वुर्ट्ज अभिक्रिया in hindi

  1. सेत्जेफ नियम [ Saytzeff’s Rule]
  2. [Solved] अभिक्रिया R
  3. वुर्द्ज अभिक्रिया क्या है ?
  4. हाइड्रोकार्बन : एल्केन (alkane in hindi) , एल्केन बनाने की सामान्य विधियाँ , वुर्टज अभिक्रिया , गुण – 11th , 12th notes In hindi
  5. Aldehydes, Ketones And Carboxylic Acids MCQ in Hindi
  6. [Solved] ईथर तब बनता है जब एल्किल हैलाइड को सोडियम एल्क


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सेत्जेफ नियम [ Saytzeff’s Rule]

इस पोस्ट में आप Class 12th Chemistry के सेत्जेफ नियम [ Saytzeff’s Rule] अध्याय के सभी टॉपिक के बारे विस्तार से बताया गया है | आपको इन नोट्स से बहुत हेल्प मिलेगी | सैत्जेफ नियम क्या है: जब किसी एल्किल हैलाइड का विहाइड्रो हैलोजनीकरण किया जाता है तो वह एल्कीन ज़्यादा बनती है जिससे द्विबंध से जुड़े कार्बन पर अधिक एल्किल समूह जुड़े हो। उपरोक्त क्रिया मेंαकार्बन से हैलोजन तथाβकार्बन से H – निकलता है अतः इसेβविलोपन भी कहते है। KCN से क्रिया करने पर सायनाइड बनते है। R-X + KCN→R-CN + KX C2H5-X + KCN →C2H5-CN + KX AgCN से क्रिया करने पर आइसोसायनाइड बनते है R-X + AgCN →R-NC + AgX C2H5-X + AgCN →C2H5-NC + AgX Note: R-X की क्रिया KCN से करने पर मुख्य पदार्थों एल्किल सायनाइड बनते है जबकि AgCN से क्रिया करने पर मुख्य पदार्थ एल्किल आइसोसायनाइड बनता है क्यों ? R-X + KCN→R-CN + KX KCN एक आयनिक यौगिक है , यह जलीय विलयन में सायनाइड आयन देता है , साइनाइड उभयदंति नाभिक स्नेही है अर्थात इसमें कार्बन व नाइट्रोजन दोनों ही loan pair प्रदान कर सकते है। कार्बन द्वारा loan pair प्रदान करने पर R-CN का निर्माण होता है , इसमें C-C बंध ज़्यादा मजबूत होता है जबकि नाइट्रोजन द्वारा lone pair प्रदान करने पर R-NC बनता है इसमें C-N बंध दुर्बल होता है अतः एल्किल सायनाइड अधिक मात्रा में बनता है। AgCN सहसंयोजक होने के कारण केवल नाइट्रोजन परमाणु lone pair प्रदान कर सकता है अतः आइसोसायनाइड प्रमुख उत्पाद बनते है। सोडियम ऐल्कॉक्साइड से क्रिया : करने पर ईथर बनते है। RONa + R-X →NaX + R-O-R C2H5-ONa + X-C2H5→NaX + C2H5-O-C2H5 पोटैशियम नाइट्राइड से क्रिया करने पर एल्किल नाइट्राइल बनते है C2H5-X + KNO2→C2H5-O-N=O + KX सिल...

[Solved] अभिक्रिया R

अवधारणा: • फिंकेलस्टीनअभिक्रिया: शुष्क एसीटोन की उपस्थिति में NaI के साथ ऐल्किल क्लोराइड/ब्रोमाइड की अभिक्रिया से ऐल्किल आयोडाइड का निर्माण होता है। इस अभिक्रिया को फिंकेलस्टीन अभिक्रिया कहते हैं। R-X + NaI→ R-I + NaX ( जहाँ, X = I, Cl, Br ) उदाहरण:R - Cl + NaI→ R - I + NaCl • स्वार्ट्स अभिक्रिया: जब किसी धातु की उपस्थिति में ऐल्किल क्लोराइड या ब्रोमाइड को गर्म किया जाता है, तो फ्लोराइड बनता है। इस अभिक्रिया को स्वार्ट अभिक्रिया कहते हैं CH 3-Br + AgF→ CH 3-F + AgBr • वुर्ट्ज अभिक्रिया: वुर्ट्जअभिक्रिया में सोडियम और शुष्क ईथर की उपस्थिति में ऐल्किल हैलाइड के दो अणुओं का संघनन होता है। R-X + 2Na + R-X → R-R + 2NaX • फ्रीडल क्राफ्ट्स अभिक्रिया: फ्रीडल क्राफ्ट्स अभिक्रिया में एसाइल समूह को एरोमैटिक वलय में जोड़ना शामिल है। यह एक एसिड क्लोराइड (R-CO-Cl) और एक लुईस एसिड उत्प्रेरक जैसे AlCl 3 को नियोजित करके किया जाता है। तो यहाँ एरोमैटिक वलय कीटोन में बदल जाता है। व्याख्या: यहाँ दी गई अभिक्रिया है R - Cl + NaI→ R - I + NaCl . इसे फिंकेलस्टीन अभिक्रिया कहते हैं। अभिक्रिया की क्रियाविधि नीचे दी गयी है अभिक्रिया R - Cl + NaI → R - I + NaCl का नाम, फिंकेलस्टीन अभिक्रिया है।

वुर्द्ज अभिक्रिया क्या है ?

नमस्कार दोस्तों साथ करता हूं आप सभी का आप का प्रश्न है वह अभिक्रिया क्या है ठीक है तो आइए हम अपने प्रश्न का उत्तर समझते हैं और ना समझने की बुर्ज अभिक्रिया जो क्या है ठीक है और यह किस प्रकार प्रभावित होती है तथा इसको एक राजस्थानी समिति द्वारा जो है स्पष्ट करते हैं ठीक है तो हमसे पूछ रहे हैं पर वर्ल्ड अभिक्रिया अभिक्रिया जो हमारी कुछ इस प्रकार से प्रभावित होती है कि जब दो एल्किल हैलाइड इधर की उपस्थिति में सोडियम धातु से क्रिया करके एल्केन बनाते हैं तो उस अभिक्रिया खूब गुड अभिक्रिया कहते हैं जब दो एल्किल हैलाइड हीथर की उपस्थिति में किधर की उपस्थिति में जब दो एल्किल हैलाइड इधर की उपस्थिति में सोडियम धातु से क्रिया करके एल्केन बनाते हैं सोडियम धातु से क्रिया करके सोडियम धातु से क्रिया करके प्रिया करके एल्केन बनाते हैं बनाते हैं तो उस अभिक्रिया को वुड अभिक्रिया कहते हैं तो उस अभिक्रिया को वोट अभिक्रिया बोर्ड अभिक्रिया कहते हैं इतना तो इस प्रकार से जो हमारी बुर्ज अभिक्रिया परिभाषित है एक तो जैसे ज्ञान से यहां पर उदाहरण देखने एक जैसे कि उनका एल्किल हैलाइड ठीक है एल्किल हैलाइड क्या होते हैं आरएक्स के द्वारा इनको प्रदर्शित करते हैं जहां पर एक्स जो होता है या हमारे हेलाइड होते हैं ठीक है लाइफ में कैसे की क्लोरीन क्लोरीन ब्रोमीन आयोडीन इत्यादि रिचार्ज होते ही हमारे अल्काईल होती है ठीक नहीं हमारी एल्काइन श्रेणी के सदस्यों से हैं जैसे कि मैं घायल हो गया घायल हो गया यानी C2 h5 हो गया ठीक है यह सब जो होते हैं वह हमारे एल्काइन श्रेणी के सदस्यों ते हैं तो आप जो है हम यहां पर जो इसकी राजधानी संकट को देखे अभी तो जैसे क्या मेरा दो एल्किल हैलाइड जो है इधर की उपस्थिति में सोडियम धातु से क्रिया क...

हाइड्रोकार्बन : एल्केन (alkane in hindi) , एल्केन बनाने की सामान्य विधियाँ , वुर्टज अभिक्रिया , गुण – 11th , 12th notes In hindi

हाइड्रोकार्बन (Hydrocarbon) : कार्बन तथा हाइड्रोजन के यौगिको को हाइड्रोकार्बन कहते है। हाइड्रोकार्बन कोयला तथा पेट्रोलियम से प्राप्त होते है जो ऊर्जा के मुख्य स्रोत है। घरेलु ईंधन L.P.G तथा स्वचालित वाहनों के प्रमुख ऊर्जा स्रोत द्रवित पेट्रोलियम गैस (CNG) आदि सभी ईंधन हाइड्रोकार्बन के [I] एल्केन (alkane) : एलिफेटिक संतृप्त हाइड्रोकार्बन को पैराफिन या एल्केन कहते है। इन हाइड्रोकार्बनों में सभी एल्केन का सामान्य सूत्र C nH 2n + 2 होता है। एल्केन बनाने की सामान्य विधियाँ (1) असंतृप्त हाइड्रोकार्बनो के हाइड्रोजनीकरण द्वारा : जब एल्किन व एल्काइन की क्रिया H 2 के साथ Ni उत्प्रेरक की उपस्थिति में 300 डिग्री सेल्सियस ताप पर की जाती है तो एल्केन का निर्माण होता है। यह अभिक्रिया ‘साब्त्ये सेंडेरेन्स’ अपचयन कहलाती है। R-CH=CH 2 + H 2 → R-CH 2-CH 3 CH 3-CH=CH 2 + H 2 → CH 3-CH 2-CH 3 R-C≡CH + 2H 2 → R-CH 2-CH 3 CH 3-C≡CH + 2H 2 → CH 3-CH 2-CH 3 (2) एल्किल हैलाइड के अपचयन द्वारा : जब एल्किल हैलाइड की क्रिया Zn व HCl के साथ क्रिया की जाती है तो एल्केन का निर्माण होता है। R-Cl + Zn + HCl → R-H + ZnCl 2 CH 3-Cl + Zn + HCl → CH 4 + ZnCl 2 (3) वुर्टज अभिक्रिया : जब एल्किल हैलाइड की क्रिया सोडियम के साथ शुष्क ईथर की उपस्थिति में की जाती है तो उच्च एल्केन का निर्माण होता है , इस अभिक्रिया को “वुर्टज अभिक्रिया” कहते है। R-X + 2Na + X-R → R-R + 2NaX C 2H 5-Br + 2Na + Br-C 2H 5 → C 2H 5-C 2H 5 + 2NaBr नोट : यह अभिक्रिया कार्बन परमाणुओं की संख्या में वृद्धि के काम में आती है। (4) संतृप्त मोनो कार्बोक्सिल अम्लों के वि-कार्बोक्सिलिकरण द्वारा : जब संतृप्त मोनो कार्बोक्सिलिक अम्लो के सोडियम लवण की क्...

Aldehydes, Ketones And Carboxylic Acids MCQ in Hindi

कक्षा 12th रसायन विज्ञान Ch-12 एल्डिहाइड, कीटोन और कार्बोक्सिलिक अम्ल (Aldehydes, Ketones And Carboxylic Acids) MCQ Dear Students, आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम कक्षा 12 विज्ञान के रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव प्रश्न को देखेंगे । जो आपके बोर्ड परीक्षा में निश्चित तौर पर पूछा जाएगा । आगे जो प्रश्न दिए गए हैं आपके बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है अगर आप सभी प्रश्नों को करते हैं तो बोर्ड परीक्षा में निश्चित तौर पर अच्छे अंक हासिल कर सकेंगे । हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं । एल्डिहाइड, कीटोन और कार्बोक्सिलिक अम्ल (Aldehydes, Ketones And Carboxylic Acids) MCQ 1. निम्नलिखित में किस विधि से मेथिल ऐमीन बनाया जाता है? (A) वुर्ट्ज अभिक्रिया (B) हॉफमान ब्रोमऐमाइड अभिक्रिया (C) कोल्बे अभिक्रिया (D) फ्रिडल-क्राफ्ट अभिक्रिया उत्तर ⇒ (B) 2. निम्नलिखित में किसका उपयोग फार्मेलिन के रूप में होता है? (A) HCHO (B) CH3CHO (C) CH3CH2CHO (D) CH3COCH3 उत्तर ⇒ A) 3. अभिकर्मक, जो ऐल्डिहाइड और कीटोन दोनों के साथ अभिक्रिया करता है, वह है (A) टॉलेन्स अभिकर्मक (B) फेहलिंग विलयन (C) शिफ अभिकर्मक (D) ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक उत्तर ⇒ (D) 4. ऐसीटैल्डिहाइड की अभिक्रिया क्लोरीन के साथ होने पर निम्नलिखित में कौन बनता है? (A) ऐसीटिल क्लोराइड (B) डाइक्लोरोऐसीटिक अम्ल (C) क्लोरल (D) इनमें से कोई नहीं उत्तर ⇒ (C) 5. क्लोरोफॉर्म प्रकाश की उपस्थिति में ऑक्सीजन से प्रतिक्रिया कर बनाता है (A) CO2 (B) Cl2 (C) COCl2 (D) CO उत्तर ⇒ (C) 6. निम्न में किस पदार्थ का व्यापारिक नाम फॉरमेलीन है (A) फॉरमिक अम्ल (B) क्लोरोफॉर्म (C) मिथेनल का 40% जलीय विलयन (D) पाराफॉरमलडिहाइड उत्तर ⇒ (C) 7. एसीटल है (A) किटोन...

[Solved] ईथर तब बनता है जब एल्किल हैलाइड को सोडियम एल्क

अवधारणा: ​कोल्बे वैद्युत अपघटनअभिक्रिया: • सोडियम या पोटेशियम लवण का एक संतृप्त मोनोकारबॉक्सिलिक अम्ल का एक जलीय विलयन विद्युतपघटन पर ऐल्केन पैदा करता है। अभिक्रिया के चरण- एनोड पर: • पहले में कार्बोक्जिलिक अम्ल के R--COOH बंध के समरूपी विदलन शामिल हैं। • ऐल्किल समूह का मुक्त मूलक आर·बनता है। • अभिक्रिया मुक्त मूलकके गठन के माध्यम से आगे बढ़ती है. • एक नया C-C कार्बन डाइऑक्साइड एक सह उत्पाद के रूप में बनता है। ​कैथोड पर: • सोडियम हाइड्रॉक्साइडया पोटेशियम हाइड्रोक्साइडका निर्माण होता है। • हाइड्रोजन से मुक्ति मिलती है। वुर्ट्ज अभिक्रिया − • सूखी ईथर की उपस्थिति में सोडियम के साथ उपचार पर ऐल्किलहैलाईड उच्च एल्केन्स (कार्बन परमाणुओं की सम संख्या से युक्त) देता है। 2CH 3Br + 2Na → C 2H 6+ 2NaBr • यहां मिथाइल ब्रोमाइड के दो अणु दो सोडियम परमाणुओं के साथ एथेन बनाने के लिए अभिक्रियाकरते हैं और सोडियम ब्रोमाइड के दो अणु । पर्किन अभिक्रिया :एक अभिक्रियाका उपयोग एक ऐरोमैटिकएल्डिहाइड और एक एनहाइड्राइड को अल्फा - बीटा-असंतृप्त कार्बोक्जिलिक अम्लमें परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। विलियम्सन के संश्लेषण:विलियमसन के संश्लेषण द्वारा ईथर को प्रयोगशाला में तैयार किया जा सकता है। स्पष्टीकरण: • विलियम्सन के संश्लेषण द्वारा ईथर को प्रयोगशाला में तैयार किया जा सकता है। • इस विधि में, जब एक एल्किल हैलाइड का अभिक्रियित सोडियम एल्कोक्साइड के साथ किया जाता है, तो एल्कोक्साइड समूह द्वारा हैलोजन परमाणु का नाभिकस्नेही प्रतिस्थापन होता है। • सामान्य उदाहरण नीचे दिया गया है। ​ • विलियम्सन के संश्लेषण का उपयोग सममित और साथ ही असममित ईथरको तैयार करने के लिए किया जाता है। • अभिक्रिया के रूप में एक नाभि...