने ग्राहकों को अपने व्यवसाय, उत्पादों औ...

ईमेल क्या है, इसके प्रकार और विशेषताएं

ज्यादातर लोग अपने email account को पूरा दिन check करते रहते हैं, emails का इस्तमाल official work में करते हैं। बहुत से websites में sign up करने के लिए करते हैं, ऐसे बहुत से काम में वो इसका इस्तमाल करते हैं। एक हिसाब से देखा जाये तब Email address हम सभी का एक Virtual address होता है। और ये अभी के समय में Communication करने का सबसे बड़ा रूप होता है। ये ज्यादा professionally इस्तमाल किया जाता है phones और postal mail के स्थान पर। इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों Email क्या है के समबन्ध में सभी जानकारी प्रदान की जाये इससे यदि आपका कोई doubts रह गया हो तब article के ख़त्म होने तक ये solve भी हो जाएगी। तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की eMail Address क्या होता है हिंदी में। इस email में text, files, images, या कोई attachments भी हो सकता है, जिसे की network के माध्यम से किसी specific individual या group of individuals को भेजा जा सकता है। • यह email को pen और paper की जगह keyboards से type किया जाता है और Email Client के माध्यम से भेजा जाता है। Email addresses में एक custom username होता है beginning में उसके बाद email service provider का domain name, जिसमें एक @ sign होता है जिसे की दोनों को separate किया जाता है। उदाहरण के लिए : ईमेल के प्रकार आज की दुनिया में आपको कई तरह के ईमेल मिल सकते हैं। यहाँ सबसे आम हैं: • Welcome Emails: वे आपकी ईमेल सूची में एक नए सदस्य के शामिल होने के 24 घंटे के भीतर भेजे जाते हैं और भविष्य के पत्राचार के लिए टोन सेट करने के शानदार तरीके हैं। • Newsletter Emails: आप इन ईमेल का उपयोग अपने ग्राहकों को अपने व्यवसाय, उत्पादों औ...

ईमेल लेखन – ई

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ई. पत्र प्राप्तकर्ता का पूरा पता हमेशा की तरह ही लिखा जाए तथा उसके नीचे उसका ई - पता (E-Mail ID) लिखा जाए। *** : अनौपचारिक (घरेलु) पत्र में पाने वाले का पता लिखा नहीं जाता है, परंतु ई-मेल पत्र में पाने वाले का ई-मेल पता तो देना जरुरी होगा। अनौपचारिक पत्र में दिनांक के नीचे पाने वाले का सिर्फ पूरा नाम लिखें और अगली पंक्ति पर नाम के अनुसार ई-मेल पता(E-Mail ID) लिखने पर औपचारिक पत्र भी ई-मेल पत्र बनेगा। इसमें प्राप्तकर्ता का पूरा पता लिखने की कोई आवश्यकता नहीं है। (महत्त्वपूर्ण: यदि परीक्षा में प्राप्त कर्ता का पता दिया हो तो जरुर दर्ज करें ।) विशेष : दोनों (प्रेषक एवं प्राप्तकर्ता) का ई-मेल पता लिखना आवश्यक हैं क्योंकि अब लिफाफा /सिरनामा नहीं बनाना हैं, इसलिए ई-मेल पत्र में प्राप्तकर्ता का भी ई-मेल पता देना आवश्यक है अन्यथा पत्र का प्रारूप अधूरा रहेगा। उ. प्राप्तकर्ता के पते के बाद संक्षेप में हाशिए (मार्जिन) को चिपककर विषय लिखा जाए। (विषय पहले की तरह मध्य में नहीं ) *** : अनौपचारिक (घरेलु) पत्र में पत्र के शुरआत में ही विषय लिखा जाए ताकि पत्र का विषय वस्तु का पता चल सके। मध्य में किसी भी हाल में विषय न लिखा जाए। सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 10 का छात्र हूँ। मेरे पिता जी अपने छोटे-से व्यवसाय द्वारा बड़ी कठिनाई से परिवार का पालन-पोषण करते हैं। बढ़ती महँगाई के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। घर में आवश्यक वस्तुओं का अभाव रहता है। मेरी छोटी बहन और भाई भी अन्य कक्षाओं में पढ़ रहे हैं, उनकी पढ़ाई -लिखाई आदि के खर्चे का बोझ पिता जी के सर पर लदा रहता है। विषय : विद्यालय में अनुपस्थिति को लेकर पत्र । महोदय, मैं क्षमा प्रार्थी हूँ कि मैं दिनांक 16 एवं 17 सितं...

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ई. पत्र प्राप्तकर्ता का पूरा पता हमेशा की तरह ही लिखा जाए तथा उसके नीचे उसका ई - पता (E-Mail ID) लिखा जाए। *** : अनौपचारिक (घरेलु) पत्र में पाने वाले का पता लिखा नहीं जाता है, परंतु ई-मेल पत्र में पाने वाले का ई-मेल पता तो देना जरुरी होगा। अनौपचारिक पत्र में दिनांक के नीचे पाने वाले का सिर्फ पूरा नाम लिखें और अगली पंक्ति पर नाम के अनुसार ई-मेल पता(E-Mail ID) लिखने पर औपचारिक पत्र भी ई-मेल पत्र बनेगा। इसमें प्राप्तकर्ता का पूरा पता लिखने की कोई आवश्यकता नहीं है। (महत्त्वपूर्ण: यदि परीक्षा में प्राप्त कर्ता का पता दिया हो तो जरुर दर्ज करें ।) विशेष : दोनों (प्रेषक एवं प्राप्तकर्ता) का ई-मेल पता लिखना आवश्यक हैं क्योंकि अब लिफाफा /सिरनामा नहीं बनाना हैं, इसलिए ई-मेल पत्र में प्राप्तकर्ता का भी ई-मेल पता देना आवश्यक है अन्यथा पत्र का प्रारूप अधूरा रहेगा। उ. प्राप्तकर्ता के पते के बाद संक्षेप में हाशिए (मार्जिन) को चिपककर विषय लिखा जाए। (विषय पहले की तरह मध्य में नहीं ) *** : अनौपचारिक (घरेलु) पत्र में पत्र के शुरआत में ही विषय लिखा जाए ताकि पत्र का विषय वस्तु का पता चल सके। मध्य में किसी भी हाल में विषय न लिखा जाए। सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 10 का छात्र हूँ। मेरे पिता जी अपने छोटे-से व्यवसाय द्वारा बड़ी कठिनाई से परिवार का पालन-पोषण करते हैं। बढ़ती महँगाई के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। घर में आवश्यक वस्तुओं का अभाव रहता है। मेरी छोटी बहन और भाई भी अन्य कक्षाओं में पढ़ रहे हैं, उनकी पढ़ाई -लिखाई आदि के खर्चे का बोझ पिता जी के सर पर लदा रहता है। विषय : विद्यालय में अनुपस्थिति को लेकर पत्र । महोदय, मैं क्षमा प्रार्थी हूँ कि मैं दिनांक 16 एवं 17 सितं...

ईमेल क्या है, इसके प्रकार और विशेषताएं

ज्यादातर लोग अपने email account को पूरा दिन check करते रहते हैं, emails का इस्तमाल official work में करते हैं। बहुत से websites में sign up करने के लिए करते हैं, ऐसे बहुत से काम में वो इसका इस्तमाल करते हैं। एक हिसाब से देखा जाये तब Email address हम सभी का एक Virtual address होता है। और ये अभी के समय में Communication करने का सबसे बड़ा रूप होता है। ये ज्यादा professionally इस्तमाल किया जाता है phones और postal mail के स्थान पर। इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों Email क्या है के समबन्ध में सभी जानकारी प्रदान की जाये इससे यदि आपका कोई doubts रह गया हो तब article के ख़त्म होने तक ये solve भी हो जाएगी। तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की eMail Address क्या होता है हिंदी में। इस email में text, files, images, या कोई attachments भी हो सकता है, जिसे की network के माध्यम से किसी specific individual या group of individuals को भेजा जा सकता है। • यह email को pen और paper की जगह keyboards से type किया जाता है और Email Client के माध्यम से भेजा जाता है। Email addresses में एक custom username होता है beginning में उसके बाद email service provider का domain name, जिसमें एक @ sign होता है जिसे की दोनों को separate किया जाता है। उदाहरण के लिए : ईमेल के प्रकार आज की दुनिया में आपको कई तरह के ईमेल मिल सकते हैं। यहाँ सबसे आम हैं: • Welcome Emails: वे आपकी ईमेल सूची में एक नए सदस्य के शामिल होने के 24 घंटे के भीतर भेजे जाते हैं और भविष्य के पत्राचार के लिए टोन सेट करने के शानदार तरीके हैं। • Newsletter Emails: आप इन ईमेल का उपयोग अपने ग्राहकों को अपने व्यवसाय, उत्पादों औ...

ईमेल क्या है, इसके प्रकार और विशेषताएं

ज्यादातर लोग अपने email account को पूरा दिन check करते रहते हैं, emails का इस्तमाल official work में करते हैं। बहुत से websites में sign up करने के लिए करते हैं, ऐसे बहुत से काम में वो इसका इस्तमाल करते हैं। एक हिसाब से देखा जाये तब Email address हम सभी का एक Virtual address होता है। और ये अभी के समय में Communication करने का सबसे बड़ा रूप होता है। ये ज्यादा professionally इस्तमाल किया जाता है phones और postal mail के स्थान पर। इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों Email क्या है के समबन्ध में सभी जानकारी प्रदान की जाये इससे यदि आपका कोई doubts रह गया हो तब article के ख़त्म होने तक ये solve भी हो जाएगी। तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की eMail Address क्या होता है हिंदी में। इस email में text, files, images, या कोई attachments भी हो सकता है, जिसे की network के माध्यम से किसी specific individual या group of individuals को भेजा जा सकता है। • यह email को pen और paper की जगह keyboards से type किया जाता है और Email Client के माध्यम से भेजा जाता है। Email addresses में एक custom username होता है beginning में उसके बाद email service provider का domain name, जिसमें एक @ sign होता है जिसे की दोनों को separate किया जाता है। उदाहरण के लिए : ईमेल के प्रकार आज की दुनिया में आपको कई तरह के ईमेल मिल सकते हैं। यहाँ सबसे आम हैं: • Welcome Emails: वे आपकी ईमेल सूची में एक नए सदस्य के शामिल होने के 24 घंटे के भीतर भेजे जाते हैं और भविष्य के पत्राचार के लिए टोन सेट करने के शानदार तरीके हैं। • Newsletter Emails: आप इन ईमेल का उपयोग अपने ग्राहकों को अपने व्यवसाय, उत्पादों औ...

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ज्यादातर लोग अपने email account को पूरा दिन check करते रहते हैं, emails का इस्तमाल official work में करते हैं। बहुत से websites में sign up करने के लिए करते हैं, ऐसे बहुत से काम में वो इसका इस्तमाल करते हैं। एक हिसाब से देखा जाये तब Email address हम सभी का एक Virtual address होता है। और ये अभी के समय में Communication करने का सबसे बड़ा रूप होता है। ये ज्यादा professionally इस्तमाल किया जाता है phones और postal mail के स्थान पर। इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों Email क्या है के समबन्ध में सभी जानकारी प्रदान की जाये इससे यदि आपका कोई doubts रह गया हो तब article के ख़त्म होने तक ये solve भी हो जाएगी। तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की eMail Address क्या होता है हिंदी में। इस email में text, files, images, या कोई attachments भी हो सकता है, जिसे की network के माध्यम से किसी specific individual या group of individuals को भेजा जा सकता है। • यह email को pen और paper की जगह keyboards से type किया जाता है और Email Client के माध्यम से भेजा जाता है। Email addresses में एक custom username होता है beginning में उसके बाद email service provider का domain name, जिसमें एक @ sign होता है जिसे की दोनों को separate किया जाता है। उदाहरण के लिए : ईमेल के प्रकार आज की दुनिया में आपको कई तरह के ईमेल मिल सकते हैं। यहाँ सबसे आम हैं: • Welcome Emails: वे आपकी ईमेल सूची में एक नए सदस्य के शामिल होने के 24 घंटे के भीतर भेजे जाते हैं और भविष्य के पत्राचार के लिए टोन सेट करने के शानदार तरीके हैं। • Newsletter Emails: आप इन ईमेल का उपयोग अपने ग्राहकों को अपने व्यवसाय, उत्पादों औ...

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ई. पत्र प्राप्तकर्ता का पूरा पता हमेशा की तरह ही लिखा जाए तथा उसके नीचे उसका ई - पता (E-Mail ID) लिखा जाए। *** : अनौपचारिक (घरेलु) पत्र में पाने वाले का पता लिखा नहीं जाता है, परंतु ई-मेल पत्र में पाने वाले का ई-मेल पता तो देना जरुरी होगा। अनौपचारिक पत्र में दिनांक के नीचे पाने वाले का सिर्फ पूरा नाम लिखें और अगली पंक्ति पर नाम के अनुसार ई-मेल पता(E-Mail ID) लिखने पर औपचारिक पत्र भी ई-मेल पत्र बनेगा। इसमें प्राप्तकर्ता का पूरा पता लिखने की कोई आवश्यकता नहीं है। (महत्त्वपूर्ण: यदि परीक्षा में प्राप्त कर्ता का पता दिया हो तो जरुर दर्ज करें ।) विशेष : दोनों (प्रेषक एवं प्राप्तकर्ता) का ई-मेल पता लिखना आवश्यक हैं क्योंकि अब लिफाफा /सिरनामा नहीं बनाना हैं, इसलिए ई-मेल पत्र में प्राप्तकर्ता का भी ई-मेल पता देना आवश्यक है अन्यथा पत्र का प्रारूप अधूरा रहेगा। उ. प्राप्तकर्ता के पते के बाद संक्षेप में हाशिए (मार्जिन) को चिपककर विषय लिखा जाए। (विषय पहले की तरह मध्य में नहीं ) *** : अनौपचारिक (घरेलु) पत्र में पत्र के शुरआत में ही विषय लिखा जाए ताकि पत्र का विषय वस्तु का पता चल सके। मध्य में किसी भी हाल में विषय न लिखा जाए। सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 10 का छात्र हूँ। मेरे पिता जी अपने छोटे-से व्यवसाय द्वारा बड़ी कठिनाई से परिवार का पालन-पोषण करते हैं। बढ़ती महँगाई के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। घर में आवश्यक वस्तुओं का अभाव रहता है। मेरी छोटी बहन और भाई भी अन्य कक्षाओं में पढ़ रहे हैं, उनकी पढ़ाई -लिखाई आदि के खर्चे का बोझ पिता जी के सर पर लदा रहता है। विषय : विद्यालय में अनुपस्थिति को लेकर पत्र । महोदय, मैं क्षमा प्रार्थी हूँ कि मैं दिनांक 16 एवं 17 सितं...

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ई. पत्र प्राप्तकर्ता का पूरा पता हमेशा की तरह ही लिखा जाए तथा उसके नीचे उसका ई - पता (E-Mail ID) लिखा जाए। *** : अनौपचारिक (घरेलु) पत्र में पाने वाले का पता लिखा नहीं जाता है, परंतु ई-मेल पत्र में पाने वाले का ई-मेल पता तो देना जरुरी होगा। अनौपचारिक पत्र में दिनांक के नीचे पाने वाले का सिर्फ पूरा नाम लिखें और अगली पंक्ति पर नाम के अनुसार ई-मेल पता(E-Mail ID) लिखने पर औपचारिक पत्र भी ई-मेल पत्र बनेगा। इसमें प्राप्तकर्ता का पूरा पता लिखने की कोई आवश्यकता नहीं है। (महत्त्वपूर्ण: यदि परीक्षा में प्राप्त कर्ता का पता दिया हो तो जरुर दर्ज करें ।) विशेष : दोनों (प्रेषक एवं प्राप्तकर्ता) का ई-मेल पता लिखना आवश्यक हैं क्योंकि अब लिफाफा /सिरनामा नहीं बनाना हैं, इसलिए ई-मेल पत्र में प्राप्तकर्ता का भी ई-मेल पता देना आवश्यक है अन्यथा पत्र का प्रारूप अधूरा रहेगा। उ. प्राप्तकर्ता के पते के बाद संक्षेप में हाशिए (मार्जिन) को चिपककर विषय लिखा जाए। (विषय पहले की तरह मध्य में नहीं ) *** : अनौपचारिक (घरेलु) पत्र में पत्र के शुरआत में ही विषय लिखा जाए ताकि पत्र का विषय वस्तु का पता चल सके। मध्य में किसी भी हाल में विषय न लिखा जाए। सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 10 का छात्र हूँ। मेरे पिता जी अपने छोटे-से व्यवसाय द्वारा बड़ी कठिनाई से परिवार का पालन-पोषण करते हैं। बढ़ती महँगाई के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। घर में आवश्यक वस्तुओं का अभाव रहता है। मेरी छोटी बहन और भाई भी अन्य कक्षाओं में पढ़ रहे हैं, उनकी पढ़ाई -लिखाई आदि के खर्चे का बोझ पिता जी के सर पर लदा रहता है। विषय : विद्यालय में अनुपस्थिति को लेकर पत्र । महोदय, मैं क्षमा प्रार्थी हूँ कि मैं दिनांक 16 एवं 17 सितं...