Mandal aayog ke adhyaksh kaun the

  1. मंडल आयोग (Manadal ayog) meaning in English
  2. भारत का केंद्रीय मंत्रीमण्डल 2023
  3. प्रशासनिक सुधार आयोग के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
  4. परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष कौन है?
  5. चुनाव आयोग (Election Commission) पूरी जानकारी
  6. राजभाषा आयोग के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
  7. राष्ट्रपति


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मंडल आयोग (Manadal ayog) meaning in English

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भारत का केंद्रीय मंत्रीमण्डल 2023

भारत सरकार का केन्द्रीय मंत्रिमंडल 2023: भारत सरकार का केन्द्रीय मंत्रिमंडल, भारत गणराज्य में कार्यकारी अधिकार का प्रयोग करता हैं। इस में वरिष्ठ मंत्री (केबिनेट मंत्री) और कनिष्ठ मंत्री (राज्य मंत्री) सम्मिलित होते हैं, जिनका नेतृत्व भारत के केन्द्रीय मंत्रियों की श्रेणी: भारत के मंत्रियों की तीन श्रेणियाँ हैं, जो रैंक के अवरोही क्रम इस प्रकार हैं - • कैबिनेट मंत्री: कैबिनेट के सदस्य; मंत्रालय का नेतृत्व करने वाले। • राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): कनिष्ठ मंत्री जो कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट नहीं करते हैं। • राज्य मंत्री: कनिष्ठ मंत्री जो कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट करते हैं; आमतौर पर उसी मंत्रालय में एक विशेष जिम्मेदारी सौंपी जाती हैं। भारत के वर्तमान कैबिनेट मंत्रियों की सूची 2023: नाम मंत्रालय/विभाग नरेंद्र मोदी कार्मिक, जनशिकायत एवं पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, सभी प्रमुख नीतिगत मामले एवं वे सभी विभाग जो किसी अन्‍य मंत्री को आवंटित न किया गया हो। राजनाथ सिंह रक्षा मंत्रालय अमित शाह गृह मंत्रालय, सहकारिता मंत्रालय नितिन गडकरी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय निर्मला सीतारमण वित्त मत्रांलय, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय नरेंद्र सिंह तोमर कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय डॉ सुब्रह्मण्यम जयशंकर विदेश मंत्रालय अर्जुन मुंडा जनजातीय कार्य मंत्रालय स्मृति जुबिन ईरानी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय पीयूष गोयल वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय, उपभोक्‍ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्रालय, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय प्रल्हाद जोशी संसदीय कार्य मंत्रालय, कोयला मंत्रालय, खान मंत्रालय ना...

प्रशासनिक सुधार आयोग के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?

Explanation : प्रशासनिक सुधार आयोग के प्रथम अध्यक्ष मोरारजी देसाई थे। जब वे केंद्र सरकार में उपप्रधानमंत्री नियुक्त हुये तो उन्होंने इसकी अध्यक्षता से त्यागपत्र दे दिया इसके पश्चात् के. हनुमन्थैया ए.आर.सी. के अध्यक्ष बने। मोरारजी देसाई का जन्म 29 फ़रवरी 1896 को भदेली गाँव, जो अब गुजरात के बुलसर जिले में स्थित है, में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे एवं बेहद अनुशासन प्रिय थे। बचपन से ही युवा मोरारजी ने अपने पिता से सभी परिस्थितियों में कड़ी मेहनत करने एवं सच्चाई के मार्ग पर चलने की सीख ली। उन्होंने सेंट बुसर हाई स्कूल से शिक्षा प्राप्त की एवं अपनी मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की। तत्कालीन बंबई प्रांत के विल्सन सिविल सेवा से 1918 में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने बाद उन्होंने बारह वर्षों तक डिप्टी कलेक्टर के रूप में कार्य किया। देसाई को स्वतंत्रता संग्राम के दौरान तीन बार जेल जाना पड़ा। वे 1931 में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य बने और 1937 तक गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रहे। जब पहली कांग्रेस सरकार ने 1937 में कार्यभार संभाला, श्री देसाई राजस्व, कृषि, वन एवं सहकारिता मंत्रालय के मंत्री बने। Tags :

परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष कौन है?

परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष कमलेश नीलकंठ व्यास है। भाभा परमाणु अनुसंधान (BARC) केन्द्र के निदेशक रहे परमाणु वैज्ञानिक कमलेश नीलकंठ व्यास भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव व परमाणु ऊर्जा आयोग (Atomic Energy Commission-AEC) के चेयरमैन सितम्बर 2018 में बनाए गए हैं। इस पद पर शेखर बसु जिनका बढ़ा हुआ कार्यकाल जो 19 सितम्बर को समाप्त हुआ था, का स्थान श्री नीलकंठ व्यास ने लिया है। श्री व्यास का इस पद पर कार्यकाल 3 मई, 2021 तक अथवा 64 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक रहेगा। कमलेश नीलकंठ व्यास MS विश्वविद्यालय, वडोदरा से मैकेनिकल इंजीनियरिंग स्नातक हैं। 1979 में BARC प्रशिक्षण स्कूल में प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, वह BARC के रिएक्टर इंजीनियरिंग डिवीजन के ईंधन डिजाइन और विकास खंड में शामिल हो गए थे। उन्हें भारतीय न्यूक्लियर सोसाइटी उत्कृष्ट सेवा पुरस्कार 2011, होमी भाभा विज्ञान और प्रौद्योगिकी पुरस्कार 2006, 2007, 2008, 2012 और 2013 में DAE पुरस्कार समेत कई पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। वह इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियर्स के फेलो भी हैं। Tags : वियतनाम के नए राष्ट्रपति वो वान थुओंग (Vo Van Thuong) है। फरवरी 2023 में एक व्यापक भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के बीच तत्कालीन राष्ट्रपति गुयेन जुआन फुक के अचानक इस्तीफा देने के बाद थुओंग को चुना गया। 13 दिसम्बर 1970 को जन्में वो वान थुओंग पार्टी के पोल • प्रेस सूचना ब्यूरो के नये महानिदेशक कौन बने है?

चुनाव आयोग (Election Commission) पूरी जानकारी

क्या है इस पोस्ट में ? 1 • • • • • • • • • • • • • • • • Chunav Aayog Kya hota hai :- जैसा कि आप लोग जानते हैं कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहां पर सरकारों का चयन जनता के द्वारा होता है इसके लिए हर 5 साल में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव आयोजित भारत में करवाए जाते हैं जिसके बाद जनता के द्वारा चुनी सरकार राज्य या देश का कार्यभार अपने हाथों में लेती है और जनता के हित में काम करती है भारत में चुनाव आयोजित करवाने का काम चुनाव आयोग का है I चुनाव आयोग भारत में चुनाव संपन्न करवाने का काम करती है अब आपके मन मे सवाल आएगा कि Chunav Aayog Kya hota hai , इसके कार्य करने के प्रति क्या है इसके सपना कब हुई इसके अधिकार क्या है इसकी विशेषताएं क्या है अगर आप इन सभी सवालों का जवाब देना चाहते हैं तो मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि इस पोस्ट को आगे तक पढ़े आइए जाने – चुनाव आयोग क्या है, chunav aayog ke kya karya hai | bhartiya chunav aayog ke adhikar kya hai | swatantra chunav aayog ke kya kya karya hai likhiye, चुनाव आयोग (Election Commission) क्या है | , rajya nirvachan aayog nirvachan aayog drishti ias, bharat nirvachan ayog form 6, bharat nirvachan ayog in english , Chunav Aayog Kya hota hai चुनाव आयोग क्या है? Chunav Aayog Kya hota hai in Hindi भारत में निर्वाचन आयोग को चुनाव आयोग के नाम से भी जाना जाता है, जिसे अंग्रेजी में Election Commission कहा जाता है, सुनाओ आयोग एक प्रकार का स्वतंत्र संवैधानिक संस्था है जिसका प्रमुख काम राज्य और देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव को संचालित करने कार्य करती है इसके अलावा चुनाव आयोग देश में लोकसभा, राज्यसभा, राज्य विधान सभाओं, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति क...

राजभाषा आयोग के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?

Explanation : राजभाषा आयोग के प्रथम अध्यक्ष बाल गंगाधर खरे (Bal Gangadhar Kher) थे। संविधान के अनुच्छेद 344 में राष्ट्रपति को राजभाषा आयोग को गठित करने का अधिकार दिया गया है। इसलिए राष्ट्रपति ने 7 जून 1955 में राजभाषा आयोग का गठन किया था। बी. जी. खेर को उस समय राजभाषा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इस आयोग ने 1956 में अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपी थी। जिसके बाद 1957 में पंडित गोविंद वल्लभ पंत की अध्यक्षता में बनी संसदीय समिति ने इस प्रतिवेदन की समीक्षा की गई। भारत के प्रसिद्ध राष्ट्रीय नेताओं में से एक बी.जी. खेर दो बार महाराष्ट्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। इसके अलावा वे 1952 से 1954 तक ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त भी रहे। उन्हें भारत सरकार द्वारा सन 1954 में 'पद्मविभूषण' की उपाधि से सम्मानित किया गया था। राजनीतिक दृष्टि से वह नरम विचारा के व्यक्ति थे। वर्ष 1923 में 'स्वराज्य पार्टी' बनने पर वे उसकी मुंबई शाखा के सचिव रहे। लेकिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 'डांडी यात्रा' के बाद उनकी मानसिकता में परिवर्तन आया। वे आंदोलन में सम्मिलित हुए और 1930 से 1945 के बीच चार बार जेल भी गए थे।

राष्ट्रपति

vishay soochi • 1 bharat ke rashtrapati • 2 pad ki yogyata • 3 nirvachan • 4 nirvachak mandal • 5 rashtrapati ke chunav par prabhav • 6 nirvachan ki paddhati • 6.1 samaroopata tatha samatulyata • 6.2 ekal sankramaniy siddhant • 7 mataganana • 8 bharat mean rashtrapati ka chunav • 9 matadan sthal • 10 chunav ka samay • 11 rashtrapati chunav mean ek vidhayak ke mat ka mooly • 11.1 vidhayak ke mat ka mooly • 11.2 ek saansad ke mat ka mooly • 12 sambandhit vivad ka vinishchay • 13 punanirvachan ke lie yogyata • 14 rashtrapati ke dvara shapath • 15 rashtrapati ki padavadhi • 15.1 bharat ke rashtrapati evan unaka karyakal • 16 vetan aur bhatte • 17 mahabhiyog ki prakriya • 18 rashtrapati bhavan • 19 rashtrapati ke aangarakshak • 20 shaktiyaan tatha adhikar • 20.1 karyapalika shaktiyaan • 20.2 sainik shakti • 20.3 rajanayik shaktiyaan • 20.4 vidhayi shaktiyaan evan kary • 20.5 rashtrapati ki vito shakti • 20.6 vittiy shaktiyaan • 20.7 nyayik shaktiyaan • 20.8 apatakalin shakti • 21 rashtrapati ka visheshadhikar • 22 sanvaidhanik sthiti • 23 tika tippani aur sandarbh • 24 sanbandhit lekh sanvidhan ke anuchchhed 58 ke anusar koee bhi vyakti rashtrapati hone ke yogy tab hoga, jab vah– • bharat ka nagarik ho. • paiantis varsh ki ayu poori kar chuka ho. • • nirvachan rashtrapati ka chunav 'apratyaksh nirvachan' ke dvara kiya jata hai. rashtrapati pad ke nirvachan mean abhyarthi hone ke lie avashyak hai ki koee vyakti nirvachan ke lie apana namaankan karate samay 15,000 rupaye ki dharo...