उज्जैन जिले में मौसम की जानकारी

  1. Ujjain Division Heavy Rains Caused Difficulties In Harvesting Farmers Crop Damage Ann
  2. MP Weather update Changed weather in MP heavy rain with hailstorm in Ujjain farmers wheat crop damaged
  3. Ujjain: Idols Of Saptarishi Broken After Falling Due To Storm In Mahakal Lok, DM Claims To Fix It Soon
  4. मध्य प्रदेश में मानसून से पहले 22 जिलों में तूफानी बादलों की बारिश होगी


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Ujjain Division Heavy Rains Caused Difficulties In Harvesting Farmers Crop Damage Ann

Mp Rain Update News: उज्जैन (Ujjain) संभाग में एक बार फिर बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी. वर्तमान में फसलों की कटाई का दौर चल रहा है. उज्जैन संभाग के रतलाम, मंदसौर, नीमच जिले के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई है. मौसम विभाग के आकलन के विपरीत उज्जैन संभाग में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया. संभाग के कई जिले शुक्रवार 30 सितंबर को तरबतर हो गए. रतलाम मंदसौर में मूसलाधार बारिश हुई. इसके अलावा नीमच के कई इलाकों में अधिक पानी गिरा. उज्जैन जिले में भी पानी बरस रहा है. इसके अलावा आगर मालवा, शाजापुर और देवास जिले के कई इलाकों में भी बूंदाबांदी हुई. मौसम विभाग का दावा गलत साबित हुआ मौसम विभाग ने उज्जैन संभाग से मानसून की रवानगी का दावा किया था. इसके अलावा पिछले 2 दिनों से शुष्क के दावे किए जा रहे थे. हालांकि मौसम विभाग का आकलन सही साबित नहीं हो पाया. इन दिनों मालवांचल बेल्ट में सोयाबीन की फसल की कटाई का दौर चल रहा है. आसमान से बादल सराय पानी के कारण किसानों की मुश्किलें और बढ़ गई है. उज्जैन जिले के किसान शांतिलाल के मुताबिक थ्रेसर मशीन से सोयाबीन की कटाई की जा रही है. बारिश के कारण खेतों में मशीन के फंसने की स्थिति बन रही है. देवास के किसान मनोहर सिंह ठाकुर के मुताबिक 15 दिन बाद पानी बरस जाए तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन इसके पहले आसमान से बरस रहा पानी किसानों के लिए अभिशाप बन रहा है. शाजापुर के किसान हरि सिंह का कहना है कि बारिश के कारण सोयाबीन काली पड़ने की आशंका है जिससे किसानों को फसल का उचित भाव नहीं मिलेगा. मध्य प्रदेश में पहले ही हो चुकी है अधिक बारिश पूरे मध्य प्रदेश में सामान्य से 23 फीसदी अधिक पानी बरस चुका है. यदि पूर्वी मध्य प्रदेश की बात की जाए तो यहां पर 10 ...

MP Weather update Changed weather in MP heavy rain with hailstorm in Ujjain farmers wheat crop damaged

MP Weather update Changed weather in MP heavy rain with hailstorm in Ujjain farmers wheat crop damaged | MP Weather: MP में बदला मौसम, उज्जैन में ओले के साथ तेज बारिश, किसानों को भारी नुकसान | Hindi News, Madhya Pradesh MP Weather: MP में बदला मौसम, उज्जैन में ओले के साथ तेज बारिश, किसानों को भारी नुकसान राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: जिले में सोमवार शाम 4 बजे के बाद मौसम ने करवट ले ली. अचानक तेज हवा आंधी तूफान (madhya pradesh thunderstorm) के साथ तहसील क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि देखी गई. बारिश व ओला वृष्टि (Rain-ola) की वजह से पकी पकाई किसानों की गेहूं की फसल तबाह हो गई. आंधी तूफान इतने तेज था कि जिले के ग्राम जगोटी में रोड बनाने वाले कांट्रेक्टर का कैम्प उड़ गया. वहीं फसलों की तबाही, बारिश और ओला वृष्टि के वीडियो सामने आए है. दरअसल उज्जैन जिले के घट्टिया, नागदा, उन्हेंल व अन्य तहसील क्षेत्र के कई गांव इस मौसम की चपेट में है. किसानों की करीब 5 महीने की मेहनत पर बेमौसम बारिश ने पानी फेर दिया. किसान अजय पटेल निवासी ग्राम चिंतामण जवासिया ने बताया कि लगभग 80% नुकसान हुआ है. कई क्षेत्रों में तो पूरी फसल नष्ट हो गई. शासन प्रशासन से मांग की है कि है कि मौसम में सुधार होते ही सर्वे कर रबी की फसल में हुए भारी नुकसान का आकलन कर बीमा राशि दिलाने के साथ में तत्काल किसानों को सहायता के रूप में राहत राशि प्रदान की जाना चाहिए. गेहूं का खेत जला उज्जैन जिले के घट्टिया तहसील व थाना घट्टिया क्षेत्र सड़क किनारे लव खेड़ी मंदिर के पास आंधी तूफान की वजह से हुई बिजली की लाइन फाल्ट हो गया. लाइन फाल्ट होते ही करंट की वजह से गेहूं की फसल ने आग पकड़ ली और देखते ही देखते पूरे खेत में आग फैल गई. जिसके व...

Ujjain: Idols Of Saptarishi Broken After Falling Due To Storm In Mahakal Lok, DM Claims To Fix It Soon

भोपाल:उज्जैन (मध्य प्रदेश) में आज अचानक बदले मौसम के कारण जिले भर में तेज आंधी तूफ़ान के साथ करीब आधा घंटे तक जोरदार बारिश हुई, जिसके चलते महाकाल लोक में स्थापित सप्त ऋषियों की 7 मे से 6 मुर्तिया गिर गई, हालांकि, इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन वहां मौजूद श्रद्धालु बाल बाल बचे, तो वहीं महाकाल लोक में हुए गुणवत्ताहीन निर्माण की पोल भी खुल गई. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला कलेक्टर मोके पर पहुंचे और मूर्तियों को सुधार के बाद पुन स्थापित करने के निर्देश दिए. वहीं, एक झाड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. बिजली के पोल पर काम कर रहा कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मालवा क्षेत्र में तेज आंधी-तूफान का संज्ञान लिया है. उन्होंने उज्जैन कलेक्टर और उज्जैन संभाग कमिश्नर से फोन पर बात कर राहत-बचाव के निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि आज मालवा क्षेत्र के उज्जैन एवं आसपास के इलाक़ों में तेज तूफ़ान से प्राकृतिक आपदा जैसी स्तिथी उत्पन्न हुई, जिसमे दुर्भाग्य से 2 लोगों की मृत्यु हो गई और 3 लोग घायल हुए. CM ने कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश के लोगों के साथ खड़े होने की बजाए राजनीति कर रही है और बिना किसी तथ्य को सामने रखे भ्रम फैलाने का काम कर रही है. जानकारी के मुताबिक, महाकाल लोक में सप्तऋषि की 7 में से 6 मूर्तियां गिरकर खंडित हुई हैं. 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं. इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर 'महाकाल लोक' का लोकार्प...

मध्य प्रदेश में मानसून से पहले 22 जिलों में तूफानी बादलों की बारिश होगी

भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से गुजरात के लिए खतरा बन गए तूफान के संबंध में पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया है कि लगभग आधे मध्यप्रदेश में इस तूफान के कारण बादल छा जाएंगे और 22 जिलों में मानसून के बादल आने से पहले तूफान के बादलों की बारिश होगी।तूफान कितना खतरनाक है इसका अनुमान आप इसी बात से लगा सकते हैं कि, समुद्र में 20 फुट ऊंची लहरें 150 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से गुजरात की तरफ बढ़ रही हैं। इंदौर, उज्जैन, देवास, नीमच, मंदसौर, रतलाम,आगर मालवा, शाजापुर, राजगढ़, ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, सीहोर, भोपाल, विदिशा, अशोकनगर, गुना, टीकमगढ़, छतरपुर, मुरैना, दतिया एवं भिंड जिले तूफान का असर दिखाई देगा। समुद्र में तूफान के कारण जो बादल बनेंगे, वह मध्य प्रदेश के उपरोक्त 22 जिलों में आकर बरसेंगे। इसके अलावा इन इलाकों में आंधी की स्थिति भी देखी जाएगी। मध्य प्रदेश में तूफान का मानसून के बादलों पर क्या असर होगा, इसके बारे में वैज्ञानिकों ने कोई जानकारी नहीं दी है लेकिन सेटेलाइट की इमेज के आधार पर मानसून की गति का अनुमान लगाया गया है और इसके हिसाब से दिनांक 15 जून 2023 को मानसून के बादलों की पहली टुकड़ी मध्य प्रदेश की दक्षिण पश्चिम सीमा पर आ जाएगी। दिनांक 20 जून तक आधे से ज्यादा मध्यप्रदेश पर मानसून के बादल छा जाएंगे और दिनांक 25 जून तक मध्य प्रदेश के पूरे आसमान पर मानसून के बादल दिखाई देंगे।