तुष्टिकरण का हिंदी अर्थ

  1. दीक्षा नाम का अर्थ, Deeksha Meaning In Hindi, राशि, पर्सनालिटी, प्यार, विवाह, करियर, शुभ, दीक्षा मीनिंग इन हिंदी, Deeksha Naam Ka Arth, Deeksha Name Meaning In Hindi, दीक्षा का फुल फॉर्म, दीक्षा का अर्थ हिंदी में, दीक्षा का अर्थ
  2. अंजलि नाम का अर्थ, Anjali Meaning In Hindi, राशि, पर्सनालिटी, प्यार, विवाह, करियर, शुभ, अंजलि मीनिंग इन हिंदी, Anjali Naam Ka Arth, Anjali Name Meaning In Hindi, अंजलि का फुल फॉर्म, अंजलि का अर्थ हिंदी में, अंजलि का अर्थ
  3. To meaning in Hindi: To का हिंदी अर्थ, उदाहरन
  4. देवी कवच / दुर्गा कवच हिंदी अर्थ सहित
  5. हनुमान अष्टक हिंदी अर्थ सहित
  6. महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित


Download: तुष्टिकरण का हिंदी अर्थ
Size: 42.62 MB

संस्कृत

अवनित अंक बादशाही में देख के नारी अंक फुलाए के अष्ट मेल करले भाग दो गुनसट से बनता अंक निहाल भैंगा होई सोई अवसे वही अंक निधी शक्तिचालिनी --- आसन तंत्रिका शक्ति शक्तित्रयः --- `ichcha ',` क्रिया और `gyana के तीन शक्तियों' शक्यं --- करने में सक्षम है। शक्यः --- व्यावहारिक शक्यत्त्वात् --- क्षमता से शक्रस्य --- भगवान इंद्र की शङ्खः --- (पु) एक शंख शठः --- धोखेबाज शतं --- एक सौ शतकोटि: --- 100 कोटि या 1000 लाख शततन्त्री --- (स्त्री) संतूर (shatatanrii viiNaa) शततारका --- चौबीसवें नक्षत्र सौ मामूली सितारों शतपदी --- (स्त्री) सौ पद शतशः --- सैकड़ों शतेन --- सौ शत्रुः --- दुश्मन शत्रुत्वे --- दुश्मनी की वजह से शत्रुवत् --- एक दुश्मन के रूप में शनिः --- शनि ग्रह शनिवासरः --- शनिवार शनैः --- धीरे - धीरे शब्दः --- संयुक्त ध्वनि शब्दकोषः --- शब्दकोश, शब्दकोश, शब्दावली, शब्दकोष शब्दब्रह्म --- शास्त्रों का कर्मकांडों सिद्धांतों शब्दसङ्ग्रहः --- शब्दावली शब्दसमूहः --- शब्दों का एक समूह है, शब्दों का एक संग्रह, शब्दावली शब्दार्थः --- शब्द का अर्थ शब्दावलिः --- (स्त्री) शब्दावली शमः --- सभी सामग्री गतिविधियों की समाप्ति शयनं --- नीन्द शयनप्रकोष्ठः --- बेडरूम (मीटर) शयनागारः --- शयनागार शयनासनम् --- सोना मुद्रा शय्या --- (स्त्री) बिस्तर शरः --- तीर शरणं --- / सहारा आत्मसमर्पण शरणार्थी --- शरणार्थी शरद् --- शरद ऋतु शरीरं --- शरीर शरीरस्थं --- शरीर के भीतर स्थित है शरीरे --- शरीर में शर्करा --- (स्त्री) चीनी शलभः --- तृण - भोजी टिड्डा (पु) शलभासनम् --- टिड्डी आसन शल्यः --- साही (पु) शल्यकारः --- सर्जक शल्यचिकित्सकः --- (मीटर) सर्जन शशः --- खरगोश शशाङ्कः --- चांद शशि --- चांद शस्त्रं --- हथिया...

दीक्षा नाम का अर्थ, Deeksha Meaning In Hindi, राशि, पर्सनालिटी, प्यार, विवाह, करियर, शुभ, दीक्षा मीनिंग इन हिंदी, Deeksha Naam Ka Arth, Deeksha Name Meaning In Hindi, दीक्षा का फुल फॉर्म, दीक्षा का अर्थ हिंदी में, दीक्षा का अर्थ

दीक्षा नाम का अर्थ, Deeksha Meaning In Hindi 1- नाम ( Name ) – दीक्षा Deeksha 2- दीक्षा का अर्थ ( Meaning )- दीक्षा, शिक्षार्थी को सिखाना, पहल, शुरूआत, प्रारंभ, आरंभ, बलिदान, तयाग 3- धर्म ( Religion ) – हिन्दू 4- जेंडर ( Gender )– लड़की 5- राशि ( Zodiac ) – मीन Pisces 6- नक्षत्र ( Nakshatra ) – अश्लेशा Āshleshā 7- शुभ दिन ( Lucky Day ) – गुरुवार 8- शुभ कलर ( Lucky Color ) – बैंगनी, पीला, हरा, नीला और केसरिया 9- शुभ रत्‍न ( Lucky Stones ) – पुखराज, मोती और मूंगा 10- भाग्यशाली अंक ( Lucky Numbers ) – 2, 5, 7, 8, 16, 20, 28 11- ग्रह ( Ruling Planet ) – बृहस्पति Jupiter 12- शुभ धातु ( Auspicious Metal)- सोना, चांदी, पीतल 13- तत्व ( Element)- जल ( आत्मविश्लेषण, खोज एवं ग्रहण करने का विशेष गुण ) 14- दीक्षा नाम के व्यक्ति की ताकत और कमजोरी ( Strengths and Weaknesses)- *ताकत Strengths- दयालु, शिष्ट, कलात्मक और अन्तरज्ञान *कमजोरी Weaknesses- दुःखी, वास्तविकता से बचना, अधिक विश्वास और संवेदनशील 15- दीक्षा नाम की दोस्ती, प्यार और विवाह के लिए अनुकूलता – *मांगलिक और कामयाब – कर्क, वृश्चिक, मीन, वृष, कन्या एवं मकर राशि के व्यक्ति *उपयुक्त – मिथुन, तुला एवं कुंभ राशि के व्यक्ति *अनुकूल नहीं – मेष, सिंह एवं धनु राशि के व्यक्ति 16- दीक्षा नाम का संक्षिप्तीकरण, DEEKSHA *D- Determined दृढ़ निश्चय वाला *E- Emotional भावनात्मक *E- Ecstatic उन्मादपूर्ण, खुश *K- Keen इच्छुक, उत्साही *S- Sensible समझदार, बुद्धिमान *H- Harmonious सामंजस्यपूर्ण *A- Amusing मनोरंजक, दिलचस्प 17- अंकज्योतिष ( Numerology ) – 8, सोच-विचार वाले, साफ मन वाले, खर्चीला स्वभाव, मेहनती, अड़चनों को हमेशा पार करते है, संघर्ष ही...

अंजलि नाम का अर्थ, Anjali Meaning In Hindi, राशि, पर्सनालिटी, प्यार, विवाह, करियर, शुभ, अंजलि मीनिंग इन हिंदी, Anjali Naam Ka Arth, Anjali Name Meaning In Hindi, अंजलि का फुल फॉर्म, अंजलि का अर्थ हिंदी में, अंजलि का अर्थ

अंजलि नाम का अर्थ, Anjali Meaning In Hindi 1- नाम ( Name ) – अंजलि Anjali 2- अंजलि का अर्थ ( Meaning )- प्रार्थना, एंजल, मैसेंजर, भेंट, भक्ति के साथ भेंट, दोनों हाथों से भेंट, सम्मान, आदर, अनुरोध, श्रद्धा, इज़्ज़त 3- धर्म ( Religion ) – हिन्दू 4- जेंडर ( Gender )– लड़की 5- राशि ( Zodiac ) – मेष Aries 6- नक्षत्र ( Nakshatra ) – कृत्तिका Kṛttikā 7- शुभ दिन ( Lucky Day ) –मंगलवार,गुरुवार 8- शुभ कलर ( Lucky Color ) -सफेद, गुलाबी, लाल, नारांगी और पीला 9- शुभ रत्‍न ( Lucky Stones ) -मूंगा, माणिक्य और पुखराज 10- भाग्यशाली अंक ( Lucky Numbers ) – 2, 5, 7, 15, 19 11- ग्रह ( Ruling Planet ) – मंगल Mars 12- शुभ धातु ( Auspicious Metal)- सोना, तांबा, पीतल 13- तत्व ( Element)- अग्नि ( क्रियात्मक शक्ति, सबल एवं प्रभावशाली ) 14- अंजलि नाम के व्यक्ति की ताकत और कमजोरी ( Strengths and Weaknesses)- *ताकत Strengths- ईमानदार, भावुक, स्वतंत्र और आशावादी *कमजोरी Weaknesses- चिड़चिड़ा, आवेगी, जिद्दी और बेसब्र 15- अंजलि नाम की दोस्ती, प्यार और विवाह के लिए अनुकूलता – *मांगलिक और कामयाब – मेष, सिंह, धनु, मिथुन, तुला एवं कुंभ राशि के व्यक्ति *उपयुक्त – वृष, कन्या एवं मकर राशि के व्यक्ति *अनुकूल नहीं – कर्क, वृश्चिक एवं मीन राशि के व्यक्ति 16- अंजलि नाम का संक्षिप्तीकरण, ANJALI *A- Adaptable अनुकूलनीय *N- Noticeable ध्यान देने योग्य *J- Innovative नवपरिवर्तन *A- Artistic कलात्मक *L- Logical तार्किक *I- Inspiring प्रेरणादायक 17- अंकज्योतिष ( Numerology ) – 2, शांत स्वभाव, मानसिक रूप से मजबूत, अपने कार्य में कुशल, मददगार सवभाव, भावुक 18- आत्मा संख्या (Soul Number ) – 11, संवेदनशील, अच्छा वक्ता, खुली विचा...

To meaning in Hindi: To का हिंदी अर्थ, उदाहरन

Contents • • • • • • • • Pronunciation (उच्चारण) • To –टू To meaning in Hindi: English word meaning सिखनेकीसीरीजकेनएलेखमेंआजमैंआपको To काहिंदीअर्थबताऊंगा। I am going to market, परइनवाक्योंकासहीसेहिंदीअनुवादयाहिंदीवाक्योंकाइंग्लिशट्रांसलेशनआपतभीबनासकतेहैंजबआपकोइसवर्डकाहिंदीमीनिंगऔरउपयोग (use of to) पताहो।तोचलिएइनसबकेबारेमेंजानतेहैं- Definition And Hindi Meaning Of To दोस्तों To इंग्लिशकाबहुतहीउपयोगीऔरकॉमनवर्डहै।आपस्कूलकीछुटीकेलिए application लिखतेहैंतो“To the headmaster”या“To the principal”आदिसेसुरुकरतेहैं।यहाँपे to कामतलब“को”होताहै। ऐसेतोइसकेकईसारेहिंदीअर्थहोतेहैंजोसभीऊपरदिएगयेहैंऔरअलगअलगवाक्योंमेंइसकाअर्थअलगअलगप्रयुक्तहोताहै। To काएकहिंदीअर्थ“केलिए”भीहोताहैपरन्तुएकचीज़ध्यानदेनेवालीहैकीहरवाक्योंमें“केलिए”काहिंदी“To”नहींआताहै।अगरकिसीक्रिया (Verb) केसाथ“केलिए”लगाहोतबही to काप्रयोगहोताहैऔरयदि Noun केसाथकेलिएलगाहोतब • She’s going to Chennai. • Turn to the left. • Turn to the right. 2.used to show the end or limit of • from Monday to Friday • from beginning to end 3. used to show the person or thing • I am very grateful to my parents. • What 4. (nearly) touching something; directed towards something (किसीवस्‍तुको (लगभग) छूतेहुए; किसीवस्‍तुकीओरनिर्देशित) • • She made no reference to her personal problems. 5. reaching a particular state (स्थिति-विशेषमेंपहुँचाहुआ) • The meat • 6. used to introduce the second part of a comparison (जिससेतुलनाकीजाएउसकेशुरूमेंप्रयुक्त) • I prefer theatre to opera. 7. (used for expressing quantity) for each unit of money, measurement, etc. मुद्रा, मापआ...

देवी कवच / दुर्गा कवच हिंदी अर्थ सहित

विद्वानों के द्वारा देवी कवच ( दुर्गा कवच ) , चिदम्बरसंहिता में पहले अर्गला फिर कीलक तथा अन्त में कवच पढ़ने का विधान है। किंतु योगरत्नावली में पाठ का क्रम इससे भिन्न है। उसमें कवच को बीज, अर्गला को शक्ति तथा कीलक को कीलक संज्ञा दी गयी है। जिस प्रकार सब मन्त्रों में पहले बीज का, फिर शक्ति का तथा अन्त में कीलक का उच्चारण होता है, उसी प्रकार हमें पहले कवचरुप बीज का, फिर अर्गलारूपा शक्ति का तथा अन्त में कीलकरूप कीलक का क्रमशः पाठ करना चाहिये। ॥ देवी कवच ॥ विनियोग – ॐ अस्य श्रीचण्डीकवचस्य ब्रह्मा ऋषिः , अनुष्टुप् छन्दः , चामुण्डा देवता, अङ्गन्यासोक्तमातरो बीजम् , दिग्बन्धदेवतास्तत्त्वम् , श्रीजगदम्बाप्रीत्यर्थे सप्तशतीपाठाङ्गत्वेन जपे विनियोगः ॥ ॐ नमश्चण्डिकायै ॥ अर्थ – ॐ चण्डिका देवी को नमस्कार है। [ मार्कण्डेय उवाच ] ॐ यद्गुह्यं परमं लोके सर्वरक्षाकरं नृणाम् । यन्न कस्यचिदाख्यातं तन्मे ब्रूहि पितामह ॥ 1 ॥ अर्थ – [ [ ब्रह्मोवाच ] अस्ति गुह्यतमं विप्र सर्वभूतोपकारकम् । देव्यास्तु कवचं पुण्यं तच्छृणुष्व महामुने ॥ 2 ॥ अर्थ – [ ब्रह्मा जी बोले ] ब्रह्मन् ! ऐसा साधन तो एक देवी का कवच ही है, जो गोपनीय से भी परम गोपनीय, पवित्र तथा सम्पूर्ण प्राणियों का उपकार करने वाला है। महामुने ! उसे श्रवण करो ॥ 2 ॥ प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी । तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम् ॥ 3 ॥ पञ्चमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च । सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम् ॥ 4 ॥ नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः । उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना ॥ 5 ॥ अर्थ – देवी की नौ मूर्तियाँ हैं, जिन्हें नवदुर्गा कहते हैं। उनके अलग-अलग नाम बताये जाते हैं। प्रथम नाम शैलपुत्री है। दूस...

हनुमान अष्टक हिंदी अर्थ सहित

संकटमोचन हनुमान अष्टक का पाठ बजरंगबली के भक्तों में अत्यंत लोकप्रिय होने के साथ साथ उतना ही प्रभावशाली भी है। हनुमान जी भगवान माता अंजनी के प्रार्थना करने पर ऋषि ने कहा कि मेरा शाप तो विफल नहीं हो सकता पर जब भी बजरंगबली को कोई उनकी शक्तियों की याद दिलाएगा, तो वे अपने वास्तविक स्वरूप और शक्ति के साथ कठिन से कठिन कार्य को भी सिद्ध कर देंगे। संकटमोचन हनुमान अष्टक ( Sankat Mochan Hanuman Ashtak ) में हनुमान जी के ही किये हुए कार्यों का वर्णन है जिसे सुनकर वे प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की हर प्रकार के संकटों से रक्षा करते हैं। Hanuman Ashtak In Hindi || संकटमोचन हनुमान अष्टक || बाल समय रबि भक्षि लियो तब तीनहूँ लोक भयो अँधियारो | ताहि सों त्रास भयो जग को यह संकट काहु सों जात न टारो || देवन आनि करी बिनती तब छाँड़ि दियो रबि कष्ट निवारो | को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो || 1 || अर्थ – हे हनुमान जी आपने अपने बाल्यावस्था में सूर्य को निगल लिया था जिससे तीनों लोक में अंधकार फ़ैल गया और सारे संसार में भय व्याप्त हो गया। इस संकट का किसी के पास कोई समाधान नहीं था। तब देवताओं ने आपसे प्रार्थना की और आपने सूर्य को छोड़ दिया और इस प्रकार सबके प्राणों की रक्षा हुई। संसार में ऐसा कौन है जो आपके संकटमोचन नाम को नहीं जानता। बालि की त्रास कपीस बसै गिरि जात महाप्रभु पंथ निहारो | चौंकि महा मुनि साप दियो तब चाहिय कौन बिचार बिचारो || कै द्विज रूप लिवाय महाप्रभु सो तुम दास के सोक निवारो | को० – 2 || अर्थ – बालि के डर से सुग्रीव ऋष्यमूक पर्वत पर रहते थे। एक दिन सुग्रीव ने जब राम लक्ष्मण को वहां से जाते देखा तो उन्हें बालि का भेजा हुआ योद्धा समझ कर भयभीत हो गए। तब हे हनुमान जी आपने ही ...

महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित

महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र ( Aigiri Nandini … ) देवी के एक स्वरुप से जुड़ा हुआ स्तोत्र है। यह बहुत ही शक्तिशाली स्तोत्र है, मान्यताओं के अनुसार इसके पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में कभी कोई संकट नहीं आता और उसके सभी प्रकार की परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। Mahishasur mardini stotram ॥ महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र ॥ अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते । भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूतिकृते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥1॥ अर्थ – पर्वतराज सुरवरवर्षिणि दुर्धरधर्षिणि दुर्मुखमर्षिणि हर्षरते त्रिभुवनपोषिणि शंकरतोषिणि कल्मषमोषिणि घोषरते । दनुजनिरोषिणि दुर्मदशोषिणि दुर्मुनिरोषिणि सिन्धुसुते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥2॥ अर्थ – देवराज इन्द्र को समृद्धिशाली बनानेवाली, दुर्धर तथा दुर्मुख नामक दैत्यों का विनाश करनेवाली, सर्वदा हर्षित रहनेवाली, तीनों लोकों का पालन-पोषण करनेवाली, भगवान शिव को संतुष्ट रखनेवाली, पाप को दूर करनेवाली, घोर गर्जन करनेवाली, दैत्यों पर भीषण कोप करनेवाली, मदान्धों के मद का हरण कर लेनेवाली, सदाचार से रहित मुनिजनों पर क्रोध करनेवाली और समुद्र की कन्या महालक्ष्मी के रूप में प्रतिष्ठित हे भगवान शिव की प्रिय पत्नी महिषासुर मर्दिनी पार्वती ! आपकी जय हो, जय हो। अयि जगदम्ब कदम्बवनप्रियवासिनि तोषिणि हासरते शिखरिशिरोमणितुङ्गहिमालयशृङ्गनिजालयमध्यगते । मधुमधुरे मधुकैटभगञ्जिनि महिषविदारिणि रासरते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥3॥ अर्थ – जगत की मातास्वरूपिणी, कदम्ब वृक्ष के वन में प्रेमपूर्वक निवास करनेवाली, सदा संतुष्ट रहनेवाली, हास-परिहास में सदा ...