जहानाबाद जिला का समाचार

  1. बराबर की गुफाएं कहाँ है? बराबर पहाड़ और जहानाबाद जिले की पूरी जानकारी
  2. जहानाबाद: बिहार विशेष सर्वेक्षण के कार्यो एवं शिविर का निरीक्षण
  3. Congress Worker Of Rajasthan Is In Confusion On Agreement Between Ashok Gehlot And Sachin Pilot ANN
  4. जहानाबाद: डीएम ने किया ईवीएम वेयरहाउस का स्थल निरीक्षण


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बराबर की गुफाएं कहाँ है? बराबर पहाड़ और जहानाबाद जिले की पूरी जानकारी

Jankaritoday.com अब Google News पर। अपनेे जाति के ताजा अपडेट के लिए Last Updated on 25/09/2019 by जहानाबाद भारत के जहानाबाद जिले का इतिहास प्रसिद्ध किताब आइन-ए-अकबरी में इस स्थान का उल्लेख मिलता है. किताब में कहा गया है कि 17वीं शताब्दी में यहां भीषण अकाल पड़ा और लोग भूख से मरने लगे. अकाल पीड़ित लोगों के राहत के लिए मुगल बादशाह औरंगजेब ने यहां पर एक मंडी की स्थापना किया, जिसका नाम रखा- जहांआरा. जहांआरा औरंगजेब की बड़ी बहन थीं. इस मंडी की देखरेख और नियंत्रण का दायित्व जहांआरा पर था. ऐसा कहा जाता है जहांआरा ने यहां पर काफी समय व्यतीत किया था. जहांआरा के नाम पर इस जगह को ‘जहांआराबाद’ कहा जाने लगा , जो कालांतर में ‘जहानाबाद’ के नाम से जाने जाना लगा. गठन पहले ये जिला गया जिले का हिस्सा हुआ करता था. 1872 में इसे गया जिले का अनुमंडल बनाया गया. 1 अगस्त 1986 को इसे गया जिले से अलग करके स्वतंत्र जिला बनाया गया. जहानाबाद जिले की भौगोलिक स्थिति बाउंड्री (चौहद्दी) ये जिला दरधा और यमुनिया नामक दो छोटी नदियों के संगम पर स्थित है. उत्तर में – पटना जिला दक्षिण में – पूरब में- नालंदा जिला पश्चिम में – अरवल जिला क्षेत्रफल इस जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 1569 वर्ग किलोमीटर है. प्रमुख नदियां : फल्गु , दरधा और यमुनिया. अर्थव्यवस्था- कृषि ,उद्योग और उत्पाद इस जिले में उद्योगों का अभाव है. उपजाऊ भूमि होने के कारण जहानाबाद जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. जिले में उगाए जाने वाले प्रमुख फसल हैं: धान, गेहूं , दलहन और मक्का. जहानाबाद जिले का शासनिक सेटअप प्रमंडल: मगध प्रशासनिक सहूलियत के लिए जहानाबाद जिले को 1 अनुमंडल और 7 प्रखंडों में बांटा गया है. अनुमंडल: इस जिले में केवल एक अनुमं...

जहानाबाद: बिहार विशेष सर्वेक्षण के कार्यो एवं शिविर का निरीक्षण

Post Views: 315 विरूपुर एवं केवाली गॉव का डीएम ने किया भ्रमण जहानाबाद। जिला पदाधिाकारी नवीन कुमार द्वारा आज जिले में चल रहे बिहार विशेष सर्वेक्षण के कार्यो एवं शिविर का निरीक्षण घोषी प्रखंड अंतर्गत लखावर पंचायत के गॉव विरूपुर एवं केवाली में किया गया। निरीक्षण में जिला पदाधिकारी द्वारा दोनों गॉव का भ्रमण किया गया तथा ग्रामीणों से सर्वेक्षण से संबंधित जानकारी प्राप्त किया गया। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि जमीनों का सर्वेक्षण हेतु सभी संबंधित कागजात उपलब्ध करावें। साथ ही शिविर प्रभारी को निदेश दिया कि रैयतों से जमीन का कागजात एवं वंशावली को स्वघोषणा के साथ शत प्रतिशत जमा करायें, ताकि सर्वेक्षण का कार्य पूरी तरह से सम्पन्न हो सके। जिला पदाधिकारी ने ग्रामीणों को बताया कि प्रपत्र 2, 3 एवं 3 (1) को जमा करना होता है, जिसमें प्रपत्र 2 में भू स्वामी द्वारा अपने जमीन से संबंधित जानकारी दी जाती है, प्रपत्र 3 में भूधारियों द्वारा वंशावली उपलब्ध कराया जाता है। सरकारी भूमि का पंजी, सरकारी भूमिधभू हदबंदी के भूमि के बंदोबस्ती की पंजी, वासगीत पर्चा की पंजी, सैरातों की पंजी इत्यादि की छायाप्रति संबंधित शिविर प्रभारी को उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही अंचल अधिकारी एवं संबंधित राजस्व कमर्चारी के स्तर से विशेष सर्वेक्षण शिविर के कार्य में सतत सहयोग प्रदान करने का निदेश दिया गया। जिला पदाधिकारी ने बताया कि खतियानी विवरणी (तेरीज) प्रपत्र 5 का निर्माण, ससमय पूर्ण किया जाना सरकार द्वारा निदेश है। उन्होंने बताया कि विशेष सर्वेक्षण शिविर के अधीन जो मौजे है उनका खतियानी विवरणी अंचल द्वारा शिविर के प्रभारी विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोवस्त पदाधिकारी को उपलब्ध कराया जाता है। अपर समाहर्त्ता अरविंद कुमार मंडल द...

Congress Worker Of Rajasthan Is In Confusion On Agreement Between Ashok Gehlot And Sachin Pilot ANN

Rajasthan Politics: कई जिलों में अभी भी नहीं हैं कांग्रेस के जिला अध्यक्ष, अशोक गहलोत-सचिन पायलट में समझौते पर असमंजस Rajasthan News: विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं में अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. अशोक गहलोत और सचिन पायलट के हालिया बयानों से वे असमंजस में हैं. Bharatpur News: राजस्थान के विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, लेकिन कांग्रेस में अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. मुख्यमंत्री के दौरे और सचिन पायलट के बयान से अभी भी असमंजस बरकरार है.राजस्थान में जब से सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच कुर्सी को लेकर खींचतान शुरू हुई है, तभी से कांग्रेस का संगठन अधूरा है. करीब साल हो गए है लेकिन प्रदेश के कई जिलों में कांग्रेस का जिला अध्यक्ष तक नहीं है. कांग्रेस के पदाधिकारी प्रत्येक जिले का दौरा कर रहे है जहां भी जाते हैं, वहां पर यही आवाज आती है की जिला अध्यक्ष की नियुक्ति कब होगी. सचिन पायलट की बगावत कांग्रेस आलाकमान द्वारा सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच किस बात पर सहमति हुई है, इस पर सभी कार्यकर्ताओं को आम लोगों में यही चर्चा है की आखिर किस बात पर दोनों नेता एक हुए हैं.यह असमंजस बना हुआ है. एक अफवाह यह भी फैली थी कि सचिन पायलट अपनी अलग पार्टी बनाएंगे और 11 जून को इसकी घोषणा करेंगे. लेकिन अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर उन्होंने ऐसी कोई घोषणा नहीं की. लेकिन उन्होंने मंच से एक दिन के धरने और पदयात्रा में किए वादे दोहरा दिए. उन्होंने अपना तरीका बदल लिया है .सचिन पायलट अब बिना किसी पर निशाना साधे ही अपनी बात कहते हैं. अब वह कह रहे हैं कि वो अपनी बात पर अडिग हैं. उनका कहना है कि युवाओं से जो वादा किया है, उससे वे पीछे नहीं...

जहानाबाद: डीएम ने किया ईवीएम वेयरहाउस का स्थल निरीक्षण

Post Views: 455 जहानाबाद। शुक्रवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी हिमांशु कुमार राय ने आगामी पंचायत चुनाव के मद्देनजर ईवीएम को सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए संबंधिात पदाधिकारियों के साथ ईवीएम वेयरहाउस स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक निदेश दिया। उन्होंने जानकारी दिया कि अगस्त से सितंबर के बीच जिले में पंचायत चुनाव संपन्न होगा। जिसके मद्देनजर जिले में वेयरहाउस के लिए जहानाबाद सदर के नये प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय को चिन्हित किया गया है। वेयरहाउस स्थल की बेहतर व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए डीएम ने भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निदेश दिया कि ईवीएम, सीयू एवं बीयू को रखने के लिए सदर प्रखंड सह अंचल कार्यालय के नये भवन के हॉल नंबर 01, 02, 03 एवं 04 का चयन किया गया है। जहां झारखंड से 15 जुलाई को प्राप्त होने वाले ईवीएम, सीयू एवं बीयू रखा जाएगा। जिसमें पूरी सुरक्षा की आवश्यकता है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से हॉल नंबर 01, 02, 03 एवं 04 के खिड़की इत्यादि को सील करने का निदेश दिया गया। उक्त अवसर पर जिला पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, जहानाबाद सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। Post Views: 382 पटना (आससे)। कैबिनेट ने सुशासन के कार्यक्रम २०२०-२५ के तहत स्वीकृत मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के अंतर्गत उच्चतर शिक्षा हेतु प्रेरित करने के लिए छात्राओं को आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना में ३४ करोड़ की आकस्मिकता निधि से अग्रिम की निकासी करने […]