रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त कब है

  1. रक्षाबंधन पर राखी बाँधने का सबसे अच्छा मुहूर्त कब है ? क्या है भाई
  2. रक्षाबंधन कब है 11 या 12 को, जानें कब और किस मुहूर्त में बहनें भाई को बांधेंगी राखी?
  3. रक्षाबंधन कब है 2022 में
  4. कब है रक्षाबंधन 2022 का शुभ मुहूर्त, इतिहास महत्त्व और कथाएं
  5. Rakshabandhan 2022: आज है रक्षाबंधन, जानें शुभ मुहूर्त, मंत्र और राखी बांधने की सही विधि
  6. Raksha Bandhan 2022 :रक्षाबंधन कब, भद्राकाल के रहते किस शुभ मुहूर्त में बांधें राखी और क्या है पूजा विधि
  7. Raksha Bandhan 2022 Date:रक्षाबंधन कब है? जानें शुभ मुहूर्त और राखी बांधने का सही तरीका


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रक्षाबंधन पर राखी बाँधने का सबसे अच्छा मुहूर्त कब है ? क्या है भाई

श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन को आजीवन स्नेह की डोर में बांधे रखता है। इस दिन बहनें भाई के हाथ में रक्षा सूत्र बाँधती हैं तथा मस्तक पर टीका लगाती हैं। जिन लोगों की बहन नहीं है वह अपनी बुआ या बेटी से राखी बँधवाते हैं। इसी प्रकार जिन बहनों के भाई नहीं हैं वह ज्यादातर कान्हा को राखी बाँधती हैं। यही नहीं राखी बाँधने के सामाजिक आयोजनों में बहनें सैनिकों, नेताओं या अन्य गणमान्य लोगों को भी राखी बाँधती हैं। राखी बांधते समय बहन कहती है कि हे भैया, मैं तुम्हारी शरण में हूं इसलिए मेरी सब प्रकार से रक्षा करना। रक्षाबंधन पर भद्रा काल में राखी नहीं बाँधनी चाहिए सिर्फ शुभ मुहूर्त में ही राखी बाँधनी चाहिए और इस बार 22 अगस्त, 2021 को वैसे तो पूरे दिन ही शुभ मुहूर्त है लेकिन पूर्णिमा शाम तक ही रहेगी इसलिए सुबह 6:15 बजे से सायं 5:31 बजे के बीच राखी बाँधना ज्यादा श्रेयस्कर रहेगा। रक्षाबंधन पर भाई के पूजन की विधि आजकल तो एक से बढ़कर एक स्टाइल वाली राखियाँ बाजार में हैं यही नहीं सोने और चाँदी की राखियां भी खूब बिकने लगी हैं। वैसे कच्चे सूत जैसी सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे तथा बच्चों को लुभाने वाले कार्टून या हीरो की तस्वीरों आदि वाली राखियाँ खूब बिकती हैं। इस दिन प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर लड़कियां और महिलाएं पूजा की थाली सजाती हैं। थाली में राखी के साथ रोली या हल्दी के अलावा चावल, दीपक और मिठाई भी होती है। लड़के और पुरुष तैयार होकर टीका करवाने के लिए पूजा या किसी उपयुक्त स्थान पर बैठते हैं। पहले अभीष्ट देवता की पूजा की जाती है, इसके बाद रोली या हल्दी से भाई का टीका करके अक्षत को टीके पर लगाया जाता है और सिर पर छिड़का जाता है, उसके ...

रक्षाबंधन कब है 11 या 12 को, जानें कब और किस मुहूर्त में बहनें भाई को बांधेंगी राखी?

हिंदू धर्म में श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षाबंधन के महापर्व के रूप में मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करते हुए उसकी कलाई में राखी बांधती हैं, जिसके बदले में भाई अपनी बहन को ताउम्र रक्षा करने का वचन देता है. रक्षाबंधन के लिए महापर्व का इंतजार बहनों को पूरे साल बना रहता है, उस दिन भद्रा का साया लगने के कारण लोगों के मन में कन्फ्यूजन है कि वह 11 अगस्त या फिर 12 अगस्त को मनाया जाएगा. आइए उत्तराखंड ज्योतिष परिषद के अध्यक्ष पं. रमेश सेमवाल से जानते हैं कि रक्षा बंधन का पर्व कब और किस शुभ मुहूर्त में मनाया जाएगा. कब और किस मुहूर्त में बहनें बांधे राखी पं. रमेश सेमवाल के अनुसार इस साल रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त 2022 को पड़ने जा रहा है, जिसमें अपराह्न व्यापिनी पूर्णिमा में भद्रा दोष बना हुआ है. पंचांग के अनुसार 11 अगस्त 2022 को सूर्योदय के साथ चतुर्दशी तिथि रहेगी और इस दिन प्रात:काल 10:58 से पूर्णिमा तिथि आरंभ हो जाएगी. जिसके साथ भद्रा भी लग जाएगी जो कि इस दिन रात को 08:50 बजे तक रहेगी. चूंकि शास्त्रों में भद्राकाल में श्रावणी पर्व को मनाने के लिए निषेध किया गया है, ऐसे में रात्रि 08:50 के बाद ही राखी बांधना शुभ रहेगा. इस समय नहीं लगेगा भद्रा का दोष पं. रमेश सेमवाल के अनुसार रक्षाबंधन के दिन लगने वाली भद्रा का निवास पृथ्वी लोक पर न होकर पाताल लोक पर है. रक्षा बंधन के दिन घटित होने वाली भद्रा वृश्चिका भद्रा है. सर्पिणी भद्रा नहीं होने के कारण यदि बहुत मजबूरी हो तो बहनें अपने भाई को सायंकाल 06:08 से रात्रि 08:00 बजे के बीच भी राखी बांध सकती हैं. Sawan 2022 : देश का इकलौता ज्योतिर्लिंग जहां अकेले नहीं पूजे जाते भगवान शिव, जानें त्र्यम्बकेश्वर मंदिर से जुड़ी ...

रक्षाबंधन कब है 2022 में

रक्षाबंधन 2022: रक्षाबंधन भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है। यह त्योहार भारत में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। बहनें रक्षाबंधन के त्यौहार का बहुत ही बेसब्री से इंतजार करती हैं। रक्षा बंधन त्यौहार में बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई की लंबी आयु और सफलता की कामना करती है। रक्षा बंधन को राखी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। 1.3 रक्षाबंधन का इतिहास (History of Raksha Bandhan) रक्षाबंधन कब है 2022 में (Raksha Bandhan 2022) रक्षाबंधन का त्यौहार हिंदू पंचांग के अनुसार यह तय किया जाता है। यह त्यौहार हर वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस साल 2022 में रक्षा बंधन 11 अगस्त दिन गुरूवार को मनाया जायेगा। • रक्षाबंधन 2022 (Raksha Bandhan 2022) – 11 अगस्त 2022 • रक्षाबंधन 2023 (Raksha Bandhan 2023) – 30 अगस्त 2023 • रक्षाबंधन 2024 (Raksha Bandhan 2024) – 19 अगस्त 2024 • रक्षाबंधन 2025 (Raksha Bandhan 2025) – 09 अगस्त 2025 रक्षाबंधन 2022 शुभ मुहूर्त (Raksha Bandhan 2022 Shubh Muhurat) राखी बांधने का शुभ समय: – सुबह 08 बजकर 51 मिनट से रात के 09 बजकर 13 मिनट तक। रक्षाबंधन कैसे मनाते हैं (Raksha Bandhan kaise Manate Hai) बहनें पहले थालियां सजाती हैं और उसमें हल्दी रोली चंदन थोड़े से चावल रखकर और धूप जलाकर भाई की पूजा करती हैं और भाई की हाथ की कलाई पर राखी पहनाती हैं। फिर भाई की पसंदीदा मिठाई उसको खिलाती है और भाई की सुख समृद्धि और लम्भी आयु की कामना करती है। भाई राखी बांधने के बाद अपनी बहन को उपहार देता है और उसकी जीवन भर रक्षा का वचन देता है। रक्षाबंधन का इतिहास (History of Raksha Bandhan) रक्षा बंधन त्यौहार को मानाने को लेकर बहुत सारी कहानिया...

कब है रक्षाबंधन 2022 का शुभ मुहूर्त, इतिहास महत्त्व और कथाएं

रक्षाबंधन का त्यौहार कब मनाया जाता है, जानिए इसका महत्व, पौराणिक कथाएं, कब है रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 11 या 12 अगस्त को (Raksha Bandhan kab hai, kyu manaya jata hai, date time, history facts in hindi) हिंदू पंचांग के मुताबिक हिंदुओं के प्रत्येक त्योहार को मनाने का एक विशेष मुहूर्त होता है। रक्षाबंधन भी श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस वर्ष साल 2022 में श्रावण मास की पूर्णिमा की तिथि अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से 11 और 12 अगस्त को पड़ेगी। Advertisements इस बार पूर्णिमा की तिथि 11 और 12 अगस्त दोनों दिन पड़ेगी ऐसे में भद्रा काल की स्थिति मृत्युलोक यानी की पृथ्वीलोक में होगी। हिंदू पंचांग की मान्यताओं के अनुसार ग्रंथों में बताया गया है कि मृत्यु लोक में भद्रा का वास किसी भी त्योहार के लिए शुभ नहीं होता ऐसे में रक्षाबंधन के दौरान इन सब बातों का विशेष ध्यान रखते हुए ज्योतिष होने कुछ शुभ मुहूर्त बताए हैं। इस साल श्रावण मास की पूर्णिमा की तिथि 11 अगस्त को 10:39 से शुरू होगी और अगले दिन 12 अगस्त को 7:05 तक रहेगी। 11 अगस्त के दिन भद्रा का वास पाताल लोक मृत्यु लोक और स्वर्ग लोक में होगा जिनमें से मृत्यु लोक में भद्रा का वास अशुभ माना जाता है जबकि स्वर्ग लोक तथा पाताल लोक में भद्रा का वास शुभ फलदायक होता है। मान्यताओं के अनुसार देखा जाए तो दोपहर में रक्षाबंधन को शुभ माना जाता है लेकिन इस दौरान 11 अगस्त को भद्रा भी रहेगा जो 11 तारीख की रात 8:51 पर समाप्त होगा। लेकिन पंचांग के अनुसार सूर्यास्त के बाद राखी बांधना अशुभ माना जाता है। ऐसे में 11 अगस्त की शाम 5:18 से लेकर 6:18 तक भद्रा पूछ के समय राखी बांधी जा सकती है। 12 अगस्त का दिन रक्षाबंधन मनाने के लिए बहुत शुभ माना जा रहा है...

Rakshabandhan 2022: आज है रक्षाबंधन, जानें शुभ मुहूर्त, मंत्र और राखी बांधने की सही विधि

आज श्रावण पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ के साथ ही भद्रा लग रही है. आज के दिन श्रावणी पर्व भी मनाया जाता है. आज 11 अगस्त को देशभर में रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का त्योहार मनाया जा रहा है. आज बहनें अपने भाइयों को प्रेम का प्रतीक राखी बांधेंगी और उनके सुखी जीवन की कामना करेंगी. हालां​कि आज श्रावण पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ के साथ ही भद्रा लग रही है, इसलिए प्रात:काल में राखी बांधने का मुहूर्त नहीं है. आज राखी बांधने का मुहूर्त शाम के समय में है. आज के दिन श्रावणी पर्व भी मनाया जाता है, जिसमें नया जनेऊ धारण किया जाता है. श्रावणी प्रात:काल के समय ही करते हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं राखी बांधने का शुभ मुहूर्त (Rakhi Muhurat), रक्षा सूत्र बांधने का मंत्र (Rakhi Mantra) और राखी बांधने की विधि. रक्षाबंधन मुहूर्त 2022 श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ: आज, सुबह 09:34 बजे से श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि का सामपन: कल, सुबह 05:58 बजे तक रक्षाबंधन भद्रा समय 2022 रक्षाबंधन के दिन भद्रा का प्रारंभ: आज, सुबह 09:34 बजे से भद्रा समापन का समय: आज, शाम 04:26 बजे पर यह भी पढ़ें: दो शुभ योगों में श्रावण पूर्णिमा, जानें सही तिथि और श्रावणी पर्व का महत्व राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 2022 आज शाम 04:26 बजे से लेकर कल सुबह सुबह 05:58 बजे तक. राखी बांधने का मंत्र येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामभिवध्नामि रक्षे माचल माचलः।। राखी बांधने की विधि बहन को राखी बांधने के शुभ मुहूर्त में एक थाल में राखी, चंदन, रोली, अक्षत्, दही, घी वाला दीपक लेकर रख लेना चाहिए. उसके बाद भाई को पूर्व दिशा की ओर मुख कराकर बैठाएं और स्वयं पश्चिम दिशा की ओर मुख कर लें. यह भी पढ़ें: रक्षाबंधन 11 ...

Raksha Bandhan 2022 :रक्षाबंधन कब, भद्राकाल के रहते किस शुभ मुहूर्त में बांधें राखी और क्या है पूजा विधि

रक्षाबंधन 2022 हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। इस पर्व को श्रावणी पूर्णिमा और राखी के नाम से भी जाना जाता है। रक्षाबंधन बहन-भाई के प्रेम,स्नेह और दुलार का प्रतीक है। यह हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहार में से एक है। इस बार रक्षाबंधन 11 अगस्त, गुरुवार को मनाया जा रहा है। इस बार रक्षाबंधन के त्योहार पर भद्रा का साया रहने वाला है। सावन पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट से आरंभ हो रही है जो अगले दिन यानी 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक रहेगी। रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त शुभ मुहूर्त- 11 अगस्त को रात 8. 53 मिनट से 9. 45 तक अभिजीत मुहूर्त- 11. 37 मिनट से 12. 29 मिनट तक प्रदोष काल मुहूर्त- 08:53 मिनट से 09:14 मिनट तक भद्राकाल का आरंभ- सुबह 10.38 मिनट से रात 8.25 तक भद्रा का समापन- 08.51 मिनट पर भद्रा पूंछ- 05.17 मिनट से 06.18 मिनट तक भद्रा मुख- 06. 18 मिनट से 08.00 मिनट तक रक्षाबंधन का पूजा विधि बहन-भाई को रक्षाबंधन का इंतजार साल भर से रहता है। आइए जानते हैं रक्षाबंधन के दिन कैसे भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधें आइए जानते है रक्षाबंधन पूजा विधि। - रक्षाबंधन के दिन सबसे पहले स्नान करके भगवान की पूजा-आराधना करें और अपने-अपने इष्टदेव को रक्षासूत्र बांधे। - पूजा के बाद बहनें राखी की थाली सजाएं। - पूजा की थाली में रोली, अक्षत,कुमकुम, रंग-बिरंगी राखी, दीपक और मिठाई रखें। - शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखते हुए बहनें भाईयों के माथे पर चंदन, रोली और अक्षत से तिलक लगाएं। - इसके बाद भाई के दाएं हाथ की कलाई पर रक्षासूत्र बांधे और भाई को मिठाई खिलाएं। - अंत में बहनें भाई की आरती करते हुए अपने इष्टदेव का स्मरण करते हुए भाई की...

Raksha Bandhan 2022 Date:रक्षाबंधन कब है? जानें शुभ मुहूर्त और राखी बांधने का सही तरीका

Raksha Bandhan 2022 Date: भारतवर्ष में वैसे तो साल भर कई तरह के पर्व और उत्सव मनाए जाते हैं, लेकिन भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक का पर्व रक्षाबंधन का अलग ही महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष श्रावण महीने की पूर्णिमा तिथि पर ये पर्व मनाया जाता है। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई में राखी बांधती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। वहीं भाई प्रेमरूपी रक्षा धागे को बंधवा कर बहन की उम्र भर रक्षा करने का संकल्प लेते हैं। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है, जिसे मनाते तो सिर्फ एक दिन हैं, लेकिन इससे बनने वाले रिश्ते जिंदगी भर निभाए जाते हैं। रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस वर्ष रक्षाबंधन कब है और इस दिन भद्रा समय और राखी बांधने का शुभ मुहूर्त क्या है...