ट्रांसफार्मर किसे कहते हैं

  1. ट्रांसफार्मर क्या है इसके प्रकार भाग कार्य सिद्धांत Transformer In Hindi
  2. विशेषण किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण
  3. ट्रांसफार्मर क्या है, सूत्र, रचना, कार्य विधि सिद्धांत, उपयोग
  4. [ ट्रांसफार्मर क्या है 2023 ] यहाँ जानिए आयल नाम, सिद्धांत, आविष्कारक, उपयोग क्या है
  5. निम्न बिंदुओं पर ट्रांसफर्मर का वर्णन कीजिये
  6. निम्न बिंदुओं पर ट्रांसफर्मर का वर्णन कीजिये
  7. विशेषण किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण
  8. ट्रांसफार्मर क्या है इसके प्रकार भाग कार्य सिद्धांत Transformer In Hindi
  9. [ ट्रांसफार्मर क्या है 2023 ] यहाँ जानिए आयल नाम, सिद्धांत, आविष्कारक, उपयोग क्या है
  10. विशेषण किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण


Download: ट्रांसफार्मर किसे कहते हैं
Size: 17.73 MB

ट्रांसफार्मर क्या है इसके प्रकार भाग कार्य सिद्धांत Transformer In Hindi

ट्रांसफार्मर क्या है इसके प्रकार भाग कार्य सिद्धांत Transformer In Hindi Transformer Kya Hai? ट्रांसफार्मर एक ऐसा विद्युत यंत्र है जो कि AC सप्लाई की फ्रीक्वेंसी को बिना बदले उसे कम या ज्यादा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसका इस्तेमाल उन DC उपकरण पर किया जाता है जोकि AC सप्लाई द्वारा चलाए जाते हैं जैसे की एंपलीफायर, बैटरी चार्जर इत्यादि. DC उपकरण ऐसी उपकरण के मुकाबले बहुत कम बिजली से चलते हैं . जैसे कि ऑडियो एंपलीफायर 12 Volt DC से काम करता है. इसीलिए ट्रांसफार्मर का इस्तेमाल कर के पहले AC Volt को 220 Volt से 12 Volt में बदला जाता है और फिर इसे हर जगह ट्रांसफार्मर का सिर्फ एक ही काम होता है बिजली को कम या फिर ज्यादा करना तो आज की इस पोस्ट में हम आपको ट्रांसफार्मर किस सिद्धांत पर कार्य करता है टाइप्स ऑफ़ ट्रांसफार्मर उच्चाई ट्रांसफार्मर ट्रांसफार्मर कितने प्रकार के होते है ट्रांसफार्मर की संरचना बिजली ट्रांसफार्मर ट्रांसफार्मर के भाग के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं. • • • • • • ट्रांसफार्मर के भाग ट्रांसफार्मर कई प्रकार के होते हैं और सभी ट्रांसफार्मर में कुछ खास कॉन्पोनेंट होते हैं जो कि छोटे से छोटे और बड़े से बड़े ट्रांसफार्मर में लगाए जाते हैं. लेकिन जैसा कि आपको पता है ट्रांसफार्मर कई प्रकार के होते हैं इसीलिए बड़े ट्रांसफार्मर के अंदर और भी कई कॉन्पोनेंट लगाए जाते हैं. लेकिन जो कंपोनेंट सभी ट्रांसफार्मर में लगे होते हैं उसकी सूची आपको नीचे दी गई है जिससे आपको पता लगेगा कि ट्रांसफार्मर में कौन-कौन से भाग होते हैं और कौन कौन से भाग क्या क्या काम करते हैं. Cores -कोर ट्रांसफार्मर को core form और shell form में बनाया जाता है. और जिस ट्रांसफार्मर में वाइंडिंग ...

विशेषण किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण

विशेषण (Visheshan in Hindi Grammar) विशेषणकीपरिभाषा–संज्ञाअथवासर्वनामशब्दोंकीविशेषता (गुण, दोष, संख्या, परिमाणआदि) बतानेवालेशब्द विशेषणकहलातेहैं। जैसे–बड़ा, काला, लंबा, दयालु, भारी, सुन्दर, अच्छा, गन्दा, बुरा, एक, दोआदि। उदाहरण– वहआदमीछोटाहै। कालालड़काखेलरहाहै। मोटाहाथीदौड़नहींपाताहै। बड़ाकुत्ताभौंकरहाहै। इनसभीदिएगएवाक्योंमेंछोटा, काला, मोटाऔरबड़ाशब्दविशेषणहै।इनके विशेष्यहै‘आदमी’, ‘लड़का’, ‘हाथी’और‘कुत्ता’।इनमेंछोटा, काला, मोटाऔरबड़ाशब्द‘आदमी’, ‘लड़का’, ‘हाथी’और‘कुत्ता’कीविशेषताबतलारहेहैं।अतःविशेषताबतलानेकेकारणयह विशेषणशब्दहै। #. विशेष्य–जिस जैसे–सीतासुंदरहै। इसमेंसुंदरविशेषणहैऔरसीताविशेष्यहै।विशेषणशब्दविशेष्यसेपूर्वभीआतेहैंऔरउसकेबादमेंभीआतेहैं। विशेषणकेभेद– Visheshan Ke Bhed in Hindi हिन्दीव्याकरणमेंविशेषणकेमुख्यतः 5 भेदयाप्रकारहोतेहैंजोकीनीचेबतायागयाहैं– 1 . गुणवाचकविशेषण 2 . परिमाणवाचकविशेषण 3 . संख्यावाचकविशेषण 4 . सार्वनामिकविशेषण 5 . व्यक्तिवाचकविशेषण 1 . गुणवाचकविशेषण परिभाषा–जिनविशेषणशब्दोंसेसंज्ञाअथवासर्वनामशब्दोंकेगुण-दोषकाबोधहो, वहगुणवाचकविशेषणकहलातेहैं। जैसे– मैंखट्टीइमलीनहींखाताहूँ। कालाबंदरदौड़रहाहै। इनदोनोंवाक्योंमेंखट्टाऔरकालाकिसीकेगुणवरंगकीविशेषताबतातेहैं।अतःयहगुणवाचकविशेषणहै। # . प्रमुखगुणवाचकविशेषण– (क.) गुण-दोष–अच्छा, बुरा, कायर, वीर, डरपोक, भला, सुंदर, चतुर, सच्चा, झूठा, दयालु, दानी, पवित्रआदि। उदाहरण–महाराणाप्रतापवीरयोद्धाथे। (ख.) रंग–लाल, हरा, पीला, सफेद, ब्लू, नीला, चमकीलाआदि। उदाहरण–मुझेसफेदकमीजपसंदआतीहै। (ग.) रूप–आकर्षक, मनोहर, सुंदर, कुरूपआदि। उदाहरण–श्रीकृष्णकाबालरूपबहुतमनमोहकथा। (घ.) समय–अगला, पिछला, दोपहर, संध्या, सवेरा, ताजाआदि। उदाहरण–दोपहरके...

ट्रांसफार्मर क्या है, सूत्र, रचना, कार्य विधि सिद्धांत, उपयोग

विषय सूची • • • • • ट्रांसफार्मर क्या है अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर आधारित एक ऐसी युक्ति, जिसके द्वारा प्रत्यावर्ती वोल्टता अथवा धारा के मान में परिवर्तन अर्थात वृद्धि या कमी की जा सकती है। इस प्रकार की युक्ति को ट्रांसफार्मर (Transformer in Hindi) कहते हैं। ट्रांसफार्मर विद्युत चुंबकीय प्रेरण की परिघटना पर आधारित होते हैं। क्योंकि यह अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करते हैं। इसलिए ही इनका उपयोग केवल प्रत्यावर्ती धारा में ही किया जाता है। दिष्ट धारा में इनका उपयोग नहीं किया जाता है। ट्रांसफार्मर के प्रकार ट्रांसफार्मर प्रत्यावर्ती धारा के विभव को परिवर्तित करने में प्रयुक्त किए जाते हैं। इसी के आधार पर ट्रांसफार्मर दो प्रकार के होते हैं। 1. अपचायी ट्रांसफार्मर (step down transformer) 2. उच्चायी ट्रांसफार्मर (step up transformer) 1. अपचायी ट्रांसफार्मर इस प्रकार के ट्रांसफार्मर उच्च विभव वाली निर्बल प्रत्यावर्ती धारा को निम्न विभव वाली प्रबल विद्युत धारा में परिवर्तित करता हैं। इन ट्रांसफॉर्मर में प्राथमिक कुंडली की तुलना में द्वितीयक कुंडली में फेरों की संख्या कम होती है। पढ़ें… पढ़ें… 2. उच्चायी ट्रांसफार्मर इस प्रकार के ट्रांसफार्मर निम्न विभव वाली प्रबल प्रत्यावर्ती धारा को उच्च विभव वाली निर्बल विद्युत धारा में परिवर्तित करता हैं। इन ट्रांसफॉर्मर में प्राथमिक कुंडली की तुलना में द्वितीयक कुंडली में फेरों की संख्या अधिक होती है। ट्रांसफार्मर की रचना ट्रांसफार्मर में दो कुंडलियां होती है जो एक दूसरे से विद्युत रोधी होती हैं। यह एक नर्म लोहे की क्रोड पर लिपटी होती हैं। जिसमें एक कुंडली दूसरी कुंडली के ऊपर लिपटी होती है। अथवा दोनों कुंडलियां लोहे की क्रोड की अलग-अ...

[ ट्रांसफार्मर क्या है 2023 ] यहाँ जानिए आयल नाम, सिद्धांत, आविष्कारक, उपयोग क्या है

ट्रांसफार्मर आयल नाम | ट्रांसफार्मर के प्रकार | ट्रांसफार्मर क्या है | ट्रांसफार्मर का सिद्धांत क्या है | ट्रांसफार्मर का सूत्र, मात्रक, इंसुलेटर | ट्रांसफॉर्मर कितने वाट का होता है, आविष्कारक कौन है – वैधुतिक जगत में एक ट्रांसफार्मर बिजली के उत्पादन से लेकर घरों/उधोगो के छोटे से छोटे वैधुतिक उपकरणों में अपनी सेवा देता है | ट्रांसफार्मर को निम्मी भाषा में परिणामित्र भी कहते है, इस वैधुतिक युक्ति का मुख्य कार्य एसी धारा के करंट और वोल्टेज के मान को बिना आवर्ती/Hz बदले स्थान्तरित करने का काम करता है| आइये जानते है वैधुत प्ररिणामित्र के बारे में सम्पूर्ण जानकारी – 13.2 ट्रांसफार्मर की रेटिंग किसमे व्यक्त की जाती है ? ट्रांसफार्मर क्या है ? ट्रांसफार्मर एक अल्टरनेटिव धारा पर काम करने वाली स्थिर युक्ति होती है जो कम प्रत्यावर्ती वोल्टेज/धारा को अधिक करता है और अधिक प्रत्यावर्ती को वोल्टेज/धारा कम करता है | वैधुत ट्रांसफार्मर के प्रमुख भाग ? वाइण्डिंग तार कोर/ क्रोड़ कोंटेक्ट इन्सुलेटर इन्सुलेशन आयल बोड़ी / बहारी आवरण कुलिंग पाइप/ ग्रिल कंजरवेटर ब्रिथर सिलिका जेली कुचालक पेपर / बार प्लेट ट्रांसफार्मर क्या है सबसे अच्छा सोलर इन्वर्टर – जानिए प्राइस लिस्ट, बैटरी की लाइफ ऑटो ट्रांसफार्मर का सिद्धांत ? ऑटो ट्रांसफॉर्मर स्वप्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है इसमें एक ही वाइंडिंग होती है | अन्योन्य प्रेरण (mutual induction) क्या है ? जब एक कुंडली में प्रवाहित विधुत धारा के मान में परिवर्तन किया जाता है तो इसके पास रखी दूसरी कुंडली में प्रेरण के कारण विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है जिसे दूसरी कुंडली में भी विधुत धारा बहने लग जाती है इसे अन्योन्य प्रेरण कहते हैं | ट्रांसफार्मर क्या है ...

निम्न बिंदुओं पर ट्रांसफर्मर का वर्णन कीजिये

दोस्तों को प्रश्न में दिया हुआ है कि निम्न बिंदुओं पर ट्रांसफार्मर का वर्णन कीजिए ट्रांसफार्मर के प्रकार नामांकित चित्र कोई दो अनुप्रयोग तो ट्रांसफार्मर के प्रकार क्या होते हैं दो प्रकार के होते हैं एक होता है उचाई ट्रांसफार्मर और एक होता है अब चाय ट्रांसफार्मर ठीक है दोस्तों ऊंचाई और अपचाई में अंतर क्या होता है यह नीचे चित्र में देखना बाकी चित्र चित्र में बना लिया है यह पहला चित्र है किसके लिए अपचाई ट्रांसफार्मर के लिए और दूसरा चित्र मैंने बनाया है ऊंचाई ट्रांसफार्मर के लिए ठीक है दोस्तों और तीसरा कोई दो अनुप्रयोग तो ट्रांसफार्मर का अनुप्रयोग किस लिए करते हैं हम पावर सप्लाई में पावर सप्लाई मतलब हिंदी में हम उसको बोल सकते हैं शक्ति संगठन में शक्ति संभरण में इसलिए उपयोग करते हैं क्योंकि हम इसमें विभांतर को बढ़ाकर धारा को घटा देते हैं जो हमारा लॉस होता है हानि होती है विद्युत की उसको हम काम करते हैं ठीक है दोस्तों हम ट्रांसफार्मर की सहायता से क्या कर सकते विभवांतर तथा धारा को आवश्यकतानुसार बढ़ा या घटा सकते ठीक है विभांतर को नियंत्रित कर सकते हैं तो इस तरीके से हम इसका उपयोग करते हैं और इसका हम घरेलू उपयोग क्या क्या करते हैं इसको हम जितने भी विद्युत उपकरण है उनमें कम या अधिक विभांतर के लिए उपयोग में लाते हैं ठीक है यह ट्यूबलाइट के चौक में भी उपयोग में आता है अब चित्र में देख लेते हैं क्या होता है प्राथमिक और यह द्वितीयक प्राथमिक विभांतर हो द्वितीयक विभांतर प्राथमिक में हम कोई धारा भेजते हैं बीपी विभांतर प्राथमिक है और धारा जा रही है आई पि तो द्वितीयक में धारा वह करके आ जाएगी आइए और विवान तबीयत ठीक है दोस्त क्योंकि प्राथमिक में अगर मैं कुंडली में धारा भेजूं तो जो लोहे का कोर ह...

निम्न बिंदुओं पर ट्रांसफर्मर का वर्णन कीजिये

दोस्तों को प्रश्न में दिया हुआ है कि निम्न बिंदुओं पर ट्रांसफार्मर का वर्णन कीजिए ट्रांसफार्मर के प्रकार नामांकित चित्र कोई दो अनुप्रयोग तो ट्रांसफार्मर के प्रकार क्या होते हैं दो प्रकार के होते हैं एक होता है उचाई ट्रांसफार्मर और एक होता है अब चाय ट्रांसफार्मर ठीक है दोस्तों ऊंचाई और अपचाई में अंतर क्या होता है यह नीचे चित्र में देखना बाकी चित्र चित्र में बना लिया है यह पहला चित्र है किसके लिए अपचाई ट्रांसफार्मर के लिए और दूसरा चित्र मैंने बनाया है ऊंचाई ट्रांसफार्मर के लिए ठीक है दोस्तों और तीसरा कोई दो अनुप्रयोग तो ट्रांसफार्मर का अनुप्रयोग किस लिए करते हैं हम पावर सप्लाई में पावर सप्लाई मतलब हिंदी में हम उसको बोल सकते हैं शक्ति संगठन में शक्ति संभरण में इसलिए उपयोग करते हैं क्योंकि हम इसमें विभांतर को बढ़ाकर धारा को घटा देते हैं जो हमारा लॉस होता है हानि होती है विद्युत की उसको हम काम करते हैं ठीक है दोस्तों हम ट्रांसफार्मर की सहायता से क्या कर सकते विभवांतर तथा धारा को आवश्यकतानुसार बढ़ा या घटा सकते ठीक है विभांतर को नियंत्रित कर सकते हैं तो इस तरीके से हम इसका उपयोग करते हैं और इसका हम घरेलू उपयोग क्या क्या करते हैं इसको हम जितने भी विद्युत उपकरण है उनमें कम या अधिक विभांतर के लिए उपयोग में लाते हैं ठीक है यह ट्यूबलाइट के चौक में भी उपयोग में आता है अब चित्र में देख लेते हैं क्या होता है प्राथमिक और यह द्वितीयक प्राथमिक विभांतर हो द्वितीयक विभांतर प्राथमिक में हम कोई धारा भेजते हैं बीपी विभांतर प्राथमिक है और धारा जा रही है आई पि तो द्वितीयक में धारा वह करके आ जाएगी आइए और विवान तबीयत ठीक है दोस्त क्योंकि प्राथमिक में अगर मैं कुंडली में धारा भेजूं तो जो लोहे का कोर ह...

विशेषण किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण

विशेषण (Visheshan in Hindi Grammar) विशेषणकीपरिभाषा–संज्ञाअथवासर्वनामशब्दोंकीविशेषता (गुण, दोष, संख्या, परिमाणआदि) बतानेवालेशब्द विशेषणकहलातेहैं। जैसे–बड़ा, काला, लंबा, दयालु, भारी, सुन्दर, अच्छा, गन्दा, बुरा, एक, दोआदि। उदाहरण– वहआदमीछोटाहै। कालालड़काखेलरहाहै। मोटाहाथीदौड़नहींपाताहै। बड़ाकुत्ताभौंकरहाहै। इनसभीदिएगएवाक्योंमेंछोटा, काला, मोटाऔरबड़ाशब्दविशेषणहै।इनके विशेष्यहै‘आदमी’, ‘लड़का’, ‘हाथी’और‘कुत्ता’।इनमेंछोटा, काला, मोटाऔरबड़ाशब्द‘आदमी’, ‘लड़का’, ‘हाथी’और‘कुत्ता’कीविशेषताबतलारहेहैं।अतःविशेषताबतलानेकेकारणयह विशेषणशब्दहै। #. विशेष्य–जिस जैसे–सीतासुंदरहै। इसमेंसुंदरविशेषणहैऔरसीताविशेष्यहै।विशेषणशब्दविशेष्यसेपूर्वभीआतेहैंऔरउसकेबादमेंभीआतेहैं। विशेषणकेभेद– Visheshan Ke Bhed in Hindi हिन्दीव्याकरणमेंविशेषणकेमुख्यतः 5 भेदयाप्रकारहोतेहैंजोकीनीचेबतायागयाहैं– 1 . गुणवाचकविशेषण 2 . परिमाणवाचकविशेषण 3 . संख्यावाचकविशेषण 4 . सार्वनामिकविशेषण 5 . व्यक्तिवाचकविशेषण 1 . गुणवाचकविशेषण परिभाषा–जिनविशेषणशब्दोंसेसंज्ञाअथवासर्वनामशब्दोंकेगुण-दोषकाबोधहो, वहगुणवाचकविशेषणकहलातेहैं। जैसे– मैंखट्टीइमलीनहींखाताहूँ। कालाबंदरदौड़रहाहै। इनदोनोंवाक्योंमेंखट्टाऔरकालाकिसीकेगुणवरंगकीविशेषताबतातेहैं।अतःयहगुणवाचकविशेषणहै। # . प्रमुखगुणवाचकविशेषण– (क.) गुण-दोष–अच्छा, बुरा, कायर, वीर, डरपोक, भला, सुंदर, चतुर, सच्चा, झूठा, दयालु, दानी, पवित्रआदि। उदाहरण–महाराणाप्रतापवीरयोद्धाथे। (ख.) रंग–लाल, हरा, पीला, सफेद, ब्लू, नीला, चमकीलाआदि। उदाहरण–मुझेसफेदकमीजपसंदआतीहै। (ग.) रूप–आकर्षक, मनोहर, सुंदर, कुरूपआदि। उदाहरण–श्रीकृष्णकाबालरूपबहुतमनमोहकथा। (घ.) समय–अगला, पिछला, दोपहर, संध्या, सवेरा, ताजाआदि। उदाहरण–दोपहरके...

ट्रांसफार्मर क्या है इसके प्रकार भाग कार्य सिद्धांत Transformer In Hindi

ट्रांसफार्मर क्या है इसके प्रकार भाग कार्य सिद्धांत Transformer In Hindi Transformer Kya Hai? ट्रांसफार्मर एक ऐसा विद्युत यंत्र है जो कि AC सप्लाई की फ्रीक्वेंसी को बिना बदले उसे कम या ज्यादा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसका इस्तेमाल उन DC उपकरण पर किया जाता है जोकि AC सप्लाई द्वारा चलाए जाते हैं जैसे की एंपलीफायर, बैटरी चार्जर इत्यादि. DC उपकरण ऐसी उपकरण के मुकाबले बहुत कम बिजली से चलते हैं . जैसे कि ऑडियो एंपलीफायर 12 Volt DC से काम करता है. इसीलिए ट्रांसफार्मर का इस्तेमाल कर के पहले AC Volt को 220 Volt से 12 Volt में बदला जाता है और फिर इसे हर जगह ट्रांसफार्मर का सिर्फ एक ही काम होता है बिजली को कम या फिर ज्यादा करना तो आज की इस पोस्ट में हम आपको ट्रांसफार्मर किस सिद्धांत पर कार्य करता है टाइप्स ऑफ़ ट्रांसफार्मर उच्चाई ट्रांसफार्मर ट्रांसफार्मर कितने प्रकार के होते है ट्रांसफार्मर की संरचना बिजली ट्रांसफार्मर ट्रांसफार्मर के भाग के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं. • • • • • • ट्रांसफार्मर के भाग ट्रांसफार्मर कई प्रकार के होते हैं और सभी ट्रांसफार्मर में कुछ खास कॉन्पोनेंट होते हैं जो कि छोटे से छोटे और बड़े से बड़े ट्रांसफार्मर में लगाए जाते हैं. लेकिन जैसा कि आपको पता है ट्रांसफार्मर कई प्रकार के होते हैं इसीलिए बड़े ट्रांसफार्मर के अंदर और भी कई कॉन्पोनेंट लगाए जाते हैं. लेकिन जो कंपोनेंट सभी ट्रांसफार्मर में लगे होते हैं उसकी सूची आपको नीचे दी गई है जिससे आपको पता लगेगा कि ट्रांसफार्मर में कौन-कौन से भाग होते हैं और कौन कौन से भाग क्या क्या काम करते हैं. Cores -कोर ट्रांसफार्मर को core form और shell form में बनाया जाता है. और जिस ट्रांसफार्मर में वाइंडिंग ...

[ ट्रांसफार्मर क्या है 2023 ] यहाँ जानिए आयल नाम, सिद्धांत, आविष्कारक, उपयोग क्या है

ट्रांसफार्मर आयल नाम | ट्रांसफार्मर के प्रकार | ट्रांसफार्मर क्या है | ट्रांसफार्मर का सिद्धांत क्या है | ट्रांसफार्मर का सूत्र, मात्रक, इंसुलेटर | ट्रांसफॉर्मर कितने वाट का होता है, आविष्कारक कौन है – वैधुतिक जगत में एक ट्रांसफार्मर बिजली के उत्पादन से लेकर घरों/उधोगो के छोटे से छोटे वैधुतिक उपकरणों में अपनी सेवा देता है | ट्रांसफार्मर को निम्मी भाषा में परिणामित्र भी कहते है, इस वैधुतिक युक्ति का मुख्य कार्य एसी धारा के करंट और वोल्टेज के मान को बिना आवर्ती/Hz बदले स्थान्तरित करने का काम करता है| आइये जानते है वैधुत प्ररिणामित्र के बारे में सम्पूर्ण जानकारी – 13.2 ट्रांसफार्मर की रेटिंग किसमे व्यक्त की जाती है ? ट्रांसफार्मर क्या है ? ट्रांसफार्मर एक अल्टरनेटिव धारा पर काम करने वाली स्थिर युक्ति होती है जो कम प्रत्यावर्ती वोल्टेज/धारा को अधिक करता है और अधिक प्रत्यावर्ती को वोल्टेज/धारा कम करता है | वैधुत ट्रांसफार्मर के प्रमुख भाग ? वाइण्डिंग तार कोर/ क्रोड़ कोंटेक्ट इन्सुलेटर इन्सुलेशन आयल बोड़ी / बहारी आवरण कुलिंग पाइप/ ग्रिल कंजरवेटर ब्रिथर सिलिका जेली कुचालक पेपर / बार प्लेट ट्रांसफार्मर क्या है सबसे अच्छा सोलर इन्वर्टर – जानिए प्राइस लिस्ट, बैटरी की लाइफ ऑटो ट्रांसफार्मर का सिद्धांत ? ऑटो ट्रांसफॉर्मर स्वप्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है इसमें एक ही वाइंडिंग होती है | अन्योन्य प्रेरण (mutual induction) क्या है ? जब एक कुंडली में प्रवाहित विधुत धारा के मान में परिवर्तन किया जाता है तो इसके पास रखी दूसरी कुंडली में प्रेरण के कारण विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है जिसे दूसरी कुंडली में भी विधुत धारा बहने लग जाती है इसे अन्योन्य प्रेरण कहते हैं | ट्रांसफार्मर क्या है ...

विशेषण किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण

विशेषण (Visheshan in Hindi Grammar) विशेषणकीपरिभाषा–संज्ञाअथवासर्वनामशब्दोंकीविशेषता (गुण, दोष, संख्या, परिमाणआदि) बतानेवालेशब्द विशेषणकहलातेहैं। जैसे–बड़ा, काला, लंबा, दयालु, भारी, सुन्दर, अच्छा, गन्दा, बुरा, एक, दोआदि। उदाहरण– वहआदमीछोटाहै। कालालड़काखेलरहाहै। मोटाहाथीदौड़नहींपाताहै। बड़ाकुत्ताभौंकरहाहै। इनसभीदिएगएवाक्योंमेंछोटा, काला, मोटाऔरबड़ाशब्दविशेषणहै।इनके विशेष्यहै‘आदमी’, ‘लड़का’, ‘हाथी’और‘कुत्ता’।इनमेंछोटा, काला, मोटाऔरबड़ाशब्द‘आदमी’, ‘लड़का’, ‘हाथी’और‘कुत्ता’कीविशेषताबतलारहेहैं।अतःविशेषताबतलानेकेकारणयह विशेषणशब्दहै। #. विशेष्य–जिस जैसे–सीतासुंदरहै। इसमेंसुंदरविशेषणहैऔरसीताविशेष्यहै।विशेषणशब्दविशेष्यसेपूर्वभीआतेहैंऔरउसकेबादमेंभीआतेहैं। विशेषणकेभेद– Visheshan Ke Bhed in Hindi हिन्दीव्याकरणमेंविशेषणकेमुख्यतः 5 भेदयाप्रकारहोतेहैंजोकीनीचेबतायागयाहैं– 1 . गुणवाचकविशेषण 2 . परिमाणवाचकविशेषण 3 . संख्यावाचकविशेषण 4 . सार्वनामिकविशेषण 5 . व्यक्तिवाचकविशेषण 1 . गुणवाचकविशेषण परिभाषा–जिनविशेषणशब्दोंसेसंज्ञाअथवासर्वनामशब्दोंकेगुण-दोषकाबोधहो, वहगुणवाचकविशेषणकहलातेहैं। जैसे– मैंखट्टीइमलीनहींखाताहूँ। कालाबंदरदौड़रहाहै। इनदोनोंवाक्योंमेंखट्टाऔरकालाकिसीकेगुणवरंगकीविशेषताबतातेहैं।अतःयहगुणवाचकविशेषणहै। # . प्रमुखगुणवाचकविशेषण– (क.) गुण-दोष–अच्छा, बुरा, कायर, वीर, डरपोक, भला, सुंदर, चतुर, सच्चा, झूठा, दयालु, दानी, पवित्रआदि। उदाहरण–महाराणाप्रतापवीरयोद्धाथे। (ख.) रंग–लाल, हरा, पीला, सफेद, ब्लू, नीला, चमकीलाआदि। उदाहरण–मुझेसफेदकमीजपसंदआतीहै। (ग.) रूप–आकर्षक, मनोहर, सुंदर, कुरूपआदि। उदाहरण–श्रीकृष्णकाबालरूपबहुतमनमोहकथा। (घ.) समय–अगला, पिछला, दोपहर, संध्या, सवेरा, ताजाआदि। उदाहरण–दोपहरके...