Khasi ki dawa

  1. खांसी दूर करने के 191 सबसे असरकारक घरेलु देसी नुस्खे
  2. बलगम वाली खांसी के घरेलू उपाय, खांसी और बलगम का इलाज, Balgam Wali Khansi Ka Ilaj, Balgam Wali Khansi Ka Desi Ilaj, Balgam Wali Khansi Ke Upay, Balgam Wali Khansi Ke Gharelu Upay, खांसी के साथ बलगम आना, लगातार बलगम आना, खासी से बलगम आना बार बार, बलगम का आयुर्वेदिक उपचार, ब्रॉन्काइटिस, श्वास नली में कफ, Khansi Ke Sath Balgam Aana, बलगम वाली खांसी के लिए घरेलू उपाय, Balgam Khasi Ki Dawa
  3. सूखी और बलगम (कफ) वाली खांसी की रामबाण दवा और घरेलू उपचार


Download: Khasi ki dawa
Size: 25.11 MB

खांसी दूर करने के 191 सबसे असरकारक घरेलु देसी नुस्खे

7 खांसी का घरेलू उपचार : khansi ka gharelu ilaj खांसी क्या है ? : khansi in hindi खांसी (cough/khansi) का सम्बंध फेफड़ों तथा शरीर के उन अंगों से होता है जो सांस लेने में फेफड़ों को सहायता प्रदान करता है। खांसी का रोग किसी भी मौसम में हो सकता है लेकिन यह विशेष रूप से सर्दी के मौसम में होता है। एलोपैथी चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार खांसी की उत्पत्ति विशेष प्रकार के जीवाणुओं से होती है। यदि खांसी की चिकित्सा कराने में देर हो जाए तो खांसी क्षय रोग (टी.बी.) में बदल जाती है। खांसी के कारण: khansi ke karan • खांसी वात, पित्त और कफ बिगड़ने के कारण होती है। • श्वासनली की सूजन में धूल-धुंआ जाना, जल्दी-जल्दी खाने के कारण खाने-पीने की वस्तुएं अन्ननली में जाने की बजाय श्वासनली में चले जाना। • रूक्ष पदार्थों का अधिक सेवन करना, मल-मूत्र या छींक आदि के वेग को रोकना। खट्टी, कषैली, तीव्र वस्तुओं का अधिक सेवन करना। • अधिक परिश्रम, अधिक मैथुन, सर्दी लगना, ऋतु परिवर्तन, दूषित हवा, तेज वस्तुओं को सूंघना, फेफड़ों पर गर्मी और सर्दी का प्रभाव अथवा घाव व फुंसी होना आदि खांसी का मुख्य कारण है। • गले में रहने वाली उदान वायु जब ऊपर की ओर विपरीत दिशा में जाती है तो प्राणवायु कफ में मिलकर हृदय में जमे हुए कफ को कंठ में ले आती है जिसके फलस्वरूप खांसी का जन्म होता है। • घी-तेल से बने खाद्य पदार्थों के सेवन के तुरन्त बाद पानी पी लेने से खांसी की उत्पत्ति होती है। छोटे बच्चे स्कूल के आस-पास मिलने वाले चूरन, चाट-चटनी व खट्टी-मीठी दूषित चीजें खाते हैं जिससे खांसी रोग हो जाता है। • मूंगफली, अखरोट, बादाम, चिलगोजे व पिस्ता आदि खाने के तुरन्त बाद पानी पीने से खांसी होती है। ठंड़े मौसम में ठंड़ी वायु के प्रकोप व ठ...

बलगम वाली खांसी के घरेलू उपाय, खांसी और बलगम का इलाज, Balgam Wali Khansi Ka Ilaj, Balgam Wali Khansi Ka Desi Ilaj, Balgam Wali Khansi Ke Upay, Balgam Wali Khansi Ke Gharelu Upay, खांसी के साथ बलगम आना, लगातार बलगम आना, खासी से बलगम आना बार बार, बलगम का आयुर्वेदिक उपचार, ब्रॉन्काइटिस, श्वास नली में कफ, Khansi Ke Sath Balgam Aana, बलगम वाली खांसी के लिए घरेलू उपाय, Balgam Khasi Ki Dawa

बलगम वाली खांसी के घरेलू उपाय, खांसी और बलगम का इलाज, Balgam Wali Khansi Ka Ilaj, Balgam Wali Khansi Ka Desi Ilaj, Balgam Wali Khansi Ke Upay, Balgam Wali Khansi Ke Gharelu Upay, खांसी के साथ बलगम आना, लगातार बलगम आना, खासी से बलगम आना बार बार, बलगम का आयुर्वेदिक उपचार, ब्रॉन्काइटिस, श्वास नली में कफ, Khansi Ke Sath Balgam Aana, बलगम वाली खांसी के लिए घरेलू उपाय, Balgam Khasi Ki Dawa - The Public बलगम वाली खांसी के घरेलू उपाय, खांसी और बलगम का इलाज, Balgam Wali Khansi Ka Ilaj, Balgam Wali Khansi Ka Desi Ilaj, Balgam Wali Khansi Ke Upay, Balgam Wali Khansi Ke Gharelu Upay, खांसी के साथ बलगम आना, लगातार बलगम आना, खासी से बलगम आना बार बार, बलगम का आयुर्वेदिक उपचार, ब्रॉन्काइटिस, श्वास नली में कफ, Khansi Ke Sath Balgam Aana, बलगम वाली खांसी के लिए घरेलू उपाय, Balgam Khasi Ki Dawa आयुर्वेदिक इलाज – बलगम वाली खांसी के लिए घरेलू दवा Balgam Wali Khansi Ke Gharelu Upay खांसी के साथ बलगम आना, Balgam Wali Khansi खांसी के साथ बलगम आना – क्या कभी निमोनिया हुआ था? इंफेक्शन तो नियंत्रण में आ गया, पर न थमने वाली खांसी का दौर शुरू हो गया है। खांसी के साथ बलगम की शिकायत है या बलगम की मात्रा जाड़े में सुबह के समय ज्यादा होती हो। ये सब लक्षण फेफड़े की ब्राॅनकियकटेसिस नामक बीमारी के हैं। ब्रॉन्काइटिस बच्चों या बड़े किसी को भी हो सकता है। खासतौर पर प्रेग्नेंसी के दौरान जो महिलाएं धूम्रपान करती हैं उनके होने वाले शिशु के शरीर में कुछ खास एंजाइम्स की मात्रा बढ़ने से फेफड़े अविकसित रह सकते हैं। ब्रॉन्काइटिस सांस की नली में सूजन की समस्या है। इसमें लगातार खांसी आने के साथ फेफड़ों में संक्रमण तेजी से ...

सूखी और बलगम (कफ) वाली खांसी की रामबाण दवा और घरेलू उपचार

Contents • • • • • • खांसी 2 प्रकार की होती है सुखी और कफ। सूखी खांसी होने पर गले में कुछ अटकने जैसा लगता है और कफ वाली खांसी गले और सीने में जमा बलगम के कारण होती है। सूखी खांसी और बलगम वाली खांसी की दवा और सिरप मौसम में जरा से भी बदलाव, या फिर अन्य कारणों से लोगों को बराबर खांसी हो जाती है। खांसी होने पर गले में खराश और दर्द भी होने लगता है। किसी व्यक्ति को जब भी खांसी होती है, तो यही देखा जाता है कि वह दवा दुकान से खांसी की दवा खरीद कर खा लेता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि खांसी का इलाज घर पर ही असरदार घरेलू नुस्खों से कर सकते हैं। अस्वस्थ भोजन, एवं जीवनशैली के कारण शरीर में वात एवं कफ दोष होने लगते हैं, इससे खांसी होने लगती है। खांसी मुख्यतः कफ दोष के कारण होती है। सिर्फ मौसम बदलने से नहीं बल्कि कई बार गले में इन्फेक्शन के कारण भी बलगम वाली खांसी हो सकती है. ऐसा माना जाता है कि नियमित तौर पर बलगम वाली खांसी का इलाज नहीं किया जाता तो ये कई बीमारियों की वजह बन सकता है. आइए जानते हैं कैसे खत्म की जा सकती है बलगम वाली खांसी. बलगम वाली खांसी को ठीक करने के लिए लोग कुछ खास तरह की दवाओं का सेवन करने लगते हैं. दवाइयों के अलावा आप घर पर ही कुछ प्राकृतिक चीजों को अपनाकर बलगम वाली खांसी को ठीक कर सकते हैं | शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए विटामिन सी बहुत जरूरी माना जाता है. विटामिन सी का इस्तेमाल करने से यह शरीर के वायरस से तेजी से लड़ने में सक्षम हो पाता है. बलगम वाली खांसी में विटामिन सी युक्त फल जैसे की संतरा खा सकते हैं. संतरा खाते वक्त ध्यान रहे कि यह ठंडा न हो | कफ निकालने और खांसी रोकने के ट्रीटमेंट के लिए बाजार में कई प्रकार की अंग्रेजी दवा टेबलेट और सिरप...