Kalratri mata ki aarti lyrics

  1. Kalratri Mata Ki Aarti कालरात्रि माता की आरती
  2. navratri 7th day maa kalratri ki aarti lyrics in hindi
  3. Maa Kalratri Aarti Lyrics
  4. Maa Kalratri Aarti And Puja Mantra आज करें मां कालरात्रि की आरती इन मंत्रों के जाप से देवी को करें प्रसन्न


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Kalratri Mata Ki Aarti कालरात्रि माता की आरती

|| कालरात्रि माता की आरती || कालरात्रि जय-जय-महाकाली। काल के मुह से बचाने वाली॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा। महाचंडी तेरा अवतार॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा। महाकाली है तेरा पसारा॥ खडग खप्पर रखने वाली। दुष्टों का लहू चखने वाली॥ कलकत्ता स्थान तुम्हारा। सब जगह देखूं तेरा नजारा॥ सभी देवता सब नर-नारी। गावें स्तुति सभी तुम्हारी॥ रक्तदंता और अन्नपूर्णा। कृपा करे तो कोई भी दुःख ना॥ Kalratri Jai Jai Mahakali. Kal Ke Munh Se Bachane Wali. Dusht Sangharak Nam Tumhara. Mahachandi Tera Avtara. Prithwi Aur Aakash Pe Sara. Mahakali Hai Tera Pasara. Khadag Khappar Rakhne Wali. Dushton Ka Lahu Chakhne Wali. Kalkatta Sthan Tumhara. Sab Jagah Dekhun Tera Najara. Sabhi Devta Sab Nar Nari. Gaven Stuti Sabhi Tumhari. Raktadanta Aur Annapurna. Kripa Kare To Koi Bhi Dukhi Na. Na Koi Chinta Rahe Bimari. Na Koi Gam Na Sankat Bhari. Us Par Kabhi Kasht Na Aawe. Mahakali Maa Jise Bachawe. Tu Bhi Bhakt Prem Se Kah. Kalratri Maa Teri Jay.

navratri 7th day maa kalratri ki aarti lyrics in hindi

नवरात्रि के सातवें दिन मां के सप्तम स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा- अर्चना की जाती है। मां कालरात्रि का शरीर अंधकार की तरह काला है। मां के बाल लंबे और बिखरे हुए हैं। मां के गले में माला है जो बिजली की तरह चमकते रहती है। मां कालरात्रि के चार हाथ हैं। मां के हाथों में खड्ग, लौह शस्त्र, वरमुद्रा और अभय मुद्रा है। 2 अक्टूबर2022 को मां कालरात्रि की विधि- विधान से पूजा की जाएगी। इस पावन दिन मां की ये आरती जरूर करें- मां कालरात्रि की आरती कालरात्रि जय जय महाकाली काल के मुंह से बचाने वाली दुष्ट संहारिणी नाम तुम्हारा महा चंडी तेरा अवतारा पृथ्वी और आकाश पर सारा महाकाली है तेरा पसारा खंडा खप्पर रखने वाली दुष्टों का लहू चखने वाली कलकत्ता स्थान तुम्हारा सब जगह देखूं तेरा नजारा सभी देवता सब नर नारी गावे स्तुति सभी तुम्हारी रक्तदंता और अन्नपूर्णा कृपा करे तो कोई भी दु:ख ना ना कोई चिंता रहे ना बीमारी ना कोई गम ना संकट भारी उस पर कभी कष्ट ना आवे महाकाली मां जिसे बचावे तू भी 'भक्त' प्रेम से कह कालरात्रि मां तेरी जय मकर, कुंभ, धनु, मिथुन, तुला वाले शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति के लिए दशहरा के दिन करें ये छोटा सा उपाय मां दुर्गा की आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥ जय अम्बे गौरी माँग सिन्दूर विराजत, टीको मृगमद को। उज्जवल से दोउ नैना, चन्द्रवदन नीको॥ जय अम्बे गौरी कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै। रक्तपुष्प गल माला, कण्ठन पर साजै॥ जय अम्बे गौरी केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्परधारी। सुर-नर-मुनि-जन सेवत, तिनके दुखहारी॥ जय अम्बे गौरी कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती। कोटिक चन्द्र दिवाकर, सम राजत ज्योति॥ जय अम्बे गौरी शुम्भ-निशुम्भ बिदारे, महिषासुर घा...

Maa Kalratri Aarti Lyrics

कालरात्रि माता , जय कालरात्रि माता । धन वैभव संपत्ति , की तुम ही दाता ।। जय कालरात्रि माता ।। रूप भयंकर तेरा , शक्ति महामाई । छवि लखते ही तुम्हारी , काल भी डर जाई ।। जय कालरात्रि माता ।। भूत प्रेत और दानव , निकट नहीं आते । खडग कटार के आगे , शत्रु नहीं टिक पाते ।। जय कालरात्रि माता ।। गर्धव वाहिनी मैया , कृपा जरा कीजो । निर्बल को माँ शक्ति , अपनी शरण दीजो ।। जय कालरात्रि माता ।। नो दुर्गाओं में भवानी , सातवा तेरा स्थान । महामाया महाकाली , शक्ति तेरी महान ।। जय कालरात्रि माता ।। सातवे नवरात्रे को , पूजी तुम जाती । मनवांछित फल देती , शक्ति तेरी महान ।। जय कालरात्रि माता ।। हे प्रचंड ज्वालमयी , हमपे दया करना । जानके सेवक अपना , दुःख विपदा हरना ।। जय कालरात्रि माता ।। चिंता हारना दाती , काल करे न वार । विनती इतनी सी माँ , कर लेना स्वीकार ।। जय कालरात्रि माता ।। लेकर आस शरण में , तेरी हम आये । सुना है खली दर से , ना तेरे कोई जाये ।। जय कालरात्रि माता ।। कालरात्रि माता , जय कालरात्रि माता । धन वैभव संपत्ति , की तुम ही दाता ।। जय कालरात्रि माता ।। Maa Kalratri Aarti Lyrics Kaltri Mata , Jai Kalratri Mata । Dhan Vaibhav Samappti, Ki Tum Hi Data ।। Jai Kalratri Mata ।। Roop Bhyankar Tera, Shakti Mahamayi । Chhavi Lakhte Hi Tumhari, Kaal Bhi Dar Jai ।। Jai Kalratri Mata ।। Bhoot Pret Aur Daanav Nikat Nahi Aate । Khadag Kataar Ke Aage Shtru Na Tik Paate ।। Jai Kalratri Mata ।। Gardhav Vaahini Maiya, Kripa Jara Kijo । Nirbal Ko Maa Shakti, Aoni Sharan Dijo ।। Jai Kalratri Mata ।। No Durgo Me Bhawani, Saatwa Tera Sthaan । Mahamaya Mahakali, Shakti Teri Mahaan ।। Jai Kalratri Mata ।। Saa...

Maa Kalratri Aarti And Puja Mantra आज करें मां कालरात्रि की आरती इन मंत्रों के जाप से देवी को करें प्रसन्न

Maa Katyayani Aarti And Puja Mantra: आज चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मां कालरात्रि की पूजा करने का विधान है। मां दुर्गा की सातवीं स्वरूप और चार भुजाओं वाली मां कालरात्रि असुर रक्तबीज का संहार करने के लिए उत्पन्न हुई थीं। मां कालरात्रि को शुभंकरी भी कहते हैं। आज आपको मां कालरात्रि को प्रसन्न करने के लिए नीचे दिए गए उनके बीज मंत्र, स्तुति, प्रार्थना मंत्रों का जाप करना चाहिए। इसके पश्चात मां कालरात्रि की आरती करें। आपकी पूजा-अर्चना से प्रसन्न होकर मां कालरात्रि शुभ फल देंगी। मां कालरात्रि की प्रार्थना एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता। लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्त शरीरिणी॥ वामपादोल्लसल्लोह लताकण्टकभूषणा। वर्धन मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥ मां कालरात्रि बीज मंत्र क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:। मंत्र 1. ज्वाला कराल अति उग्रम शेषा सुर सूदनम। त्रिशूलम पातु नो भीते भद्रकाली नमोस्तुते।। 2. ओम देवी कालरात्र्यै नमः। मां कालरात्रि की आरती/Maa Kalratri Ki Aarti कालरात्रि जय-जय-महाकाली। काल के मुह से बचाने वाली। दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा। महाचंडी तेरा अवतार। पृथ्वी और आकाश पे सारा। महाकाली है तेरा पसारा। खड्ग खप्पर रखने वाली। दुष्टों का लहू चखने वाली। कलकत्ता स्थान तुम्हारा। सब जगह देखूं तेरा नजारा। सभी देवता सब नर-नारी। गावें स्तुति सभी तुम्हारी। रक्तदंता और अन्नपूर्णा। कृपा करे तो कोई भी दुःख ना। ना कोई चिंता रहे बीमारी। ना कोई गम ना संकट भारी। उस पर कभी कष्ट ना आवें। महाकाली मां जिसे बचावे। तू भी भक्त प्रेम से कह। कालरात्रि मां तेरी जय। Chaitra Navratri 2020 Maa Kalratri Puja Vidhi: चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन, जानें मां काल...