परिमेय संख्या किसे कहते हैं हिंदी में

  1. परिमेय संख्या क्या है? What is a Rational number in hindi? – Learn math in hindi
  2. अपरिमेय संख्या
  3. Parimey Sankhya Kise Kahate Hain
  4. परिमेय संख्या किसे कहते हैं


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परिमेय संख्या क्या है? What is a Rational number in hindi? – Learn math in hindi

• (define rational number in hindi) • परिमेय संख्या के उदाहरण (example of rational number in hindi) • 1. धनात्मक एवं ऋणात्मक परिमेय संख्याएं • 2. ऋणात्मक परिमेय संख्याएं • (property of rational number in hindi) • (formula of rational number in hindi) परिमेय संख्याएँ किसे कहते है? (define rational number in hindi) परिमेय संख्याएं वे p/q के रूप में लिख सकते हैं। या हम ऐसा कह सकते हैं की जो संख्याएं अंश एवं हर के रूप में लिखी जा सके वे सभी संख्याएं परिमेय संख्याएं कहलाती हैं। यहाँ अंश एवं हर दोनों संख्याएं पूर्णांक होती हैं एवं परिमेय संख्या का हर शून्य के बराबर नहीं हो सकता है। परिमेय संख्या में p – अंश होता है एवं q – हर होता है। परिमेय संख्या किसे कहते हैं? (define rational number in hindi) चलिए जानते है कुछ परिमेय संख्या के उदाहरण (example of rational number in hindi) 1. धनात्मक एवं ऋणात्मक परिमेय संख्याएं वे परिमेय संख्याएं जिनके अंश एवं हर दोनों में ही समान चिन्ह होते हैं।ऐसी संख्याएं धनात्मक परिमेय संख्याएं कहलाती हैं। जैसे: 2/3, 2/5, -5/-7 आदि सभी धनात्मक परिमेय संख्याएं हैं क्योंकि इन संख्याओं के अंश एवं हर में एक जैसे चिन्ह हैं। 2. ऋणात्मक परिमेय संख्याएं ऐसी परिमेय संख्याएं जिनके या तो अंश में या फिर हर में रिनाक्त्मक चिन्ह होता है ऐसी संख्याएं ऋणात्मक परिमेय संख्याएं कहलाती हैं। जैसे: -5/7, 5/-7, -2/3 आदि सभी उदाहरण में सभी ऋणात्मक परिमेय संख्याएं हैं क्योंकि इन संख्याओं के या तो हर में या फिर अंश में ऋणात्मक चिन्ह है।ऋणात्मक परिमेय संख्याएं कहते है | इन्हें भी पढ़ें:- परिमेय संख्याओं के गुणधर्म (property of rational number in hindi) 1.एक परिमेय संख्या (जो p/q या ...

अपरिमेय संख्या

[गणित] में, अपरिमेय संख्या (irrtional number) वह p / q के रूप में व्यक्त नहीं किया जा सकता है, जहां p और q q गैर-शून्य है और इसलिए अपरिमेय संख्या को एक सरल भिन्न के रूप में प्रदर्शित नहीं किया जा सकता। उदाहरण के लिये यह साबित हो सकता है कि अपरिमेय संख्याएं विशिष्ट रूप से ऐसी वास्तविक संख्याएं हैं जिन्हें समापक या सतत दशमलव के रूप में नहीं दर्शाया जा सकता है, हालांकि गणितज्ञ इसे परिभाषा के रूप में नहीं लेते हैं। l का माप एक रेखा खंड J है जिसका "माप" इस अर्थ में l है कि एक छोर से दूसरे छोर तक J की सभी प्रतियों की संख्या 1 के समान ही लंबाई हासिल करती है। अनुक्रम • 1 इतिहास • 1.1 मध्य युग • 1.2 आधुनिक काल • 2 प्रमाण स्वरूप उदाहरण • 2.1 वर्ग मूल • 2.2 सामान्य वर्ग • 2.3 लघुगणक • 3 अबीजीय और बीजीय अपरिमेय • 4 दशमलव विस्तार • 5 विविध • 6 मुक्त प्रश्न • 7 सभी अपरिमेय का सेट • 8 सन्दर्भ • 9 अतिरिक्त पठन • 10 बाहरी कड़ियाँ इतिहास [ ] अपरिमेयता की अवधारणा को अपरिमेय संख्या के अस्तित्व के प्रथम सबूत का श्रेय आम तौर पर एक • सम त्रिकोण समद्विबाहु की एक बाहु से कर्ण का अनुपात है क्ष:ज्ञ जिसे सर्वाधिक छोटी संभव इकाइयों में व्यक्त किया जाता है। • २ = २ज्ञ २ • चूंकि क्ष २ सम है, क्ष को सम होना होगा क्योंकि विषम संख्या का वर्ग विषम होता है। • चूंकि क्ष:ज्ञ अपने न्यूनतम मान पर है, तो ज्ञ को विषम ही होना चाहिए. • चूंकि क्ष सम है, तो मान लेते हैं कि क्ष = २श्र . • तो क्ष २ = ४ श्र २ = २ ज्ञ २ • ज्ञ २ = २ श्र २ अतः ज्ञ २ को सम ही होना चाहिए, इसलिए ज्ञ भी सम है। • हालांकि हमने माना कि ज्ञ विषम होना चाहिए. यहीं विरोधाभास है . अलोगोस अथवा वर्णनातीत कहा. हालांकि, उसके प्रयासों के लिए हिपासस की सराहन...

Parimey Sankhya Kise Kahate Hain

आज हम जानेंगे की परिमेय संख्या किसे कहते हैं? (Parimey Sankhya Kise Kahate Hain) न्यूनतम संख्या प्राप्त करने के लिए एक पूर्णाक से दूसरे पूर्णाक को भाग देने वाली संख्या परिमेय संख्या कहलाती है , अंश और हर के रूप व्यक्त की गयी संख्या को भी परिमेय संख्या कहा जाता है। जिसे हम p/q के रूप में भी व्यक्त कर सकते हैं। Table of Contents • • • • • • परिमेय संख्या के प्रकार परिमेय संख्या को दो प्रकारों में बांटा गया है :- • धनात्मक परिमेय संख्या • ऋणात्मक परिमेय संख्या धनात्मक परिमेय संख्या जिसके अंश और हर दोनों ही धनात्मक हों उस परिमेय संख्या को धनात्मक परिमेय संख्या कहा जाता है। ऋणात्मक परिमेय संख्या जिस परिमेय संख्या में या तो हर या अंश ऋणात्मक हो उसे ऋणात्मक परिमेय संख्या कहा जाता है। परिमेय संख्या का सूत्र पद शब्द से उत्पन्न परिमेय शब्द का अर्थ अनुपात होता है।हम जानते है 3:4 को 3/4 भी लिखा जा सकता है जिनमे दोनों संख्याएं प्राकृतिक हैं। प्राकृतिक संख्या को एक सूत्र के द्वारा व्यक्त तो परिमेय संख्या = p/q बनती है। जिसमे दोनों पूर्णांक होते हैं और हर का मान कभी भी 0 नहीं हो सकता है। जैसे :- P = 7 Q = 5 इसे परिमेय संख्या के रूप में इस प्रकार लिखा जा सकता है P/Q= 7/5 समतुल्य परिमेय संख्या अलग अलग अंश और हर का प्रयोग करके लिखी गयी परिमेय संख्या समतुल्य परिमेय संख्या कहलाती है जिसे हम तुल्य परिमेय संख्या भी कहते हैं। उदाहरण: 7/8 को 21/24 भी लिखा जा सकता है 4/5 को 8/10 भी लिखा जा सकता है परिमेय संख्याओं का गुण • जोड़ी गई, घटाई गई, भाग की गई या गुणा की गई किसी भी परिमेय संख्या का उत्तर एक परिमेय संख्या ही होता है। • हमेशा परिमेय संख्याओं का योगफल और गुणनफल क्रमविनिमेय साहचर्य होता है। • अ...

परिमेय संख्या किसे कहते हैं

परिमेय संख्या किसे कहते हैं, परिमेय संख्या class 8 to 9, [Parimey Sankhya Kise Kahate Hain, Parimey Sankhya class 8 , class 9 ] परिमेय संख्या मैथमेटिक्स सब्जेक्ट का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है. छोटी कक्षा से लेकर हायर एजुकेशन तक इस टॉपिक से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं. यह टॉपिक बहुत छोटा है लेकिन इसकी क्लियर जानकारी ना होने की वजह से हम कई बार गलती कर देते हैं. तो चलिए इस लेख में हम आपको बहुत ही सरल भाषा में समझाते हैं की परिमेय संख्या किसे कहते हैं. यह हम पूरे दावे के साथ कहते हैं कि अगर आपने इस लेख को पूरी सावधानीपूर्वक और ध्यान लगाकर पढेंगे तो आपको परिमेय संख्या कभी भी नहीं भूलेगी. इस लेख में हम परिमेय संख्या के बारे में सब कुछ विस्तार से पढ़ेंगे और उसके साथ ही आपको यह भी बताएंगे कि पूर्णांक किसे कहते हैं , प्राकृतिक संख्या किसे कहते हैं और पूर्ण संख्या किसे कहते हैं क्योंकि यह सभी कई बार कंफ्यूज कर देते हैं. इसलिए आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें जिससे आपको यह टॉपिक पूरे अच्छे से समझ आ जाए क्योंकि इन सभी बिंदुओं को हम बहुत ही आसान भाषा में हम आपको समझाने जा रहे हैं. Table of Contents • • • • • • • • • • • परिमेय संख्या किसे कहते हैं – Parimey Sankhya Kise Kahate Hain (Parimey Sankhya) परिमेय संख्या की परिभाषा और परिमेय संख्या किसे कहते हैं को बताने से पहले आपको यह स्पष्ट कर दें कि p/q में यदि q का मान 0 होगा तो यह संख्या कभी भी 0 नहीं हो सकती है. परिमेय संख्या की परिभाषा एक पूर्णाक से दूसरे हम परिमेय संख्या की परिभाषा को इस प्रकार भी परिभाषित कर सकते हैं. वह संख्या जिसे अंश और हर के रूप में अर्थात p /q के रूप में व्यक्त किया जा सकता है ,उसे हम परिमेय संख्या कहते हैं. परिमेय संख्...