स्वास्तिक चिन्ह कैसे बनाएं

  1. स्वास्तिक का महत्व, घर में स्वास्तिक बनाएं वास्तु दोष मिटाएं
  2. Swastik Chinh Kaise Banate Hai
  3. Swastika इस आकार में घर पर बनाएं स्वास्तिक का निशान सभी दुखों का होगा नाश


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स्वास्तिक का महत्व, घर में स्वास्तिक बनाएं वास्तु दोष मिटाएं

स्वास्तिक का महत्व (Swastik Ka Mahatva): स्वास्तिक चिह्न को धर्म का प्रतीक माना गया है। जो देवताओं की शक्ति और मनुष्य की मंगलमय कामनाएं, इन दोनों के संयुक्त सामर्थ्य का प्रतीक भी है। लेकिन कैसे ? स्वास्तिक का महत्व (Swastik Ka Mahatva) Swastik Ka Mahatva भारतीय नारी की मंगलमय भावना का मूर्तिमंत प्रतीक का रूप है स्वास्तिक । स्वास्तिक शब्द मूलभूत ‘सु’ और ‘अस’धातु से बना हुआ है। ‘सु’ का अर्थ है अच्छा, कल्याणकारी, मंगलमय और ‘अस’ का अर्थ है, अस्तित्व, सत्ता अर्थात कल्याण की सत्ता । किसी भी मंगलकार्य के प्रारंभ में स्वास्तिमंत्र बोलकर कार्य की शुभ शुरुआत की जाती है। स्वास्ति न इंद्रो वृद्धश्रवाः स्वस्ति नः पृथा विश्ववेदाः। स्वास्ति नस्ताक्ष्यों अरिष्टनेमिः स्वास्ति नो वृहस्पतिर्दधातु॥ इस आकृति को ऋषि मुनियों ने हजारों वर्ष पूर्व निर्मित की थी। स्वास्तिक की रेखा ज्योतिर्लिंग की सूचना देती है और आड़ी रेखा विश्व का विस्तार बताती है। स्वास्तिक की चार भुजाएं यानी भगवान श्री विष्णु अपने चार हाथों से दिशाओं का पालन करते हैं। सौभाग्य का प्रतीक स्वास्तिक स्वास्तिक की आकृति सर्वांगी मंगलमय भावना का प्रतीक है। प्रयोगों के जरिए सिद्ध हुआ है कि ‘ऊं’ और ‘स्वास्तिक’ को देखने से जीवन शक्ति का विकास होता है। इसलिए पूजाघर में स्वास्तिक अवश्य बनाएं। शयनकक्ष में पलंग के नीचे जमीन पर स्वास्तिक बना सकते हैं। स्वास्तिक की रेखाएं व्यक्ति या घर में उपस्थित ऋणात्मक ऊर्जा को ग्रहण करके उसे धनात्मक ऊर्जा में परिवर्तित कर देती हैं। भारतीय संस्कृति की परंपरा के अनुसार विवाह-प्रसंगों, नवजात शिशु की छट्ठी के दिन, दीपावली के दिन, पुस्तक पूजन में, गृह प्रवेश में, मंदिरों के प्रवेश द्वार पर, अच्छे शुभ अवसरों पर, ...

Swastik Chinh Kaise Banate Hai

• • • • • • • कैसे बनाएं स्वास्तिक चिन्ह ? अगर आप स्वस्तिक चिन्ह बनाना चाहते हैं तो आपको स्वस्तिक चिन्ह बनाने के लिए रोली की आवश्यकता पड़ेगी। रोली के माध्यम से आप आसानी से स्वस्तिक चिन्ह बना सकते हैं। स्वस्तिक चिन्ह फ आकार का होता है। आप इस लेख में दिए गए फोटो को देखे और Swastik Chinh बनाएं। धन्यवाद। भास्कर कैरियर परिवार के एक माननीय सदस्य बने

Swastika इस आकार में घर पर बनाएं स्वास्तिक का निशान सभी दुखों का होगा नाश

Swastika: इस आकार में घर पर बनाएं स्वास्तिक का निशान, सभी दुखों का होगा नाश Swastika वास्तु जानकारों की मानें तो घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक बनाने से वास्तु दोष दूर होता है। अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं और निजात पाना चाहते हैं तो घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक जरूर बनाएं। इसके लिए आप कुमकुम का इस्तेमाल कर सकते हैं। नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Swastika: सनातन धर्म में स्वास्तिक चिन्ह का विशेष महत्व है। इसके अलावा, बोद्ध और जैन धर्म में भी स्वास्तिक निशान का अति विशेष महत्व है।भगवान बुद्ध ने भी स्वास्तिक का आवरण किया है। इनके हृदय, हथेली और पैरों में स्वास्तिक के निशान हैं। चिन्ह बनाने से घर में व्याप्त वास्तु दोष दूर हो जाता है। साथ ही सुख और समृद्धि का आगमन होता है। खासकर, घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक बनाना अति शुभ होता है। यह दो शब्दों सु और अस्ति से मिलकर बना है। इसका अर्थ 'शुभ हो' होता है। अतः शुभ अवसर पर घर में स्वास्तिक का निशान बनाया जाता है। हालांकि, स्वास्तिक बनाते समय कई बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। खासकर, आकार और दिशा का विशेष ख्याल रखें। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं- -वास्तु जानकारों की मानें तो घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक बनाने से वास्तु दोष दूर होता है। अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं और निजात पाना चाहते हैं, तो घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक जरूर बनाएं। इसके लिए आप कुमकुम का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं, घर के मंदिर में हल्दी से स्वास्तिक बनाएं। साथ ही स्वास्तिक के नीचे शुभ-लाभ जरूर लिखें। स्वास्तिक निशान बनाने से घर में धन, दौलत, सुख, शोहरत का आगमन होता है। स्वास्तिक नौ उंगली लंबा और चौड़ा बनाना चाहिए। स्वास्तिक बनाते समय इन बातों ...