ओडिशा की राजधानी

  1. ओडिशा की प्राची घाटी के समृद्ध पुरातात्विक स्थलों की खोज में
  2. ओड़िशा की जानकारी, तथ्य, इतिहास
  3. ओडिशा में घूमने की 12 खूबसूरत जगहें
  4. ओडिशा में देखने लायक स्थान और ओडिशा के आसपास पर्यटन स्थल
  5. ओडिशा सामान्य ज्ञान (Odisha General Knowledge) : HindiPrem.com
  6. ओडिशा के मुख्यमंत्रियों की सूची (List of Chief Minister of Odisha)
  7. ओडिशा राज्य की राजधानी कहाँ है ओडिशा के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में
  8. ओडिशा की राजधानी क्या है?


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ओडिशा की प्राची घाटी के समृद्ध पुरातात्विक स्थलों की खोज में

प्राची घाटियों के मध्य से बहती प्राची नदी को भारत के पूर्व दिशा की सरस्वती कहा जाता है। रहस्यमयी सरस्वती सदियों पूर्व लुप्त हो चुकी है। किन्तु प्राची नदी, सीमित परिस्थितियों में ही सही, अब भी अनवरत बह रही है। प्राची घाटी प्राची नदी के तटों पर निर्मित भव्य स्मारकों के लिए प्रसिद्ध है। ७ वीं. से १६वी. सदी के मध्य यह क्षेत्र एक अत्यंत समृद्ध क्षेत्र था। उसी समयावधि में अधिकतर स्मारकों का निर्माण किया गया था। इन स्मारकों में ईंट के मंदिर, पत्थर के मंदिर, मठ, बावड़ियाँ, तीर्थ, घाट, दुर्ग, बंदरगाह, रेत के टीले इत्यादि सम्मिलित हैं। प्राची घाटी यात्रा का मानचित्र प्राची घाटी विभिन्न धार्मिक विचारधाराओं के सह-अस्तित्व का साक्षी रहा है। उनमें जैन, बौद्ध, शैव, शक्ति तथा वैष्णव विचारधाराएं प्रमुख हैं। यहाँ स्थित अधिकतर स्मारक समय के साथ नष्ट हो चुके हैं। जो कुछ अब शेष है वह अवश्य उस गौरवशाली सभ्यता का जीवंत साक्ष्य है जो किसी समय इस क्षेत्र में फल-फूल रही थी। यहाँ स्थित १५० स्मारकों में से केवल २ स्मारक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अंतर्गत आते हैं। १५ स्मारक राज्य पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है। खारवेल का चेदि वंश, शैलोद्भवा, भौमकर, सोमवंशी, पूर्वी गंग वंश, गजपति, मुगल तथा मराठा राजवंश इस क्षेत्र से संबंधित राजवंशों में से हैं। महाकवि जयदेव ने पवित्र प्राची नदी के तट पर बैठकर ही महान कलाकृति गीत गोविंद की रचना की थी। प्राची घाटी – ओडिशा में सड़क-यात्रा प्राची घाटी ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से १५ किलोमीटर के अंतराल पर है। इस घाटी का विस्तार लगभग ५४ किलोमीटर है तथा यह खोर्धा, कटक तथा पुरी जिले से जुड़ा हुआ है। प्राची नदी कटक के नराज बांध के समीप स्थित दाकम्बा नामक एक छोटे गाँव से निकल ...

ओड़िशा की जानकारी, तथ्य, इतिहास

Odisha /ओड़िशा जिसे पहले उड़ीसा (Orissa) के नाम से जाना जाता था, भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक राज्य है। आधुनिक बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के साथ यह राज्य देश का एक खास हिस्सा है। आजादी के बाद इस राज्य के ग्रामीण इलाकों में जबर्दस्त विकास हुआ है। यहां बड़ी संख्या में खूबसूरत और नक्काशीदार मंदिर होने के कारण इस प्रांत को “मंदिरों की धरती” के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर यहां राज कर चुके साम्राज्यों की गवाही देते हैं। यह प्रांत अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां का सबसे बड़ा आकर्षण यहां का शास्त्रीय ओडिसी नृत्य रुप है। ओडिशा संस्कृति और परंपरा से कहीं बढ़कर है। आइये जाने ओड़िशा के बारे में और अधिक जानकारी.. 9). क्षेत्रफल के अनुसार ओड़िशा भारत का नौवां और जनसंख्या के हिसाब से ग्यारहवां सबसे बड़ा राज्य है। 10). ओडिशा की प्रमुख नदियां वैतरणी, महानदी, ब्राह्मणी हैं। 11). ओडिशा के सबसे बडे शहर भुवनेश्वर, राउलकेला, कटक, पुरी, सम्बलपुर, बहरामपुर हैं। 12). ओडिशा का भुवनेश्वर श्री जगन्नाथ जी के भव्य मंदिर एवं उनके बार्षिक रथयाञा के लिए जाना जाता है। 13). गन्ना राज्य की दूसरी सबसे बडी नगदी फसल हैं। 14). गन्ना उत्पादन में ओडिशा का आठवां स्थान है। 15). राज्य में लोकसभा की 21 और राज्य सभा की 10 सीटें हैं। 16). राज्य में सडकाें की कुल लंबाई 2380347 किमी है। 17). यहॉ की प्रमुख फसलें धान, दालें, तेल के बीज, जूट, गन्ना, हल्दी की खेती, नारियल आदि हैं। 18). ओड़िशा उत्तर में झारखंड, उत्तर पूर्व में पश्चिम बंगाल दक्षिण में आंध्र प्रदेश और पश्चिम में छत्तीसगढ से घिरा है तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी है। 19). प्राचीन काल से ही ओडिशा में देश के विभिन्न हिस्सों से लोग आकर रह रहे ह...

ओडिशा में घूमने की 12 खूबसूरत जगहें

Tourist Places in Odisha in Hindi – अगर आप धार्मिक स्वभाव के हैं और जैसा कि हमने बचपन में जगन्नाथ यात्रा के रथ को टेलीविजन पर देखा होगा तो आज हम आपको उस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां यह सब होता है, जी हां उस जगह का नाम है उड़ीसा, जो भारत का एक बहुत ही सुंदर और आकर्षक अनुस्मारक राज्य है, और मेरा मानना ​​है कि अगर आप इस राज्य की यात्रा करेंगे, तो आप इस यात्रा को कभी नहीं भूल पाएंगे। जैसा कि हम जानते हैं कि उड़ीसा का मतलब सुंदरता और सुंदरता का मतलब उड़ीसा। यानि उड़ीसा को हम सिर्फ एक शब्द में व्यक्त नहीं कर सकते हैं लेकिन इसे व्यक्त करने में बहुत समय लगेगा। उड़ीसा के धार्मिक स्थल जैसे कोणार्क का विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर, जगन्नाथ पुरी आदि हैं जहां आप आनंद का अनुभव कर शकते है। जगन्नाथ पुरी यात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और इस यात्रा में अपना योगदान देते हैं और भगवान जगन्नाथ के रथ को अपने स्थान पर ले जाते हैं। ओडिशा में आपको घूमने के लिए कई जगह मिल जाएगी। जैसे: रायगढ़, कोणार्क, पुरी भुवनेश्वर, कटक आदि। रायगढ़ राज्य की दक्षिण पूर्वी सीमा पर स्थित है। जगन्नाथ मंदिर के कारण पुरी हिंदुओं के चार तीर्थ स्थलों में से एक है, जो भारत में चार धाम का हिस्सा है। पुरी के पास कई ऐसी जगहें हैं जहां आपको जरूर जाना चाहिए। जैसे पुरी बीच, चिल्का झील, गुंडिचा घर और कोणार्क का बहुत प्रसिद्ध सूर्य मंदिर। भारत के भुवनेश्वर का मंदिर शहर, जो कभी अपनी वास्तुकला और भव्य मंदिरों के लिए जाना जाता था, लिंगराज मंदिर और परशुरामेश्वर मंदिर देश के सभी हिस्सों से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। उड़ीसा राज्य में कोणार्क सूर्य मंदिर भारत के सबसे खूबसूरत स्मारकों में से एक है। तो चलिए और जान...

ओडिशा में देखने लायक स्थान और ओडिशा के आसपास पर्यटन स्थल

ओडिशा पर्यटन ओडिशा बंगाल की खाड़ी से सटा भारत के पूर्वी कोने में स्थित एक शांतिपूर्ण राज्य है। भारत का प्राचीन इतिहास अभी भी उसके मंदिरों, चैत्य और स्तूपों से ही प्रकट होती है। दो हजार साल पुरानी समृद्ध विरासत, राज्य मौर्य साम्राज्य से लेकर अब तक के सुनहरे इतिहास की झांकी पेश करता है ओडिशा। तब से अब तक इस राज्य ने भारत के इतिहास में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। आज ओडिशा भारतीय संघ का सबसे तेज विकासशील राज्य है। प्राचीन स्मारकों, अनदेखे समुद्री तटों, सर्पिल नदियों, बड़े-बड़े झरनों के साथ ओडिशा राज्य आपको एक खूबसूरत और विविधतापूर्ण पर्यटन का न्योता देता है। ओडिशा की यात्रा आपको एक ऐसी धरती पर ले जाएगी, जहां भारतीय इतिहास की सबसे बड़ी और भयंकर लड़ाइयां (कलिंग युद्ध) लड़ी गई। जिसकी वजह से अशोक एक सम्राट से बौद्ध के मार्ग पर चलने वाले सबसे बड़े संत में तब्दील हुए। ओडिशा में कोणार्क जाइए, जहां खूबसूरत स्वर्ण मंदिर के तौर पर प्राचीन भारतीय वास्तुकला देखने को मिलेगी। भुवनेश्वर और पुरी में कई मंदिर हैं, जो आपको प्राचीन वास्तु और शिल्प कला का दीवाना बना देंगे। आप चांदीपुर और गोपालपुर के समुद्र तट पर बाल सुखाने का चुनाव कर सकते हैं, या नंदनकानन में सफेद बाघ देख सकते हैं। ओडिशा की यात्रा आपको यह सब अवसर देने को तैयार है। डेमोग्राफिक्स स्थिति पूर्वी भारत में बंगाल की खाड़ी का तटीय इलाका उत्तर-पश्चिम में झारखंड उत्तर-पूर्व में बंगाल पूर्व में बंगाल की खाड़ी दक्षिण में आंध्र प्रदेश पश्चिम में छत्तीसगढ़ अक्षांश 17°49' और 22°34' के बीच में उत्तर देशांतर 81°27' और 87°29' के बीच में पूर्व क्षेत्रफल 155,707 वर्ग किमी जलवायु गर्मियां- गरम सर्दियां- ठंडी अधिकतम तापमान 40° सेल्सियस न्यूनतम तापमान 12°...

ओडिशा सामान्य ज्ञान (Odisha General Knowledge) : HindiPrem.com

‘ओडिशा सामान्य ज्ञान’ शीर्षक के इस लेख में ओडिशा राज्य से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया गया है। ओडिशा भारत के 28 राज्यों में से एक है। इसकी राजधानी भुवनेश्वर है। यह एक तटवर्ती राज्य है। इसे मंदिरों की भूमि के ओडिशा : एक नजर में राज्य ओडिशा राजधानी भुवनेश्वर स्थापना 1 अप्रैल 1936 मुख्यमंत्री नवीन पटनायक राज्यपाल गणेशी लाल क्षेत्रफल 1,55,707 वर्गकिमी. जनसंख्या 4,19,72,218 जिले 30 राजकीय विधायिका एकसदनीय विधानसभा सदस्य 147 लोकसभा सदस्य 21 राज्यसभा सदस्य 10 तहसीलें 317 राजकीय पशु सांभर राजकीय पक्षी हिमालयन मोनाल राजकीय फूल बुरांश राजकीय वृक्ष बुरांश प्रमुख भाषाएं उड़िया उच्च न्यायालय कटक हाईकोर्ट जनघनत्व 269 लिंगानुपात 978 प्रथम राज्यपाल कैलाशनाथ काटजू प्रथम मुख्यमंत्री कृष्णचंद्र गजपति नृत्य ओडिशी प्रमुख नदियां महानदी जनजातियां संथाल, भुइया, जुआंग, हो, खरिया, सोंड, कोल, गोंड सीमावर्ती राज्य – ओडिशा के उत्तर में जिले – ओडिशा में कुल 30 जिले हैं – • Angul • Balangir • Balasore (बालासोर) • Bargarh • Bhadrak (भद्रक) • Boudh • Cuttack (कटक) • Deogarh • Dhenkanal • Gajapati • Ganjam • Jagatsinghpur • Jaipur (जयपुर) • Jharsuguda • Kalahandi • Kandhmal • Kendrapara • Kendujhar • Khordha • Koraput • Malkangiri • Mayurbhanj (मयूरभंज) • Nabarangpur • Nayagarh • Nuapada • Puri (पुरी) • Rayagada • Sambalpur • Sonepur • Sundargarh (सुंदरगढ़) इसे भी पढ़ें महात्मा गाँधी ओडिशा सामान्य ज्ञान प्रश्न उत्तर प्रश्न– ओडिशा राज्य की स्थापना कब हुई ? उत्तर – 1 अप्रैल 1936 ई. प्रश्न– ओडिशा की राजधानी कहाँ है ? उत्तर – भुवनेश्वर प्रश्न– ओडिशा का क्षेत्रफल कितना है ? उत्तर – 1,55,707 वर्ग किलो...

ओडिशा के मुख्यमंत्रियों की सूची (List of Chief Minister of Odisha)

ओडिशाकेमुख्यमंत्रियोंकीसूची:देशकेउत्तरपूर्वीभागमेंस्थितओडिशाराज्य, जिसेपहलेउड़ीसाकेनामसेजानाजाताथा।यहउत्तरमेंझारखंडसेऔरउत्तरपूर्वमेंपश्चिमबंगालसे, पूर्वमेंबंगालकीखाड़ीसे, दक्षिणमेंआंध्रप्रदेशऔरतेलंगानासेऔरपश्चिममेंछत्तीसगढ़राज्यसेघिराहुआहै।बतादेंकि 1947 मेंभारतकेस्वतंत्रहोनेसेपहले, ओडिशाकीराजधानीकटकमेंथी।जबकिवर्तमानकैपिटलकोबादमेंपूर्व-मध्यतटीयमैदानोंमेंशहरकेऐतिहासिकमंदिरोंकेआसपासकेक्षेत्रमेंभुवनेश्वरमेंबनायागयाथा।जिसकेबाद 2011 केअंतमेंराज्यकानामआधिकारिकतौरपरउड़ीसासेबदलकरओडिशाकरदियागयाथा। दरअसल, ओडिशाकेआधुनिकराज्यकीस्थापना 1 अप्रैल 1936 कोकनिकापैलेस, कटकमेंभारतकेएकप्रांतकेरूपमेंकीगईथी, औरइसमेंमुख्यरूपसेओडियाभाषीलोगशामिलहैं।इसलिए 1 अप्रैलकोउत्कलदिवस (ओडिशादिवस) केरूपमेंमनायाजाताहै।ओडिशामेंविभिन्नराजवंशोंकेराजशाहीसाम्राज्यऔरबौद्ध, जैनऔरहिंदूसंस्कृतियोंकोआत्मसातकरनेकाएकचेकरइतिहासहै।यहएकप्रमुखसमुद्रीसाम्राज्यभीथाऔरबंगालकीखाड़ीकेअधिकांशबंदरगाहोंकेसाथमजबूतव्यापारगठबंधनथा। ध्यानदेनेयोग्य-ओडिशाभारतमेंक्षेत्रफलकेहिसाबसेनौवांसबसेबड़ाराज्यहै, औरजनसंख्याकेहिसाबसेग्यारहवांसबसेबड़ाराज्यहै।भाषाईसर्वेक्षणकेअनुसार 93.33% उड़ियाबोलनेवालोंकेसाथउड़ियाआधिकारिकऔरसबसेव्यापकरूपसेबोलीजानेवालीभाषाहै।पारादीपमेंगहरेपानीकीसुविधाकोछोड़कर, ओडिशामेंएकअपेक्षाकृतअसमानतटरेखा (लगभग 480 किमीलंबी) हैऔरअच्छेबंदरगाहोंकाअभावहै। List of Chief Ministers of Odisha: The state of Odisha, formerly known as Orissa, is located in the northeastern part of the country. It is bounded by Jharkhand to the north and West Bengal to the northeast, the Bay of Bengal to the east, Andhra Pradesh and Telangana to the south, and the s...

ओडिशा राज्य की राजधानी कहाँ है ओडिशा के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में

ओड़िसा उड़ीसा की राजधानी कहां है उड़ीसा राज्य कब बना • ओडिशा राज्य भारत के ठीक पूर्वी तट पर स्थित है.और इसकी राजधानी भुवनेश्‍वर है.जिसकी सीमा आंध्र प्रदेश ,झारखण्ड ,छतीसगढ़ और पश्चिम बंगाल से लगती है.और इनके पडोसी राज्य भी है. बंगाल की खाड़ी ठीक इसके पूर्व में है.राज्य को क्षेत्रफल आधार पर भारत का 9वाँ सबसे बड़ा राज्य है.और जनसंख्या के आधार पर राज्य को 11वाँ स्थान दर्जा मिला हुआ है.ओडिशा 1 अप्रैल 1936 को अस्तित्व में आया था.जो वर्तमान में 30 जिला ,314 ब्लॉक,और 317 तहसील है. इससे पहले ब्रिटिश काल में ओडिशा और बिहार दोनों बंगाल का हिसा हुआ करता था.जब बंगाल का विभाजन हुआ तब दोनों राज्य बंगाल से कट कर अलग हो गया जिसे आज हम ओडिशा के नाम से जानते है.जो आज भी इनकी सीमा बंगाल झारखण्ड और बिहार को छूती है.ओडिशा राज्य की मुख्य भाषा उड़िया है.जो यहाँ के लोगो द्वारा बोली जाती है ये भी पढ़े 1 राज्य ओडिशा 2 राजधानी भुवनेश्‍वर 3 क्षेत्रफल 155707 4 जनसंख्या 41947358 5 विधानसभा की सीटे 147 6 राज्यसभा की सीटे 10 7 लोकसभा की सीटे 20 8 ब्लॉक 314 9 तहसील 317 10 भाषा उड़िया ओडिशा में कितने जिले है • ओडिशा में कुल 30 जिले है,जो इस प्रकार है जिला क्षेत्रफल 1 कटक 3932 sq km 2भद्रक जिला 2505 sq km 3सम्बलपुर 6702 sq km 4रायगढ़ 7073 sq km 5सुंदरगढ़ 9712 sq km 6सोनपुर (सुब्रनपुर) 2284.89 sq km 7बरगढ़ 5837 sq km 8बालेश्वर 3806 sq km 9बलांगगिर 6575 sq km 10बौध जिला 3098 sq km 11अनुगुल 6375 sq km 12कंन्धमाल 8081 sq km 13कलाहान्डी 7920 sq km 14केंदुझार 8303 sq km 15केन्द्रापड़ा 2644 sq km 16कोरापुट 8807 sq km 17खोर्धा जिला 2813 sq km 18गजाम 8070 sq km 19गजपति 3850 sq km 20जगतसिंगपुर 1759 sq km 21जाजपुर 2887.69 sq km ...

ओडिशा की राजधानी क्या है?

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर (Bhubaneswar) है। इतिहास प्राचीन काल में उड़ीसा (ओडिशा) कलिंग नाम से विख्यात था। 1 अप्रैल, 1936 को आधुनिक ओडिशा एक अलग प्रांत के रूप में अस्तित्व में आया। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् जनवरी, 1949 में ओडिशा की सभी रियासतों का ओडिशा राज्य में पूर्ण विलय कर दिया गया। इसकी सीमाएं उत्तर में झारखंड, उत्तर-पूर्व में पश्चिम बंगाल, पूर्व में बंगाल की खाड़ी, दक्षिण में आंध्र प्रदेश तथा पश्चिम में छत्तीसगढ़ है। ओडिशा को चार भौगोलिक क्षेत्रा में बांटा जाता है — तटवर्ती मैदान, मध्वर्ती पर्वतीय एवं उच्च स्तरीय क्षेत्र, केद्रवर्ती पठार तथा पश्चिमी ढलान की भूमि। बंगाल की खाड़ी इसके पूर्व दिशा में स्थित है। इसके तटवर्ती मैदान का निर्माण नदियों द्वारा अपने अपवाह क्षेत्र से लाए गए मलबे से होता है। इस कारण यह क्षेत्र अत्यंत उपजाऊ है। तटवर्ती मैदान उत्तर में स्वर्ण रेखा से दक्षिण में रूशीकुल्या नदी तक विस्तृत है। ओडिशा के तटीय मैदान को 'छ: नदियों का उपहार' भी कहा जाता है। Tags :

ओडिशा

ओडिशा की सुंदरता को कई ऐतिहासिक स्मारकों, परिदृश्य और इतिहास के माध्यम से संरक्षित किया गया है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर है। यह भारतीय राज्य भगवान जगन्नाथ, मूक समुद्री तटों और वन्यजीव अभयारण्यों और चिल्का झील में समृद्ध वनस्पति और जीवों का निवास है। चिल्का झील न केवल पर्यटकों के लिए बल्कि प्रवासी पक्षियों के लिए भी एक आकर्षण है। यह झील जलीय वनस्पतियों और जीवों का खजाना है। वार्षिक रथ यात्रा सालों से देश-विदेश के भक्तों को आकर्षित करती है। ओडिशा का इतिहास ओडिशा का अपना एक गौरवशाली इतिहास है जिसकी समृद्ध संस्कृति और विरासत दो हजार से अधिक वर्षों से है। महाभारत से अलग-अलग काल में ओडिशा को अलग-अलग नामों से जाना जाता था, जैसे कलिंग, उत्कल या ओद्रादेश। कलिंग ने नंद राजवंश के दौरान भारतीय इतिहास में अपनी पहचान बनाई थी जिसने मगध राज्य पर शासन किया था। प्राचीन समय में ओडिशा के लोगों ने दक्षिण-पूर्व एशियाई राज्यों के साथ संपर्क बनाया था और मौर्य साम्राज्य के लिए एक गंभीर खतरा उत्पन्न किया था। मौर्य राजा अशोक ने कलिंग पर 261 ई.पू. और ओडिशा को जीत लिया। मध्य पूर्वी गंगा राजवंश में ओडिशा अपनी ऊंचाई पर पहुंच गया और बाद में यह ब्रिटिश भारत का हिस्सा बन गया। ओडिशा का भूगोल ओडिशा 17.49 डिग्री उत्तर और 22.34 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 81.27 डिग्री के मेरिडियन और 87.29 डिग्री पूर्वी देशांतरों के बीच स्थित है। इसकी तटीय रेखा लगभग 450 किलोमीटर है। यह 155,707 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग 4.87 हिस्सा है। ओडिशा बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है और इसकी प्राचीन महिमा और आधुनिक प्रयास के लिए खड़ा है। ओडिशा की जनसांख्यिकी भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार,...